देहरादून: 9 सूत्रीय मांगों को लेकर आज विभिन्न संगठनों से जुड़े राज्य आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास घेराव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. जिसके बाद, पुलिस ने आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर लिया.
विभिन्न जिलों से आए राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर सीएम आवास घेराव करने का निर्णय लिया, सबसे पहले राज्य आंदोलनकारी बहल चौक में एकत्रित हुए, उसके बाद जुलूस की शक्ल में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हाथीबड़कला पहुंचे.
जहां मौजूद पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. राज्य आंदोलनकारी ने मुजफ्फरनगर, खटीमा मसूरी गोली कांड के दोषियों को सजा दिलाने की मांग की.
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत क्रांति दिवस के अवसर पर राज्य आंदोलनकारी संगठन के बैनर तले हमने मुख्यमंत्री आवास कूच किया है. त्रिवेंद्र रावत ने हमारे ही नहीं, बल्कि इस राज्य के भी पूरे 4 वर्ष खराब किये.
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को अति शीघ्र राज्य आंदोलनकारी की मांगों का संज्ञान लेना चाहिए. राज्य आंदोलनकारियों का 10% क्षैतिज आरक्षण का मसला लंबित पड़ा हुआ है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. इसके अलावा राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों के पेंशन का शासनादेश अभी तक नहीं हुआ. जिससे राज्य आंदोलनकारियों में भारी नाराजगी है.
उन्होंने सरकार पर राज्य आंदोलनकारियों की अनदेखी का आरोप लगाया. प्रदर्शन के दौरान राज्यभर से आए आंदोलनकारियों ने गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने और भू-कानून बनाने की भी मांग की. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री आवास से कोई सकारात्मक उत्तर नहीं आता है, तब तक उन्हें सड़क पर ही धरने में बैठने पर मजबूर होना पड़ेगा.