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शराब कांड के बाद पुलिस का सख्त कदम, तस्करी नहीं रोकने वाले थानेदार जाएंगे जेल - उत्तराखंड न्यूज

मासिक क्राइम मीटिंग में जिले के सभी एसपी, सीओ और थाना प्रभारी मौजूद थे. मासिक क्राइम मीटिंग में सबसे ज्यादा ध्यान अवैध शराब की तस्करी रोकने पर दिया गया.

मासिक क्राइम मीटिंग
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Published : Sep 25, 2019, 11:10 AM IST

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की नाराजगी के बाद पुलिस महकमे ने शराब माफिया के साथ अपने अधिकारियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जहरीली शराब कांड के बाद देहरादून एसएसपी सख्त हो गए हैं. मंगलवार शाम को हुई मासिक क्राइम मीटिंग में एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने साफतौर पर कहा है कि अब जिले के किसी भी इलाके में अगर शराब तस्करी पाई जाती है, तो सबसे पहले वहां चौकी और थाना प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाएगा.

मासिक क्राइम मीटिंग में जिले के सभी एसपी, सीओ और थाना प्रभारी मौजूद थे. मासिक क्राइम मीटिंग में सबसे ज्यादा ध्यान अवैध शराब की तस्करी रोकने पर किया गया.

क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने अधिकारियों को दिए निर्देश

  • एसएसपी ने कहा कि यदि किसी भी थाना क्षेत्र में अवैध शराब, चरस या स्मैक बिक रही है तो उस पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें. किसी भी शिकायत पर एसएसपी कार्यालय स्तर से भेजी गई टीम द्वारा किसी थाना क्षेत्र में अवैध शराब, चरस या स्मैक पकड़ी जाती है, तो उस इलाके के थाना प्रभारी का दायित्व निर्धारित करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस कार्रवाई के तहत मुकदमा दर्ज कर संबंधित प्रभारी को जेल तक भेजा जा सकता है.
  • सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में पूर्व में शराब तस्करी में लिप्त व्यक्तियों का सत्यापन कर नियमानुसार निरोधात्मक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे.
  • देहरादून एसएसपी के मुताबिक अवैध शराब की बिक्री, निर्माण, तस्करी/ निकासी पर प्रभावशाली कार्रवाही करने के लिए 25 सितंबर 2019 से 31 अक्टूबर 2019 तक विशेष अभियान चलाया जाएगा.
  • यदि कोई पुलिसकर्मी यातायात नियमों का पालन नहीं करता तो उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई करते हुए ऐसे कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी तत्काल अमल में लाई जाएगी.
  • जनपद में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति में अंकुश लगाए जाने के लिए स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाना सुनिश्चित किया जाएगा.
  • एसएसपी ने सभी पुलिस प्रभारियों को निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की सहायता करने वाले व्यक्तियों का उत्पीड़न न किया जाए, जो व्यक्ति घायल की मदद कर रहा है उसको अस्पताल पहुंचाता है उसे किसी भी तरह से अनावश्यक सवाल नहीं पूछे जाएंगे.
  • थानों, चौकियों, इकाइयों, कार्यालय, आवासों व बैरिको में डेंगू की रोकथाम के लिए साफ सफाई कराई जाए.
  • सभी थाना प्रभारियों को दिशा-निर्देश दिया गया कि वह अपने-अपने थाना क्षेत्रों में अस्थाई अतिक्रमण के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे हटाए. जिससे यातायात व्यवस्था को बहाल किया जा सके.
  • यदि किसी व्यक्कि द्वारा पुलिस से अभद्रता की जाती है तो उसके खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाए.
  • ऐसी अभियुक्तों जो बार-बार शराब तस्करी में लिप्त रहते हैं या जिनका नाम ऐसे कृतियों में प्रकाश में आता है उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए.

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की नाराजगी के बाद पुलिस महकमे ने शराब माफिया के साथ अपने अधिकारियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जहरीली शराब कांड के बाद देहरादून एसएसपी सख्त हो गए हैं. मंगलवार शाम को हुई मासिक क्राइम मीटिंग में एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने साफतौर पर कहा है कि अब जिले के किसी भी इलाके में अगर शराब तस्करी पाई जाती है, तो सबसे पहले वहां चौकी और थाना प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाएगा.

मासिक क्राइम मीटिंग में जिले के सभी एसपी, सीओ और थाना प्रभारी मौजूद थे. मासिक क्राइम मीटिंग में सबसे ज्यादा ध्यान अवैध शराब की तस्करी रोकने पर किया गया.

क्राइम मीटिंग में एसएसपी ने अधिकारियों को दिए निर्देश

  • एसएसपी ने कहा कि यदि किसी भी थाना क्षेत्र में अवैध शराब, चरस या स्मैक बिक रही है तो उस पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें. किसी भी शिकायत पर एसएसपी कार्यालय स्तर से भेजी गई टीम द्वारा किसी थाना क्षेत्र में अवैध शराब, चरस या स्मैक पकड़ी जाती है, तो उस इलाके के थाना प्रभारी का दायित्व निर्धारित करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस कार्रवाई के तहत मुकदमा दर्ज कर संबंधित प्रभारी को जेल तक भेजा जा सकता है.
  • सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में पूर्व में शराब तस्करी में लिप्त व्यक्तियों का सत्यापन कर नियमानुसार निरोधात्मक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे.
  • देहरादून एसएसपी के मुताबिक अवैध शराब की बिक्री, निर्माण, तस्करी/ निकासी पर प्रभावशाली कार्रवाही करने के लिए 25 सितंबर 2019 से 31 अक्टूबर 2019 तक विशेष अभियान चलाया जाएगा.
  • यदि कोई पुलिसकर्मी यातायात नियमों का पालन नहीं करता तो उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई करते हुए ऐसे कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी तत्काल अमल में लाई जाएगी.
  • जनपद में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति में अंकुश लगाए जाने के लिए स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाना सुनिश्चित किया जाएगा.
  • एसएसपी ने सभी पुलिस प्रभारियों को निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की सहायता करने वाले व्यक्तियों का उत्पीड़न न किया जाए, जो व्यक्ति घायल की मदद कर रहा है उसको अस्पताल पहुंचाता है उसे किसी भी तरह से अनावश्यक सवाल नहीं पूछे जाएंगे.
  • थानों, चौकियों, इकाइयों, कार्यालय, आवासों व बैरिको में डेंगू की रोकथाम के लिए साफ सफाई कराई जाए.
  • सभी थाना प्रभारियों को दिशा-निर्देश दिया गया कि वह अपने-अपने थाना क्षेत्रों में अस्थाई अतिक्रमण के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे हटाए. जिससे यातायात व्यवस्था को बहाल किया जा सके.
  • यदि किसी व्यक्कि द्वारा पुलिस से अभद्रता की जाती है तो उसके खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाए.
  • ऐसी अभियुक्तों जो बार-बार शराब तस्करी में लिप्त रहते हैं या जिनका नाम ऐसे कृतियों में प्रकाश में आता है उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए.
Intro:pls नोट- महोदय इस खबर से संबंधित फोटोग्राफ ई-मेल द्वारा भेजे गए हैं।



summary- शराब कांड के बाद पुलिस प्रशासन को सख्त, तस्करी न रोक पाने वाले थानेदार जाएंगे जेल:एसएसपी, क्राइम मीटिंग शराब नशा तस्करी पर किया गया फोकस।


पिछले दिनों पथरिया पीर इलाके में जहरीली शराब मौत घटनाक्रम के बाद .. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सख्त चेतावनी भरे आदेश का असर अब कुछ नजर आता दिख रहा है। सीएम के कड़े तेवर के चलते देहरादून पुलिस प्रशासन सख्त रुख की तरफ बढ़ता दिख रहा है। देहरादून एसएसपी के मुताबिक अब जिले के किसी भी इलाके में अगर शराब तस्करी पाई जाती है तो सबसे पहले उसके जिम्मेदार चौकी और थाना प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाएगा।
मंगलवार देर रात तक देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी द्वारा जिले के सभी थाना प्रभारियों ,सर्कल ऑफिसर और एसपी के साथ ली गई मासिक क्राइम मीटिंग में सबसे बड़ा फोकस अवैध शराब की तस्करी रोकने को लेकर किया गया।


Body:देहरादून एसएसपी द्वारा क्राइम मीटिंग में सभी संबंधित जिले के अधिकारियों को शराब ,नशा तस्करी रोकने के लिए इन 14 बिंदुओं पर दिए गए सख्त दिशा निर्देश।

1-एसएसपी के मुताबिक यदि किसी भी थाना क्षेत्र में अवैध शराब,चरस या स्मेक में बिक रही है तो उस पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें। यदि शिकायत के आधार पर एसएसपी कार्यालय स्तर से भेजी गई टीम द्वारा किसी थाना क्षेत्र में अवैध शराब चरस स्मैक पकड़ी जाती है, तो सूरत में संबंधित थाना प्रभारी का दायित्व निर्धारित करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई के तहत मुकदमा दर्ज कर संबंधित प्रभारी को जेल तक भेजा जा सकता है।

2- सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में पूर्व में शराब तस्करी में लिप्त व्यक्तियों का सत्यापन कर नियमानुसार निरोधात्मक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।

3- सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में अवैध शराब की सूचना या कंट्रोल रूम द्वारा अवैध शराब बिकने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें साथ ही अपने-अपने थाना क्षेत्रों में शराब तस्करों को चिन्हित कर उनका वेरिफिकेशन करते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई तत्काल अमल पर लाएं।

4- देहरादून एसएसपी के मुताबिक अवैध शराब की बिक्री,निर्माण ,तस्करी/ निकासी पर प्रभावशाली कार्यवाही करने के लिए 25 सितंबर 2019 से 31 अक्टूबर 2019 तक विशेष अभियान चलाया जाएगा।

5- यदि कोई पुलिसकर्मी यातायात नियमों का पालन नहीं करता तो उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई करते हुए ऐसे कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी तत्काल अमल में लाई जाएगी।

6- जनपद में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति में अंकुश लगाए जाने के लिए स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थानों में समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाना सुनिश्चित किया जाएगा।

7- एसएसपी ने सभी पुलिस प्रभारियों को निर्देश दिए कि,सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की सहायता करने वाले व्यक्तियों का कदापि उत्पीड़न ना किया जाए जो व्यक्ति घायल की मदद कर रहा है उसको अस्पताल पहुंचाता है उसे किसी भी तरह से अनावश्यक सवाल नहीं पूछे जाएंगे।

8- थानों, चौकियों, इकाइयों, कार्यालय ,आवासों व बैरिको में डेंगू की रोकथाम के लिए साफ सफाई कराई जाए।

9- साइबर क्राइम से पीड़ित व्यक्ति को थाने चौकियों द्वारा साइबर सेल या साइबर थाने में जांच के नाम पर इधर-उधर भेजना उचित नहीं होगा। पीड़ित व्यक्तियों को अनावश्यक परेशान ना किया जाए। एसएसपी ने निर्देश दिया कि साइबर क्राइम से पीड़ित व्यक्ति का प्रार्थना पत्र लेकर उसको तुरंत रिसीविंग देते हुए व्हाट्सएप मेल के माध्यम से साइबर सेल से शिकायत विवरण देते हुए विरिक निस्तारण करना सुनिश्चित करेंगे।

10- सभी थाना प्रभारियों को दिशा निर्देश दिया गया कि वह अपने-अपने थाना क्षेत्रों में अस्थाई अतिक्रमण के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे हटाए जिससे यातायात व्यवस्था को बहाल किया जा सके।

11- सभी थाना प्रभारी अपने क्षेत्रों में आम जनमानस को सीसीटीवी कैमरे की महत्वता के संबंध में जानकारी देते हुए उन्हें अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे।
इसके अलावा सीसीटीवी कैमरों के लिए स्थान चिन्हित करते हुए इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी भी घटना घटित होने पर उस सीसीटीवी कैमरे का इस्तेमाल किया जा सके।

12- सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करते समय उनके साथ शालीन व्यवहार किया जाए।
यदि जनता में किसी व्यक्ति द्वारा अभद्रता की जाती है तो उसके खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाए।

13- थाने में दर्ज होने वाले महत्वपूर्ण मुकदमे की विवेचना को साइंटिफिक तरीके से किया जाए। इसके लिए थाने पर सक्षम अधिकारी कर्मचारी को चिन्हित करते हुए उन्हें इसकी जिम्मेदारी में शामिल किया जाए।

14- ऐसी अभियुक्तों जो बार-बार शराब तस्करी में लिप्त रहते हैं या जिनका नाम ऐसे कृतियों में प्रकाश में आता है उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए।


Conclusion:
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