देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव-2022 नजदीक है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है. विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल तैयारियों में जी-जान से जुट गए हैं. ऐसे में तमाम दल लोक लुभावने वादे करते हुए एक-दूसरे के वोट बैंक को साधने में जुड़ गए हैं. वहीं, इस विधानसभा चुनाव प्रदेश में समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने जा रही है.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सत्यनारायण सचान का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने राजपूतों और ब्राह्मणों को 27% आरक्षण दिलाने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मंडल आयोग की परिधि से जो जातियां रह गई थी, जिसमें सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े राजपूत और ब्राह्मण हैं, उनका सर्वेक्षण कराएगी और 79 ने उनकी क्या स्थिति थी, उसके आधार पर उन को ओबीसी में शामिल कर प्रदेश और देश की सेवाओं में 27% आरक्षण दिलाएगी.
उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन 20 वर्षों में कांग्रेस और भाजपा ने प्रदेश की सत्ता संभाली, लेकिन दोनों पार्टियों को सामाजिक न्याय से कोई लेना देना नहीं है. जबकि समाजवादी पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो महात्मा गांधी, डॉक्टर लोहिया, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों पर चलती है. इसलिए समाजवादी पार्टी के लिए सामाजिक न्याय बहुत बड़ा मुद्दा है.
पलायन पर बोले डॉ. सत्यनारायण सचान: समाजवादी पार्टी ने 2022 के चुनावों को देखते से पलायन को भी मुख्य मुद्दा बनाया है. सपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सचान का कहना है कि राज्य में पलायन एक बहुत बड़ा मुद्दा है. उन्होंने कहा कि पर्वतीय अंचलों में आज 1704 गांव पलायन की भेंट चढ़ गए हैं. ऐसे में पलायन रोकने के लिए सपा प्रत्येक जनपद में एक मिनी सिडकुल बनाएगी और वहां स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देते हुए लोगों को रोजगार देगी.
पर्यटन के क्षेत्र में राज्य को विश्व पटल पर लाएगी सपा: सपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण सचान का कहना है कि अगर समाजवादी पार्टी सत्ता में आती है तो उत्तराखंड को पर्यटन के क्षेत्र में विश्व पटल पर लाएगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में नैनीताल, मसूरी जैसे पर्यटक स्थल अंग्रेजों के समय से चले आ रहे हैं, लेकिन सपा लैंसडाउन, जागेश्वर धाम को विकसित करेगी. उन्होंने कहा कि सपा पौड़ी और पिथौरागढ़ के कई क्षेत्रों में फाइव स्टार होटल की श्रंखला प्यार करेगी.
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2022 के चुनाव से पहले जा आम आदमी पार्टी रोजगार, मुफ्त बिजली, प्रदेश को अध्यात्मिक राजधानी बनाने का वादा प्रदेश की जनता से कर रही है. तो वहीं कांग्रेस पार्टी रोजगार देने के साथ ही बेरोजगार युवाओं को न्याय योजना के तहत 5 हजार बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर रही है. ऐसे में समाजवादी पार्टी ने राजपूत और ब्राह्मण वोटरों को साधते हुए उन्हें 27% आरक्षण दिए जाने की लड़ाई लड़ने का लक्ष्य रखा है.