विकासनगरः देवभूमि उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज है. जिसमें जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर का पर्यटक स्थल चकराता भी शामिल है. चकराता का नाम सुनते ही यहां की सुंदर वादियां लोगों के जहन में उतर आती हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते हिल स्टेशन चकराता से सैलानियों की चहलकदमी गायब है. जिससे इनदिनों यहां की सड़कें, रिसॉर्ट, होटल-ढाबे सब सुनसान नजर आ रहे हैं.
दरअसल, सर्दियों के मौसम में यह क्षेत्र बर्फ की चाढर ओढ़ लेता है. इस दौरान देश-विदेश के लोग बर्फबारी का लुत्फ उठाने यहां पहुंचते हैं. जबकि, गर्मियों में सैलानी ठंडक का एहसास लेने पहुंचते हैं. आमतौर पर मई-जून में तो पर्यटकों का हूजुम देखने को मिलता था. लेकिन, इस बार कोरोना लॉकडाउन के चलते सब कुछ वीरान पड़ा हुआ है.
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इनदिनों प्रकृति की नेमत ने सड़क के दोनों ओर रंग-बिरंगे फूलों से श्रृंगार किया है तो वहीं, देवदार और बांज-बुरास के जंगल शीतलता का एहसास करा रही है. हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं से चलती धीमी-धीमी बर्फीली हवाएं चल रही है. जंगलों में पक्षियों के कलरव और चहचहाहट सुनाई दे रही है. लेकिन, लोग अपने घरों में कैद है. वहीं, स्थानीय कारोबारियों को लॉकडाउन खुलने का इंतजार है.