देहरादून: राजधानी देहरादून में आयोजित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन (Police Officers Conference) का समापन हो गया है. तीन दिन चले सम्मलेन में भविष्य की कार्य योजना के संबंध पर विचार-विमर्श किया गया. साथ ही सम्मेलन में डीजीपी अशोक कुमार द्वारा महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए.
गौर हो कि प्रदेश में क्राइम को कंट्रोल करने के लिए पुलिस तत्पर्ता से कार्य कर रही है. इसी कड़ी में देहरादून में आयोजित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सम्मेलन (Police Officers Conference) आयोजित किया गया.तीन दिन चले सम्मलेन में भविष्य की कार्य योजना के संबंध पर मंथन किया गया.सम्मेलन के समापन पर डीजीपी अशोक कुमार ने ने सभी पुलिस अधिकारियों को कहा कि सम्मेलन सकारात्मक रहा. उन्होंने कहा कि सभी जनपद प्रभारी एक दूसरे के कार्यों से प्रेरणा लें और उसे अपने जनपद में भी लागू करें.
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सम्मेलन में इन बिन्दुओं पर हुई चर्चा-
1.बदमाशों और अपराधियों में पुलिस का खौफ हो इसके लिए एसटीएफ की ऑपरेशनल दक्षता को बढ़ाने के निर्देश दिए.
2.स्मार्ट पुलिसिंग पर जोर देते हुये जनपद प्रभारियों को सीसीटीवी मैपिंग कराये जाने के लिए भी निर्देशित किया. साथ ही अपराधों में कमी लाने के लिए स्थानीय लोगों को सीसीटीवी लगाने के लिए जागरूक करने की बात कही गई.
3.गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई को बढ़ाने के निर्देश दिए गए. ड्रग्स और बड़े अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए इनके खिलाफ गैंगस्टर के अन्तर्गत कार्रवाई और उनकी अवैध रूप से अर्जित सम्पत्ति कुर्की की जाएगी.
4.जनपद प्रभारियों को महिला से सम्बन्धित अपराधों को पंजीकरण करने और पीड़ित के प्रति संवेदनशीलता से पेश आने के लिए निर्देशित किया गया.
5.जनपद प्रभारी सुनिश्चित कर लें कि बलात्कार और पॉक्सो एक्ट से सम्बन्धित मुकदमों की विवेचना 2 माह के भीतर पूरी की जाए.
6. इनाम अपराधियों पर शीघ्र इनाम घोषित करने और 2500 रुपए से ऊपर इनामी राशि के अपराधियों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी जनपद एसओजी को दिए जाने के लिए निर्देशित दिए.
7.अंतरराज्यीय बैरियर्स पर मादक पदार्थों की चैकिंग के लिए स्निफर डॉग को तैनात करने का निर्णय लिया गया.
8.मादक पदार्थों में दो से अधिक मुकदमों में शामिल अभियुक्तों की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी.
9.साइबर हेल्पलाइन नम्बर 155260 से साइबर क्राइम से पीड़ित लोगों को काफी राहत मिल रही है. नम्बर का व्याप्क स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए.
10.साइबर क्राइम के मामलों में बेहतरीन काम करने के लिए सम्बन्धित जनपद को अवार्ड दिए जाने का निर्णय भी लिया गया.
11.Fire response & rescue के लिए नए तकनीकी उपकराणों आदि आवश्यकतानुसार क्रय किये जाएंगे.
12.सभी फायर सर्विस में तैनात जवानों को राहत, खोज और बचाव के लिए एसडीआरएफ का बेसिक कोर्स कराया जाएगा.
13.दार्मा घाटी में एसडीआरएफ की पोस्ट खोलने का प्रयास किया जाएगा.
14.जिन पुलिस थानों में महिला उपनिरीक्षक और महिला कांस्टेबल तैनात नहीं हैं, वहां 15 दिवस के भीतर महिला उपनिरीक्षक और महिला कांस्टेबल तैनात करने के लिए जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया.
15.बेहतर यातायात और कम दुर्घटना के लिए अनावश्यक चालान न करें. सड़क दुर्घटना के मुख्य कारणों जैसे रैश,स्टंट ड्राइविंग, नशे की हालत में वाहन चलाना, वाहन चलाते हुए मोबाइल पर बात करना,ओवर लोडिंग, ओवर स्पीडिंग पर चालान करने के निर्देश दिए गए.
16.सभी जनपद प्रभारी सुगम यातायात के लिए अपने-अपने जनपदों में बोटल नेक्स को कम करें और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों और ब्लैक स्पॉट्स पर प्रभावी कार्रवाई करें.
17.चालान ऑनलाइन भुगतान करने की सुविधा को और अधिक लागू करने और इसमें आ रही व्यवाहारिक समस्याओं का भी निराकरण तत्काल करने के निर्देश दिए.
18.Traffic Eyes App का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, जिससे जनता भी ट्रैफिक नियम उल्लंघन करने वाले की सूचना एप पर अपलोड कर उसका चालान करा पाए.