देहरादून: देहरादूनः राजधानी देहरादून में चल रही भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का सोमवार को समापन हो गया. वहीं, महिला मोर्चा की कार्यकारिणी के समापन सत्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े और कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस देश की मातृशक्ति को सामर्थ्यवान और सबल बनाना चाहती है. देहरादून में संपन्न हुई भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के समापन के मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने विशेष व्यवस्था के लिए स्थानीय टीमों का आभार व्यक्त किया.
इसके साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय जेपी नड्डा ने भी महिला मोर्चा की पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्हें मिशन-2022 को लेकर जीत का मंत्र दिया है. इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि 'हमारी अपनी संस्कृति है, अपना गौरवमय इतिहास है, जिसमें मातृ-शक्ति का विशेष स्थान है. हमारी संस्कृति में मातृ शक्ति का सम्मान आदिकाल से ही है. मातृ-शक्ति को संपूर्ण सृष्टि का आधार कहा गया है. जिसका वर्णन वेदों, उपनिषदों और साहित्यों में भी आता है.
इस दौरान मोर्चा की पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि बड़ी संख्या में महिलाएं पंचायत और स्थानीय निकायों में चुन कर तो आती हैं. लेकिन ज्यादातर उनके पति ही सारा काम करते हैं. ऐसी जन-प्रतिनिधियों को हमें ट्रेनिंग देने, उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है. ताकि वे सही मायनों में जन-प्रतिनिधि बन सकें.
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उन्होंने कहा कि मातृशक्ति ने राष्ट्र की सेवा जितनी की है उतनी अन्य लोगों द्वारा नहीं की गई होगी. कोरोना काल में मास्क बनाने का काम तथा भोजन व अन्य उपयोगी वस्तुओं की व्यवस्था मातृशक्ति ने की. हमारी मातृशक्ति का सम्मान सदैव आवश्यक है. उन्होंने बताया कि देवी शकुंतला ने जंगलों में रहकर अपने पुत्र भरत को इतना मेधावी बनाया कि उन्होंने जैसा शासन किया है. वह इतिहास का विषय बना है. जंगल में रह कर अपने पुत्र को सामर्थ्यवान शिक्षित बनाना, योद्धा बनाना तथा हर क्षेत्र में विशिष्ट बनाना यह मात्र मातृशक्ति की ही कृपा के कारण हो सका.
नड्डा ने कहा कि आज हम सह शिक्षा की बात कर रहे हैं लेकिन हमारे पुराणों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि मातृशक्ति तथा पुरुष साथ-साथ शिक्षा प्राप्त करते थे. गुरुकुल में मातृशक्ति को विशेष स्थान दिया जाता था. एक नारे की चर्चा करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हम आज 'लेडीज फस्ट' की बात करते हैं लेकिन हमारे यहां गौरीशंकर, सीताराम, राधाकृष्ण जैसे शब्द वर्षों से प्रचलित है यह इस बात का प्रतीक है कि हमारे देश में मातृशक्ति विशेष सम्मानित रही हैं. देश की स्वतंत्रता संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई ने युद्ध प्रारंभ किया था उसके बाद हजारों हजार मातृशक्ति ने इस संग्राम में भाग लिया. भारतीय इतिहास की इन महिलाओं के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता.
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जेपी नड्डा ने कहा कि स्वतंत्र भारत में पहली बार भारत के प्रधानमंत्री ने उद्योग, चिकित्सा, शिक्षा, विज्ञान विदेश जैसे विभिन्न विभागों को मातृशक्ति को सौंपा था. यह इस बात का प्रतीक है कि हमारे देश में मातृशक्ति पूरी तरह सामर्थ्यवान तथा कार्य कुशल है. खेलों में हमारी बेटियों ने जो श्रेष्ठता हासिल की है वह अपने आप में विलक्षण है. पी वी सिंधु, साइना नेहवाल जैसे दर्जनों नाम खेल में अपनी विशिष्टता के कारण जाने जाते हैं.
डॉक्टर आनंदी भोपाल की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय समाज की हजारों महिलाओं ने अपनी श्रेष्ठता विभिन्न क्षेत्रों में साबित की हैं. हम सब लोग मातृशक्ति का मन से नमन करते हैं और हमारी प्राथमिकता है कि मातृशक्ति सदैव आगे रहे. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं को विशेष सेवाभावी होने के लिए बधाई दी.
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कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार में रक्षा, विदेश, वित्त एवं शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग महिला मंत्रियों को दिए गए. भारतीय वायु सेना ने कॉम्बैट भूमिकाओं में महिलाओं के लिए अपने दरवाजे खोले. सरकार ने CRPF और CISF में कांस्टेबल पदों पर महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की घोषणा की. महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े मामलों को देखने के लिए पहली बार केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत एक नया डिवीजन बनाया गया है. देश के हर पुलिस स्टेशन में महिला सहायता डेस्क बनाने का निर्णय लिया गया है.
जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी सरकार ने हर कदम पर महिलाओं के कल्याण के लिए कार्य किया है. मातृ वंदन कार्यक्रम, परिवार विकास मिशन, 6 माह का गर्भावस्था अवकाश और फ्री एम्बुलेंस तथा फ्री डिलीवरी की सुविधा के साथ-साथ 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता, इन सबका अच्छा परिणाम स्वास्थ्य क्षेत्र में पड़ा है.
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वहीं, भाजपा प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि भाजपा सरकारों के नेतृत्व में महिलाओं को बराबरी का मौका मिला है. भाजपा सरकार ही है जिसमें महिलाओं को 30% आरक्षण के अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल में 12 महिलाओं को मंत्रिमंडल में जगह दी है. उन्होंने कहा की समाज के 50 फीसदी में महिलाओं की भूमिका होती है और मतदान में भी 50% भूमिका महिलाओं की होती है. यही वजह है कि बीजेपी के सरकार और भारत देश में महिलाओं को बराबरी का मौका दिया जाता है.