विकासनगरः सूबे में सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. आलम ये है कि स्कूलों के पास न तो पक्के भवन हैं और न ही पर्याप्त शिक्षक. इसकी बानगी विकासनगर में देखने को मिल रही है. जहां कालसी के प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड का भवन जर्जर हालत में है. इतना ही नहीं बरसात के दिनों में स्कूल की छत टपकती है. साथ ही छत से प्लास्टर भी गिरता रहता है. ऐसे में नौनिहाल जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करते हैं. जिसकी सुध नहीं ली जा रही है.
दरअसल, कालसी के प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड में 26 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन भवन की स्थिति काफी जर्जर हालत में है. भवन की छत से कभी प्लास्टर गिरता है तो बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता रहता है. जिससे क्लास रूम में पानी भर जाता है. इतना ही नहीं क्लास रूम में भी जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं. ऐसे में छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
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बरसात के दौरान तो हालत और ज्यादा खराब हो जाती है. स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष निशा ने बताया कि वे कई बार इसका प्रस्ताव शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को भेज चुकी हैं, लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है.
वहीं, प्रभारी अध्यापिका कंचन नेगी ने कहा कि भवन काफी पुराना है और छत से लगातार प्लास्टर गिरता है. जिससे हर समय हादसा होने का डर रहता है. उधर, उप शिक्षा अधिकारी पूजा नेगी का कहना है कि बिल्डिंग काफी पुरानी है. इसके लिए शासन से धन स्वीकृत हो चुका है. जल्द विद्यालय भवन निर्माण करवाया जाएगा.