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जान जोखिम में डाल कर पढ़ रहे बच्चे, हमेशा रहता है छत गिरने का खतरा - बदहाल शिक्षा व्यवस्था

कालसी के प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड में 26 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन भवन की स्थिति काफी जर्जर हालत में है. जहां पर छात्र जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे हैं.

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प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड
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Published : Jan 15, 2020, 12:39 PM IST

Updated : Jan 15, 2020, 1:07 PM IST

विकासनगरः सूबे में सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. आलम ये है कि स्कूलों के पास न तो पक्के भवन हैं और न ही पर्याप्त शिक्षक. इसकी बानगी विकासनगर में देखने को मिल रही है. जहां कालसी के प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड का भवन जर्जर हालत में है. इतना ही नहीं बरसात के दिनों में स्कूल की छत टपकती है. साथ ही छत से प्लास्टर भी गिरता रहता है. ऐसे में नौनिहाल जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करते हैं. जिसकी सुध नहीं ली जा रही है.

बदहाल स्थिति में प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड का भवन.

दरअसल, कालसी के प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड में 26 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन भवन की स्थिति काफी जर्जर हालत में है. भवन की छत से कभी प्लास्टर गिरता है तो बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता रहता है. जिससे क्लास रूम में पानी भर जाता है. इतना ही नहीं क्लास रूम में भी जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं. ऐसे में छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

ये भी पढ़ेंः गजब! यहां एक प्रधानाचार्य के भरोसे 13 विद्यालय

बरसात के दौरान तो हालत और ज्यादा खराब हो जाती है. स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष निशा ने बताया कि वे कई बार इसका प्रस्ताव शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को भेज चुकी हैं, लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है.

वहीं, प्रभारी अध्यापिका कंचन नेगी ने कहा कि भवन काफी पुराना है और छत से लगातार प्लास्टर गिरता है. जिससे हर समय हादसा होने का डर रहता है. उधर, उप शिक्षा अधिकारी पूजा नेगी का कहना है कि बिल्डिंग काफी पुरानी है. इसके लिए शासन से धन स्वीकृत हो चुका है. जल्द विद्यालय भवन निर्माण करवाया जाएगा.

विकासनगरः सूबे में सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. आलम ये है कि स्कूलों के पास न तो पक्के भवन हैं और न ही पर्याप्त शिक्षक. इसकी बानगी विकासनगर में देखने को मिल रही है. जहां कालसी के प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड का भवन जर्जर हालत में है. इतना ही नहीं बरसात के दिनों में स्कूल की छत टपकती है. साथ ही छत से प्लास्टर भी गिरता रहता है. ऐसे में नौनिहाल जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करते हैं. जिसकी सुध नहीं ली जा रही है.

बदहाल स्थिति में प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड का भवन.

दरअसल, कालसी के प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड में 26 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन भवन की स्थिति काफी जर्जर हालत में है. भवन की छत से कभी प्लास्टर गिरता है तो बारिश के दिनों में छत से पानी टपकता रहता है. जिससे क्लास रूम में पानी भर जाता है. इतना ही नहीं क्लास रूम में भी जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं. ऐसे में छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

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बरसात के दौरान तो हालत और ज्यादा खराब हो जाती है. स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष निशा ने बताया कि वे कई बार इसका प्रस्ताव शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को भेज चुकी हैं, लेकिन मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है.

वहीं, प्रभारी अध्यापिका कंचन नेगी ने कहा कि भवन काफी पुराना है और छत से लगातार प्लास्टर गिरता है. जिससे हर समय हादसा होने का डर रहता है. उधर, उप शिक्षा अधिकारी पूजा नेगी का कहना है कि बिल्डिंग काफी पुरानी है. इसके लिए शासन से धन स्वीकृत हो चुका है. जल्द विद्यालय भवन निर्माण करवाया जाएगा.

Intro:विकासनगर_ प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड कालसी का भवन जर्जर हाल हो चुका है शिक्षा विभाग की लापरवाही पड़ सकती है भारी विद्यालय में 26 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत.


Body:प्राथमिक विद्यालय व्यास भूड का भवन इन दिनों जर्जर हाल मैं पहुंच चुका है भवन की छत से कभी प्लास्टर गिरता है तो बारिश के दिनों में लिंटर से पानी टपकने के कारण क्लास रूम में भर जाता है वह जगह-जगह क्लास रूम में गड्ढे बने हुए हैं जिस कारण से विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं व अध्यापकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है बारिश के दिनों में तो स्थिति और भी गंभीर हो जाती है वर्षों पूर्व बना विद्यालय भवन अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष निशा ने बताया कि इस संबंध में कई बार प्रस्ताव शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को भेजे गए हैं.


Conclusion:प्राथमिक विद्यालय की प्रभारी अध्यापिका कंचन नेगी ने बताया कि भवन काफी पुराना है और छत से लगातार प्लास्टर चढ़ता रहता है जिसके कारण बच्चों को काफी समस्या होती है और छत से बरसात के दिनों में पानी भी टपकने लगता है जिस कारण छात्रों सहित शिक्षकों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है भवन के निर्माण को लेकर उच्च अधिकारियों को प्रबंधन समिति द्वारा प्रस्ताव भेजा गया है.
इस संबंध में जब उप शिक्षा अधिकारी कालसी पूजा नेगी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि बिल्डिंग काफी पुरानी है और इसके लिए शासन से धन स्वीकृत हो चुका है शीघ्र विद्यालय भवन निर्माण करवाया जाएगा.

बाइट _कंचन नेगी_ प्रभारी अध्यापिका
Last Updated : Jan 15, 2020, 1:07 PM IST
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