ऋषिकेश: पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने संस्थान की प्रगति, एम्स अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाएं और उपचार से संबंधित विस्तृत जानकारी हासिल की. निदेशक प्रो. रविकांत ने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में मरीजों को वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. संस्थान में अधिकांश विभागों की स्थापना और विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती होने से मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है.
एम्स निदेशक ने बताया कि संस्थान में प्रतिदिन ओपीडी में 4 हजार से ज्यादा मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. मरीजों का दबाव बढ़ने से उन्हें बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. जिससे उन्हें परेशानी हो रही है. जिस वजह 960 बेड के एम्स अस्पताल में शत-प्रतिशत बेड भरे होने के कारण मरीजों को भर्ती होने में दिक्कतों का सामना पड़ता है.
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पर्यटन मंत्री को बताया गया कि 960 बेड वाले एम्स अस्पताल के सभी कार्य पूर्ण हो चुके हैं, जबकि 120 बेड के ट्रामा सेंटर का कार्य भी जल्द पूर्ण होने की संभावना है. निदेशक एम्स प्रो. रविकांत ने उन्हें बताया कि एम्स परियोजना के द्वितीय चरण में एक हजार बेड के प्रस्तावित अस्पताल निर्माण की दिशा में शीघ्र कार्रवाई करनी होगी. जिससे सभी रोगियों को दाखिला व उपचार दिया जा सके. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में एम्स की स्थापना के बाद से मेडिकल टूरिज्म की संभावनाएं बढ़ गई हैं. उन्होंने इसकी वजह संस्थान में मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं को बताया है.
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने निदेशक एम्स को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार इस दिशा में शीघ्र ही कार्रवाई करेगी. पर्यटन मंत्री ने बताया कि सरकार की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र भेजकर एम्स संस्थान को एक हजार बेड के अस्पताल निर्माण के लिए बजट उपलब्ध करवाने की मांग की गई है. जिससे संस्थान में मरीजों को बेड की कमी से जूझना न पड़े.