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Chardham Yatra: सतपाल महाराज ने अधिकारियों के साथ की बैठक, यात्रा मार्गों के नवनिर्माण पर दिया जोर - Chardham Yatra preparations

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में चारधाम यात्रा से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने यात्रा मार्गों के नवनिर्माण में नवीनतम तकनीक के प्रयोग के निर्देश दिए हैं.

Uttarakhand Chardham Yatra
सतपाल महाराज ने अधिकारियों के साथ की बैठक
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Published : Jan 28, 2023, 8:55 PM IST

सतपाल महाराज ने अधिकारियों के साथ की बैठक.

देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा अप्रैल महीने से शुरू होने जा रही है. जिसकी तैयारियों में उत्तराखंड सरकार अभी से ही जुट गई है. इसी क्रम में पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज ने आगामी चारधाम यात्रा के मद्देनजर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान चारधाम यात्रा रूटों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किए जाने को लेकर चर्चा की. साथ ही जोशीमठ की सड़कों पर पड़ी दरारों को जल्द ठीक किए जाने को लेकर भी उन्होंने दिशा निर्देश दिए.

पीडब्ल्यूडी मंत्री महाराज ने चारधाम यात्रा को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के सभी अधिकारियों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिए जहां-जहां भी सड़क धंस रही है और भूस्खलन की शिकायत मिल रही है, उसकी रोकथाम के साथ-साथ पल-पल की रिपोर्ट सरकार को दी जाए. साथ ही उन्होने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और वर्चुअल जुड़े जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि चारधाम यात्रा सुचारू एवं निर्बाध रूप से प्रारंभ होने से पहले ही सभी तैयारियां कर ली जाएं.

पढे़ं- Joshimath Crisis Bulletin: नहीं बढ़ रही दशहत की दरार, पानी का डिस्चार्ज लेवल हुआ कम

समीक्षा बैठक के दौरान लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को पर्वतीय जनपदों में सड़कों के अवरुद्ध होने तथा उनके बेहतर रखरखाव के लिए बेलदारों की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा उनकी तत्काल नियुक्ति की जाए. विभाग में रिक्त चल रहे पदों को तत्काल भरा जाए. महाराज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त मार्ग और पुलों के पुनर्निर्माण का कार्य शीघ्रता से किया जाना चाहिए. बैठक में जोशीमठ में हुए भू-धंसाव, मारवाड़ी और हेलंग बाईपास के विषय में चर्चा करते हुए कहा चारधाम यात्रा पर जितने भी बाईपास हैं, उन्हें पूरी तरीके से दुरुस्त कर लिया जाए.

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सतपाल महाराज ने मार्गों के नवनिर्माण में विस्फोटक इत्यादि का प्रयोग न करते हुए नवीनतम तकनीक का प्रयोग करने की भी अधिकारियों को सलाह दी. उन्होने पीएमजीएसवाई से लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित मार्गों के अनुरक्षण के लिए तत्काल धनराशि आवंटित कर प्राथमिकता के आधार पर अनुरक्षण कार्य किये जाने के भी आदेश दिए. साथ ही मार्गों को गढ्ढामुक्त बनाये जाने एवं त्वरित गति से अनुरक्षण कार्य किये जाने के लिए गुजरात राज्य की तर्ज पर मोबाइल एप बनाये जाने की संभावनाएं तलाशे जाने को भी सलाह दी.

सतपाल महाराज ने अधिकारियों के साथ की बैठक.

देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा अप्रैल महीने से शुरू होने जा रही है. जिसकी तैयारियों में उत्तराखंड सरकार अभी से ही जुट गई है. इसी क्रम में पीडब्ल्यूडी मंत्री सतपाल महाराज ने आगामी चारधाम यात्रा के मद्देनजर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान चारधाम यात्रा रूटों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किए जाने को लेकर चर्चा की. साथ ही जोशीमठ की सड़कों पर पड़ी दरारों को जल्द ठीक किए जाने को लेकर भी उन्होंने दिशा निर्देश दिए.

पीडब्ल्यूडी मंत्री महाराज ने चारधाम यात्रा को देखते हुए लोक निर्माण विभाग के सभी अधिकारियों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिए जहां-जहां भी सड़क धंस रही है और भूस्खलन की शिकायत मिल रही है, उसकी रोकथाम के साथ-साथ पल-पल की रिपोर्ट सरकार को दी जाए. साथ ही उन्होने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और वर्चुअल जुड़े जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि चारधाम यात्रा सुचारू एवं निर्बाध रूप से प्रारंभ होने से पहले ही सभी तैयारियां कर ली जाएं.

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समीक्षा बैठक के दौरान लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को पर्वतीय जनपदों में सड़कों के अवरुद्ध होने तथा उनके बेहतर रखरखाव के लिए बेलदारों की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा उनकी तत्काल नियुक्ति की जाए. विभाग में रिक्त चल रहे पदों को तत्काल भरा जाए. महाराज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त मार्ग और पुलों के पुनर्निर्माण का कार्य शीघ्रता से किया जाना चाहिए. बैठक में जोशीमठ में हुए भू-धंसाव, मारवाड़ी और हेलंग बाईपास के विषय में चर्चा करते हुए कहा चारधाम यात्रा पर जितने भी बाईपास हैं, उन्हें पूरी तरीके से दुरुस्त कर लिया जाए.

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सतपाल महाराज ने मार्गों के नवनिर्माण में विस्फोटक इत्यादि का प्रयोग न करते हुए नवीनतम तकनीक का प्रयोग करने की भी अधिकारियों को सलाह दी. उन्होने पीएमजीएसवाई से लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित मार्गों के अनुरक्षण के लिए तत्काल धनराशि आवंटित कर प्राथमिकता के आधार पर अनुरक्षण कार्य किये जाने के भी आदेश दिए. साथ ही मार्गों को गढ्ढामुक्त बनाये जाने एवं त्वरित गति से अनुरक्षण कार्य किये जाने के लिए गुजरात राज्य की तर्ज पर मोबाइल एप बनाये जाने की संभावनाएं तलाशे जाने को भी सलाह दी.

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