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धर्मांतरण कानून बनने से संत समाज में खुशी की लहर, मुख्यमंत्री धामी को दी शुभकामनाएं - धर्मांतरण कानून

उत्तराखंड विधानसभा में धर्मांतरण पर सख्त कानून बनने पर संत-समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है. जिसके बाद मुख्यमंत्री धामी (CM Pushkar Singh Dhami) को तमाम साधु-संतों की ओर से शुभकामनाएं मिल रही हैं. संत समाज का कहना है कि लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है. उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया है.

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Published : Dec 2, 2022, 9:49 AM IST

Updated : Dec 2, 2022, 10:39 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में धर्मांतरण पर सख्त कानून बनने से देश के संत-समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है. तमाम साधु-संतों की ओर से इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) को शुभकामनाएं मिल रही हैं. संत समाज का कहना है कि लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है. उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया है. यही नहीं सोशल मीडिया पर #DharmRakshakDhami काफी ट्रेंड हो रहा है.

धर्मांतरण कानून बनने से खुशी की लहर: गौर हो कि धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाने की प्रतिबद्धता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही जता चुके थे. हाल ही में हुई मंत्रिमंडल बैठक में धर्मांतरण पर कानून बनाने के प्रस्ताव को पास किया गया था, जिसके बाद बुधवार को राज्य सरकार की ओर से विधानसभा के पटल पर धर्मांतरण कानून को प्रस्तुत किया गया, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. मुख्यमंत्री धामी द्वारा लाए गए इस कानून को लेकर अब देश भर में संत-समाज में खुशी की लहर है.

धर्मांतरण कानून बनने से खुशी की लहर
पढ़ें-उत्तराखंड विधानसभा में पारित हुआ धर्मांतरण विरोधी विधेयक

जानिए संत समाज ने क्या कहा: स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सीएम धामी के इस कानून से पूरे देश का संत समाज आनंदित और आह्लादित है. धर्मांतरण रोकने के लिए मुख्यमंत्री धामी एक कठोर कानून लेकर आए हैं. वासुदेवानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगा दिया है यह देश एवं समाज हेतु बेहद हितकारक है. स्वामी परमात्मानंद ने कहा कि जो लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है. उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया है, इसके लिए सीएम धामी को साधुवाद. साध्वी प्राची ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री धामी ने यह बहुत सुंदर निर्णय लिया है, यह उत्तराखंड सरकार की बहुत अच्छी पहल है.
पढ़ें-धर्मांतरण कानून को लेकर तेज हुई सियासत, कांग्रेस ने बताया वोटों के ध्रुवीकरण वाला शिगूफा

सीएम का जताया आभार: वहीं बालकानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी को हम सभी हृदय से धन्यवाद देते हैं और प्रभु से प्रार्थना करते हैं वे समाज हित में इसी प्रकार से कार्य करते रहें. योगाचार्य विपिन जोशी ने कहा कि धर्मांतरण पर बना कानून जरूरी और ऐतिहासिक है. स्वामी रविन्द्र पूरी जी ने कहा कि इस कार्य के लिए पीएम नरेंद्र मोदी जी और सीएम धामी जी को साधुवाद. सीएम धामी ने यह कानून बनाकर ऐतिहासिक कदम उठाया है. अन्य राज्यों को भी ऐसा कानून बनाना चाहिए. राज राजेश्वरानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी जी के दूरदर्शी कदम की सराहना करता हूं.

अखाड़ा परिषद और हरिद्वार मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कानून को वक्त की जरूरत बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धर्मांतरण रोकने का कानून बनाकर इतिहास रच दिया है. शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कानून लाए जाने पर सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार कानून का कड़ाई से पालन कराए और धर्मांतरण कराने वालों पर सख्त कार्रवाई हो.

जानिए धर्मांतरण कानून पर क्या बोले सीएम: वहीं धर्मांतरण कानून को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कई जगहों पर धर्म परिवर्तन हो रहा था और यह गंभीर मामला बनता जा रहा था. इसलिए हमने कानून बनाया है कि कोई भी धर्म परिवर्तन नहीं कर पाएगा. दोषी पाए जाने पर उन्हें 10 साल तक की जेल की सजा का सामना करना पड़ेगा. बता दें कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में (uttarakhand assembly winter session) दो विधेयक पास (Two bills passed in the assembly) हुआ है. सदन में महिला क्षैतिज आरक्षण और धर्मांतरण विरोधी विधेयक पारित (Anti conversion bill passed in Uttarakhand) हुए. अब ये दोनों जल्द ही कानून बन जाएंगे, जिसके लिए सरकार जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी.

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में धर्मांतरण पर सख्त कानून बनने से देश के संत-समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है. तमाम साधु-संतों की ओर से इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) को शुभकामनाएं मिल रही हैं. संत समाज का कहना है कि लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है. उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया है. यही नहीं सोशल मीडिया पर #DharmRakshakDhami काफी ट्रेंड हो रहा है.

धर्मांतरण कानून बनने से खुशी की लहर: गौर हो कि धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाने की प्रतिबद्धता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही जता चुके थे. हाल ही में हुई मंत्रिमंडल बैठक में धर्मांतरण पर कानून बनाने के प्रस्ताव को पास किया गया था, जिसके बाद बुधवार को राज्य सरकार की ओर से विधानसभा के पटल पर धर्मांतरण कानून को प्रस्तुत किया गया, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. मुख्यमंत्री धामी द्वारा लाए गए इस कानून को लेकर अब देश भर में संत-समाज में खुशी की लहर है.

धर्मांतरण कानून बनने से खुशी की लहर
पढ़ें-उत्तराखंड विधानसभा में पारित हुआ धर्मांतरण विरोधी विधेयक

जानिए संत समाज ने क्या कहा: स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सीएम धामी के इस कानून से पूरे देश का संत समाज आनंदित और आह्लादित है. धर्मांतरण रोकने के लिए मुख्यमंत्री धामी एक कठोर कानून लेकर आए हैं. वासुदेवानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगा दिया है यह देश एवं समाज हेतु बेहद हितकारक है. स्वामी परमात्मानंद ने कहा कि जो लोग बल से या कपट से धर्मांतरण करते हैं, वह सबसे बड़ा पाप है. उत्तराखंड सरकार ने यह कानून पास करके नया उदाहरण पेश किया है, इसके लिए सीएम धामी को साधुवाद. साध्वी प्राची ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री धामी ने यह बहुत सुंदर निर्णय लिया है, यह उत्तराखंड सरकार की बहुत अच्छी पहल है.
पढ़ें-धर्मांतरण कानून को लेकर तेज हुई सियासत, कांग्रेस ने बताया वोटों के ध्रुवीकरण वाला शिगूफा

सीएम का जताया आभार: वहीं बालकानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी को हम सभी हृदय से धन्यवाद देते हैं और प्रभु से प्रार्थना करते हैं वे समाज हित में इसी प्रकार से कार्य करते रहें. योगाचार्य विपिन जोशी ने कहा कि धर्मांतरण पर बना कानून जरूरी और ऐतिहासिक है. स्वामी रविन्द्र पूरी जी ने कहा कि इस कार्य के लिए पीएम नरेंद्र मोदी जी और सीएम धामी जी को साधुवाद. सीएम धामी ने यह कानून बनाकर ऐतिहासिक कदम उठाया है. अन्य राज्यों को भी ऐसा कानून बनाना चाहिए. राज राजेश्वरानंद महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी जी के दूरदर्शी कदम की सराहना करता हूं.

अखाड़ा परिषद और हरिद्वार मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कानून को वक्त की जरूरत बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धर्मांतरण रोकने का कानून बनाकर इतिहास रच दिया है. शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कानून लाए जाने पर सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार कानून का कड़ाई से पालन कराए और धर्मांतरण कराने वालों पर सख्त कार्रवाई हो.

जानिए धर्मांतरण कानून पर क्या बोले सीएम: वहीं धर्मांतरण कानून को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कई जगहों पर धर्म परिवर्तन हो रहा था और यह गंभीर मामला बनता जा रहा था. इसलिए हमने कानून बनाया है कि कोई भी धर्म परिवर्तन नहीं कर पाएगा. दोषी पाए जाने पर उन्हें 10 साल तक की जेल की सजा का सामना करना पड़ेगा. बता दें कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में (uttarakhand assembly winter session) दो विधेयक पास (Two bills passed in the assembly) हुआ है. सदन में महिला क्षैतिज आरक्षण और धर्मांतरण विरोधी विधेयक पारित (Anti conversion bill passed in Uttarakhand) हुए. अब ये दोनों जल्द ही कानून बन जाएंगे, जिसके लिए सरकार जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी.

Last Updated : Dec 2, 2022, 10:39 AM IST
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