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PM मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' नारे को बुलंद कर रहा ये ग्रुप, कबाड़ से तैयार किए डेकोरेटिव आइटम्स

राजधानी देहरादून की रहने वाली ममता जैन ने 'संपूर्ण स्वदेशी' समूह की शुरुआत साल 2019 की दीपावली से कुछ दिन पहले की थी. अब ये समूह वोकल फॉर लोकल के नारे को बुलंद कर रहा है.

'वोकल फॉर लोकल'
'वोकल फॉर लोकल'
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Published : Jun 21, 2020, 4:34 PM IST

Updated : Jun 21, 2020, 6:44 PM IST

देहरादून: चीन और भारतीय सैनिकों के बीच लद्दाख की घाटी में कुछ दिनों पहले हुई झड़प के बाद देशभर में 'बॉयकॉट चाइनीज प्रोडक्ट्स' का नारा बुलंद हो गया है. ऐसे में चाइनीज प्रोडक्ट के खिलाफ देश में शुरू हुए इस अभियान के बीच आज ईटीवी भारत आपको कुछ ऐसे क्रिएटिव आर्टिस्ट से मिलवाने जा रहा है, जिन्होंने 'संपूर्ण स्वदेशी' नाम का एक समूह तैयार किया है. ये समूह घर पर ही प्लास्टिक बोतल और डिब्बों से तमाम तरह के खूबसूरत डेकोरेटिव आइटम्स तैयार करता है. इसके अलावा ये समूह राजधानी देहरादून में पीएम मोदी के वोकल फॉर लोकल के नारे को भी बुलंद कर रहा है.

राजधानी देहरादून की रहने वाली ममता जैन पेशे से एक टीचर और समाजसेवी हैं. उन्होंने 'संपूर्ण स्वदेशी' समूह की शुरुआत साल 2019 की दीपावली से कुछ दिन पहले की थी. उस वक्त उन्होंने अपने कुछ छात्रों के साथ मिलकर 'संपूर्ण स्वदेशी' समूह को शुरू किया था.जिसका मुख्य उद्देश्य गौशालाओं को आर्थिक मदद पहुंचाना था.लेकिन अब वे चाहती हैं कि बस्तियों में रहने वाले गरीब तबके के लोग भी उनके साथ जुड़े. वे उन्हें प्लास्टिक के डिब्बों और बोतलों से खूबसूरत डेकोरेटिव आइटम्स, हेयर पिंस तैयार करने की कला सिखाकर आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश करना चाहती हैं.

PM मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' नारे को बुलंद कर रहा ये ग्रुप

पढ़ें- उत्तराखंड: देवभूमि है योगभूमि, जानिए तपस्वियों का कनेक्शन

ममता बताती हैं की लॉकडाउन के समय उनके समूह ने प्लास्टिक बोतल और डिब्बों से तरह-तरह के डेकोरेटिव आइटम जैसे लैंप, फूलों का गुलदस्ता, पेन स्टैंड इत्यादि तैयार कर लिए हैं. इसके लिए उन्होंने अपने इलाके के कुछ कबाड़ियों से प्लास्टिक बोतलें खरीदी. जिससे कबाड़ से प्लास्टिक बोतलेंं चुनने वाले कबाड़ियों को भी थोड़ी बहुत आर्थिक मदद मिली.

पढ़ें- उत्तरकाशी: दो बहनें योग को दे रहीं नया आयाम, युवाओं को दे रहीं रोजगार

वहीं, संपूर्ण स्वदेशी समूह के क्रिएटिव आर्टिस्ट और पेशे से इंजीनियर शरद बताते हैं कि पिछले साल दीपावली के समय लोगों ने उनके समूह द्वारा तैयार किए गए डेकोरेटिव आइटम्स की खूब खरीदा. जिसके बाद उनकी हौंसला और बढ़ गया. उन्होंने बताया उनके द्वारा तैयार किये गये यह सभी आइटम्स बाजार में मिलने वाले अन्य डेकोरेटिव आइटम्स की तुलना में सस्ते हैं. ये सभी सामान 50 से 200 रुपए में बाजार में बेचे गए हैं. वहीं अब वे रक्षाबंधन के लिए भी फैंसी राखियां तैयार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कई फैंसी राखियां वे तैयार भी कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि इन राखियों से वे चाइनीज राखियों के बॉयकॉट में लोगों का समर्थन कर सकेंगे.

पढ़ें- सूर्य ग्रहणः सूतक लगने पर आज रात 10.25 बजे से चारधाम के कपाट होंगे बंद, इन बातों का रखें खास ख्याल

क्रिएटिव आर्टिस्ट शरद ने बताया कि आप भी अपने घर पर आसानी से प्लास्टिक वेस्ट मटेरियल से तरह-तरह के डेकोरेटिव आइटम्स तैयार कर सकते हैं. इसके लिए आपको महज 1000 रुपए तक का इन्वेस्टमेंट करना होगा.

देहरादून: चीन और भारतीय सैनिकों के बीच लद्दाख की घाटी में कुछ दिनों पहले हुई झड़प के बाद देशभर में 'बॉयकॉट चाइनीज प्रोडक्ट्स' का नारा बुलंद हो गया है. ऐसे में चाइनीज प्रोडक्ट के खिलाफ देश में शुरू हुए इस अभियान के बीच आज ईटीवी भारत आपको कुछ ऐसे क्रिएटिव आर्टिस्ट से मिलवाने जा रहा है, जिन्होंने 'संपूर्ण स्वदेशी' नाम का एक समूह तैयार किया है. ये समूह घर पर ही प्लास्टिक बोतल और डिब्बों से तमाम तरह के खूबसूरत डेकोरेटिव आइटम्स तैयार करता है. इसके अलावा ये समूह राजधानी देहरादून में पीएम मोदी के वोकल फॉर लोकल के नारे को भी बुलंद कर रहा है.

राजधानी देहरादून की रहने वाली ममता जैन पेशे से एक टीचर और समाजसेवी हैं. उन्होंने 'संपूर्ण स्वदेशी' समूह की शुरुआत साल 2019 की दीपावली से कुछ दिन पहले की थी. उस वक्त उन्होंने अपने कुछ छात्रों के साथ मिलकर 'संपूर्ण स्वदेशी' समूह को शुरू किया था.जिसका मुख्य उद्देश्य गौशालाओं को आर्थिक मदद पहुंचाना था.लेकिन अब वे चाहती हैं कि बस्तियों में रहने वाले गरीब तबके के लोग भी उनके साथ जुड़े. वे उन्हें प्लास्टिक के डिब्बों और बोतलों से खूबसूरत डेकोरेटिव आइटम्स, हेयर पिंस तैयार करने की कला सिखाकर आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश करना चाहती हैं.

PM मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' नारे को बुलंद कर रहा ये ग्रुप

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ममता बताती हैं की लॉकडाउन के समय उनके समूह ने प्लास्टिक बोतल और डिब्बों से तरह-तरह के डेकोरेटिव आइटम जैसे लैंप, फूलों का गुलदस्ता, पेन स्टैंड इत्यादि तैयार कर लिए हैं. इसके लिए उन्होंने अपने इलाके के कुछ कबाड़ियों से प्लास्टिक बोतलें खरीदी. जिससे कबाड़ से प्लास्टिक बोतलेंं चुनने वाले कबाड़ियों को भी थोड़ी बहुत आर्थिक मदद मिली.

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वहीं, संपूर्ण स्वदेशी समूह के क्रिएटिव आर्टिस्ट और पेशे से इंजीनियर शरद बताते हैं कि पिछले साल दीपावली के समय लोगों ने उनके समूह द्वारा तैयार किए गए डेकोरेटिव आइटम्स की खूब खरीदा. जिसके बाद उनकी हौंसला और बढ़ गया. उन्होंने बताया उनके द्वारा तैयार किये गये यह सभी आइटम्स बाजार में मिलने वाले अन्य डेकोरेटिव आइटम्स की तुलना में सस्ते हैं. ये सभी सामान 50 से 200 रुपए में बाजार में बेचे गए हैं. वहीं अब वे रक्षाबंधन के लिए भी फैंसी राखियां तैयार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कई फैंसी राखियां वे तैयार भी कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि इन राखियों से वे चाइनीज राखियों के बॉयकॉट में लोगों का समर्थन कर सकेंगे.

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क्रिएटिव आर्टिस्ट शरद ने बताया कि आप भी अपने घर पर आसानी से प्लास्टिक वेस्ट मटेरियल से तरह-तरह के डेकोरेटिव आइटम्स तैयार कर सकते हैं. इसके लिए आपको महज 1000 रुपए तक का इन्वेस्टमेंट करना होगा.

Last Updated : Jun 21, 2020, 6:44 PM IST
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