मसूरी: पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल के भ्रामक तथ्यों के साथ जनहित में किए जाने वाले कार्यों पर झूठे आरोप लगाकर पालिका कर्मियों का मनोबल गिराने का आरोप लगाया है.
अनुज गुप्ता के मुताबिक 2015 में नैनीताल हाईकोर्ट में दाखिल ने जनहित याचिका विनोद प्रकाश बनाम स्टेट ऑफ उत्तराखंड एवं अन्य में पारित आदेश के अनुपालन में सीबीआई द्वारा पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल के खिलाफ भ्रष्टाचार एवं पद का दुरूपयोग करने, आर्थिक क्षति पहुंचाने पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसपर सरकार तत्काल कार्रवाई करे.
वहीं, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहा कि पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के साथ अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए काम किया जा रहा है. कई निर्माण कार्य बिना संबधित विभाग की स्वीकृति से कराए जा रहे हैं. जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री द्वारा की गई थी. मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे. जिसकी जांच मसूरी एसडीएम द्वारा की जा रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए 4 सदस्य टीम का गठन कर 7 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.
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ओपी उनियाल का कहना है कि बौखला गए हैं. 2015 कर मामला पालिकाध्यक्ष को 2020 में कैसे याद आया. उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता द्वारा उनपर दबाब बनाकर नगर पालिका में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच को प्रभावित करना चाहते हैं.