देहरादून: नगर निगम देहरादून के 100 वार्ड 200 वर्ग किलोमीटर के बड़े क्षेत्र में फैले हैं. जिसके अंदर लगभग 200 किलोमीटर के मुख्य मार्ग और प्रत्येक वार्ड में औसतन 25 किलोमीटर के आंतरिक सड़क मार्ग हैं, जिनको साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी नगर निगम देहरादून की है. शहर की सड़कों की सफाई व्यवस्था को और अधिक दुरस्त करने के लिए नगर निगम ने मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन द्वारा करवाने की तैयारी कर ली है. इस कार्य के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम NCAP के अंतर्गत बजट की व्यवस्था की गई है.
6 से 8 किलोमीटर तक सड़क की सफाई करने में सक्षम: मैकेनाइज्ड रोड स्वीपिंग मशीन 1 घंटे में 6 से 8 किलोमीटर तक सड़क की सफाई कर सकती है. मैकेनाइज्ड मशीन सड़क में फैले हर प्रकार के कचरे को उठाने में सक्षम होगी और मशीन के माध्यम से सड़क की सफाई के दौरान पानी का छिड़काव भी होगा. जिससे धूल नहीं उठेगी. सूक्ष्म कणों से लेकर 5 से 8 किलो तक के वजनी कूडे को उठाने में ये मशीन सक्षम होती है.
कर्मचारियों पर निर्भरता होगी कम: नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि नगर निगम प्रशासन पिछले कई वर्षों से सफाई कर्मचारियों की कमी के कारण परेशानी का सामना कर रहा है. वर्तमान में प्रत्येक वार्ड में औसतन 15 से 20 पर्यावरण मित्र कार्यरत हैं, जबकि नगर निगम देहरादून के वार्डों के घनत्व और सड़कों सहित गलियों के जाल को देखते हुए कम से कम लगभग 40 कर्मचारियों की आवश्यकता होती है. ऐसे में कर्मचारियों की कमी होने के कारण मुख्य मार्ग की सफाई नहीं हो पाती है.
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150 किलोमीटर के मुख्य मार्गों की धूल रहित सफाई: मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन से शहर के 150 किलोमीटर के मुख्य मार्गों की धूल रहित सफाई आसानी से और अधिक प्रभावी तरीके से हो सकेगी. जिनमें मुख्य सड़कें राजुपर रोड (घंटाघर से दिलाराम चौक),ईसी रोड (बहल चौक से आराघर चौक),हरिद्वार रोड (रिस्पना पुल से कुआंवाला),चकराता रोड (घंटाघर से बल्लूपुर),सहारनपुर रोड (घंटाघर से आईएसबीटी) और जीएमएस रोड (बल्लूपुर फ्लाईओवर से निरंजनपुर)नगर निगम इन सफाई मशीनों से पहले मुख्य मार्गों की सफाई करवाएगा.
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