ETV Bharat / state

अर्द्धकुंभ में बिछड़ी अम्मा को महाकुंभ ने मिलवाया, परिजनों ने किया लंबा इंतजार - haridwar ardh kumbh

5 साल पहले अर्द्धकुंभ में बिछड़ी एक बुजुर्ग महिला संयोग से महाकुंभ में अपनों से मिल गई. यह सुखद संयोग ही था कि इस बार के महाकुंभ आयोजन के दौरान ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर लंबे समय से लापता बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को पुलिस ने अपनों से मिलवाया है.

कृष्णा देवी को पुलिस ने अपनों से मिलाया
कृष्णा देवी को पुलिस ने अपनों से मिलाया
author img

By

Published : Apr 7, 2021, 4:54 PM IST

Updated : Apr 8, 2021, 7:44 AM IST

ऋषिकेश: कुंभ मेले में लोगों के बिछड़ने और मिलने की कहानी आपने भी जरूर सुनी होगी. कुछ ऐसी ही कहानी आज तीर्थनगरी ऋषिकेश में भी देखने को मिली. 5 साल से पहले साल 2016 में हरिद्वार अर्द्धकुंभ में लापता हुई एक बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को ऋषिकेश कुंभ पुलिस ने परिजनों से मिलवाया है. जिसके बाद परिजनों और महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

अर्द्धकुंभ में बिछड़ी अम्मा को महाकुंभ ने मिलवाया

अर्द्ध कुंभ में अपनों से बिछड़ी थी कृष्णा देवी

5 साल पहले अर्द्ध कुंभ में बिछड़ी एक बुजुर्ग महिला संयोग से महाकुंभ में अपनों से मिल गई. यह सुखद संयोग ही था कि इस बार के महाकुंभ आयोजन के दौरान ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर लंबे समय से लापता बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को पुलिस ने अपनों से मिलवाया है. अपनों से बिछड़ने के बाद जिस तरह से बुजुर्ग कृष्णा देवी अपने बेटे और परिवार से मिलीं, उसकी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है.

rishikesh
परिवारजनों के साथ कृष्णा देवी.

हरिद्वार अर्द्धकुंभ में आईं थी कृष्णा देवी

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले की रहने वाली कृष्णा देवी वर्ष 2016 अर्द्धकुंभ स्नान के लिए हरिद्वार आई थीं, लेकिन इसी बीच वह अचानक अपनों से बिछड़कर लापता हो गईं. कई दिनों के इंतजार के बाद जब वह घर पर नहीं लौटीं तो परिजनों ने हरिद्वार, अयोध्या, प्रयागराज जैसे कई स्थानों में खोजबीन की. लेकिन किसी तरह की कोई सफलता नहीं मिली. इतना ही नहीं परिजनों ने समाचार पत्रों में गुमशुदगी का प्रचार प्रसार और पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन कृष्णा देवी का कोई पता नहीं लगने पर परिजन मायूस होकर परिजनों खोजबीन बंद कर दी.

rishikesh
ऋषिकेश पुलिस ने कृष्णा देवी को खोज निकाला.

ये भी पढ़ें: NH-74 भूमि मुआवजा घोटाले की सौंपी गई रिपोर्ट, 5 अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार!

5 साल पहले हुई थी लापता

अर्द्धकुंभ के समय लापता बुजुर्ग कृष्णा देवी को खोज कर उनके मिलने की खबर पुलिस ने परिजनों तक पहुंचाया. जिसके बाद बुधवार को उनके पुत्र दिलेश्वर पाठक ऋषिकेश अपनी माता को लेने पहुंचे.

मां को देख छलके बेटे के आंसू

इस दौरान बूढ़ी मां को देख बेटा और बहू खुशी से रो पड़े. मां के मिलने पर परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस का आभार व्यक्त किया. कृष्णा देवी के बेटे दिलेश्वर पाठक ने बताया कि वह गुजरात में नौकरी करते थे, लेकिन मां के लापता होने की वजह से उनकी नौकरी भी चली गई. जब मां लापता हुई थी, तब उनकी बेटी 2 साल की थी. आज वह 7 साल की हो चुकी है.

कई शहरों में की मां की तलाश

उन्होंने बताया कि मां को ढूंढने के लिए उन्होंने भारत के कई शहरों की सड़कें भी नापी, लेकिन सफलता नहीं मिली. जब उत्तराखंड पुलिस और सिद्धार्थनगर पुलिस के सहयोग से मां के जीवित होने की जानकारी मिली तो उनके खुशी का ठिकाना नहीं रहा. कृष्णा देवी के पति ज्वाला प्रसाद ने पुलिस को बताया कि उनकी छोटी बेटी माया की अचानक मौत होने के बाद कृष्णा देवी खामोश रहने लगी थी. कृष्णा देवी स्वयं बताती हैं कि बेटी की मौत के बाद मन की शांति के लिए कुंभ स्नान के लिए घर से निकल गई थी. उसके बाद लौटने की इच्छा नहीं हुई. वो अब मां गंगा के तट को छोड़कर घर वापस जाना नहीं चाहती. कृष्णा देवी ने कहा कि उनकी इच्छा अब अमरनाथ जी के दर्शन करने की है.

पुलिस ने मां को बेटे से मिलाया

कुंभ थाना एसएसआई दीपक रावत ने बताया कि वैसे तो पुलिस वेरिफिकेशन अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर नजर रखने के लिए किया जाता है, लेकिन पुलिस वेरिफिकेशन के माध्यम से लापता बुजुर्ग भी अपने परिजनों से मिल जाएगी, पुलिस ने भी कभी ऐसा नहीं सोचा था. बुजुर्गों को परिजनों के सुपुर्द करते हुए पुलिस की ओर से मुंह मीठा भी कराया गया है.

ऋषिकेश: कुंभ मेले में लोगों के बिछड़ने और मिलने की कहानी आपने भी जरूर सुनी होगी. कुछ ऐसी ही कहानी आज तीर्थनगरी ऋषिकेश में भी देखने को मिली. 5 साल से पहले साल 2016 में हरिद्वार अर्द्धकुंभ में लापता हुई एक बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को ऋषिकेश कुंभ पुलिस ने परिजनों से मिलवाया है. जिसके बाद परिजनों और महिला की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

अर्द्धकुंभ में बिछड़ी अम्मा को महाकुंभ ने मिलवाया

अर्द्ध कुंभ में अपनों से बिछड़ी थी कृष्णा देवी

5 साल पहले अर्द्ध कुंभ में बिछड़ी एक बुजुर्ग महिला संयोग से महाकुंभ में अपनों से मिल गई. यह सुखद संयोग ही था कि इस बार के महाकुंभ आयोजन के दौरान ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर लंबे समय से लापता बुजुर्ग महिला कृष्णा देवी को पुलिस ने अपनों से मिलवाया है. अपनों से बिछड़ने के बाद जिस तरह से बुजुर्ग कृष्णा देवी अपने बेटे और परिवार से मिलीं, उसकी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है.

rishikesh
परिवारजनों के साथ कृष्णा देवी.

हरिद्वार अर्द्धकुंभ में आईं थी कृष्णा देवी

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले की रहने वाली कृष्णा देवी वर्ष 2016 अर्द्धकुंभ स्नान के लिए हरिद्वार आई थीं, लेकिन इसी बीच वह अचानक अपनों से बिछड़कर लापता हो गईं. कई दिनों के इंतजार के बाद जब वह घर पर नहीं लौटीं तो परिजनों ने हरिद्वार, अयोध्या, प्रयागराज जैसे कई स्थानों में खोजबीन की. लेकिन किसी तरह की कोई सफलता नहीं मिली. इतना ही नहीं परिजनों ने समाचार पत्रों में गुमशुदगी का प्रचार प्रसार और पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन कृष्णा देवी का कोई पता नहीं लगने पर परिजन मायूस होकर परिजनों खोजबीन बंद कर दी.

rishikesh
ऋषिकेश पुलिस ने कृष्णा देवी को खोज निकाला.

ये भी पढ़ें: NH-74 भूमि मुआवजा घोटाले की सौंपी गई रिपोर्ट, 5 अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार!

5 साल पहले हुई थी लापता

अर्द्धकुंभ के समय लापता बुजुर्ग कृष्णा देवी को खोज कर उनके मिलने की खबर पुलिस ने परिजनों तक पहुंचाया. जिसके बाद बुधवार को उनके पुत्र दिलेश्वर पाठक ऋषिकेश अपनी माता को लेने पहुंचे.

मां को देख छलके बेटे के आंसू

इस दौरान बूढ़ी मां को देख बेटा और बहू खुशी से रो पड़े. मां के मिलने पर परिजनों ने उत्तराखंड पुलिस का आभार व्यक्त किया. कृष्णा देवी के बेटे दिलेश्वर पाठक ने बताया कि वह गुजरात में नौकरी करते थे, लेकिन मां के लापता होने की वजह से उनकी नौकरी भी चली गई. जब मां लापता हुई थी, तब उनकी बेटी 2 साल की थी. आज वह 7 साल की हो चुकी है.

कई शहरों में की मां की तलाश

उन्होंने बताया कि मां को ढूंढने के लिए उन्होंने भारत के कई शहरों की सड़कें भी नापी, लेकिन सफलता नहीं मिली. जब उत्तराखंड पुलिस और सिद्धार्थनगर पुलिस के सहयोग से मां के जीवित होने की जानकारी मिली तो उनके खुशी का ठिकाना नहीं रहा. कृष्णा देवी के पति ज्वाला प्रसाद ने पुलिस को बताया कि उनकी छोटी बेटी माया की अचानक मौत होने के बाद कृष्णा देवी खामोश रहने लगी थी. कृष्णा देवी स्वयं बताती हैं कि बेटी की मौत के बाद मन की शांति के लिए कुंभ स्नान के लिए घर से निकल गई थी. उसके बाद लौटने की इच्छा नहीं हुई. वो अब मां गंगा के तट को छोड़कर घर वापस जाना नहीं चाहती. कृष्णा देवी ने कहा कि उनकी इच्छा अब अमरनाथ जी के दर्शन करने की है.

पुलिस ने मां को बेटे से मिलाया

कुंभ थाना एसएसआई दीपक रावत ने बताया कि वैसे तो पुलिस वेरिफिकेशन अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर नजर रखने के लिए किया जाता है, लेकिन पुलिस वेरिफिकेशन के माध्यम से लापता बुजुर्ग भी अपने परिजनों से मिल जाएगी, पुलिस ने भी कभी ऐसा नहीं सोचा था. बुजुर्गों को परिजनों के सुपुर्द करते हुए पुलिस की ओर से मुंह मीठा भी कराया गया है.

Last Updated : Apr 8, 2021, 7:44 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.