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बुजुर्ग से एक लाख की टप्पेबाजी करने वाला गिरोह गिरफ्तार, शातिराना तरीके देते थे घटना को अंजाम - देहरादून शातिर गिरोह गिरफ्तार

देहरादून के आढ़त बाजार में एक बुजुर्ग से एक लाख रुपये की टप्पेबाजी करने वाले गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों का नाम हारून फारुख, मोहम्मद गनी और मोहनलाल है. सभी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं. गिरोह का सरगना 80 साल का बुजुर्ग है.

एसएसपी अरुण मोहन जोशी
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Published : Oct 31, 2019, 9:47 AM IST

देहरादूनः पुलिस ने आढ़त बाजार में बुजुर्ग से हुई टप्पेबाजी की घटना का खुलासा कर दिया है. मामले में पुलिस ने एक शातिर गिरोह को गिरफ्तार किया है. जिसमें तीन लोग शामिल हैं. मौके पर आरोपियों के पास से लूट और टप्पेबाजी के हजारों रुपये भी बरामद हुए हैं. इतना ही नहीं इस गिरोह का मुख्य सरगना 80 साल का बुजुर्ग है. वहीं, पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

पुलिस की गिरफ्त में शातिर टप्पेबाज.

बता दें कि देहरादून के आढ़त बाजार में नौकरी करने वाले बुजुर्ग जगदीश प्रसाद बीते 21 अक्टूबर 2019 की दोपहर एक लाख रुपये लेकर एचडीएफसी बैंक में जमा कराने जा रहे थे, तभी सामने से आ रहे एक व्यक्ति ने साइकिल से टक्कर मारकर दी और नगदी लूटकर मौके से फरार हो गया.

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घटना के बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले. जिसके आधार पर पुलिस ने कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की शिनाख्त की. जिसके बाद पुलिस ने दबिश देते हुए एक शातिर गिरोह के तीनों लोगों को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया.

एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि आरोपियों का नाम हारून फारुख, मोहम्मद गनी और मोहनलाल है. सभी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर के रहने वाले हैं. हैरानी की बात ये है कि गिरोह का सरगना 80 साल का बुजुर्ग मोहनलाल है.

जो किसी भी वारदात से पहले बैंक, एटीएम जैसे संस्थानों के आसपास रेकी कर लोगों को टारगेट करने का काम करता था. पुलिस की मानें तो तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास भी है. आरोपी लूट, टप्पेबाजी, चोरी जैसे कई मामलों में जेल जा चुके हैं.

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इस तरह से देते थे घटना को अंजाम-
गिरोह का सरगना बुजुर्ग मोहनलाल एटीएम, बैंक और भीड़भाड़ जैसे जगहों के आसपास घूमकर ऐसे लोगों की पहचान करता था. जिनके पास ज्यादा नकदी और जेवरात हो. हारून रेकी करने के बाद मोहम्मद गनी नाम के अपने साथी को इशारा करता था. जिसके बाद मोहम्मद गनी साइकिल या खुद से टक्कर मारकर चिह्नित किए व्यक्ति को गिरा देते थे.

ऐसे में भ्रम की स्थिति पैदा होने के बाद सहायता करने के नाम पर गिरोह के लोग मौके फायदा उठाकर रुपये और कीमती सामान लेकर घटनास्थल से फरार हो जाते थे. इतना ही नहीं गिरोह के लोग जिस भी शहर में टप्पेबाजी और लूट जैसी की घटना को अंजाम देने जाते थे वो अपने साथ एक साइकिल लेकर जाते थे, जिससे छोटी सी छोटी भीड़भाड़ वाली जगह में भी आसानी से वारदात को अंजाम दिया जा सके.

देहरादूनः पुलिस ने आढ़त बाजार में बुजुर्ग से हुई टप्पेबाजी की घटना का खुलासा कर दिया है. मामले में पुलिस ने एक शातिर गिरोह को गिरफ्तार किया है. जिसमें तीन लोग शामिल हैं. मौके पर आरोपियों के पास से लूट और टप्पेबाजी के हजारों रुपये भी बरामद हुए हैं. इतना ही नहीं इस गिरोह का मुख्य सरगना 80 साल का बुजुर्ग है. वहीं, पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

पुलिस की गिरफ्त में शातिर टप्पेबाज.

बता दें कि देहरादून के आढ़त बाजार में नौकरी करने वाले बुजुर्ग जगदीश प्रसाद बीते 21 अक्टूबर 2019 की दोपहर एक लाख रुपये लेकर एचडीएफसी बैंक में जमा कराने जा रहे थे, तभी सामने से आ रहे एक व्यक्ति ने साइकिल से टक्कर मारकर दी और नगदी लूटकर मौके से फरार हो गया.

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घटना के बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले. जिसके आधार पर पुलिस ने कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की शिनाख्त की. जिसके बाद पुलिस ने दबिश देते हुए एक शातिर गिरोह के तीनों लोगों को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया.

एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि आरोपियों का नाम हारून फारुख, मोहम्मद गनी और मोहनलाल है. सभी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर के रहने वाले हैं. हैरानी की बात ये है कि गिरोह का सरगना 80 साल का बुजुर्ग मोहनलाल है.

जो किसी भी वारदात से पहले बैंक, एटीएम जैसे संस्थानों के आसपास रेकी कर लोगों को टारगेट करने का काम करता था. पुलिस की मानें तो तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास भी है. आरोपी लूट, टप्पेबाजी, चोरी जैसे कई मामलों में जेल जा चुके हैं.

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इस तरह से देते थे घटना को अंजाम-
गिरोह का सरगना बुजुर्ग मोहनलाल एटीएम, बैंक और भीड़भाड़ जैसे जगहों के आसपास घूमकर ऐसे लोगों की पहचान करता था. जिनके पास ज्यादा नकदी और जेवरात हो. हारून रेकी करने के बाद मोहम्मद गनी नाम के अपने साथी को इशारा करता था. जिसके बाद मोहम्मद गनी साइकिल या खुद से टक्कर मारकर चिह्नित किए व्यक्ति को गिरा देते थे.

ऐसे में भ्रम की स्थिति पैदा होने के बाद सहायता करने के नाम पर गिरोह के लोग मौके फायदा उठाकर रुपये और कीमती सामान लेकर घटनास्थल से फरार हो जाते थे. इतना ही नहीं गिरोह के लोग जिस भी शहर में टप्पेबाजी और लूट जैसी की घटना को अंजाम देने जाते थे वो अपने साथ एक साइकिल लेकर जाते थे, जिससे छोटी सी छोटी भीड़भाड़ वाली जगह में भी आसानी से वारदात को अंजाम दिया जा सके.

Intro:summary-बुजुर्ग से लूट करने वाला शातिर गिरोह गिरफ्तार,गिरोह का सरगना 80 साल का बुजुर्ग, पुलिस के गिरफ्त में आये तीनों अभियुक्त मुरादाबाद के रहने वाले।


देहरादून-पिछले दिनों शहर के सबसे व्यस्तम आढ़त बाजार में एक बुजुर्ग व्यक्ति को साइकिल से टक्कर मारकर एक लाख की टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन पेशेवर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों अभियुक्त हारून फारुख मोहम्मद गनी और मोहनलाल उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पुलिस को गिरोह से लूट और टपे बाजी के हजारों रुपए भी बरामद हुए। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए गिरोह में मोहम्मद हारून और मोहम्मद गनी का रिश्ता मामा भांजा का है।

गिरोह का मास्टरमाइंड 80 साल का बुजुर्ग

उधर हैरानी की बात है कि गिरोह का सरगना 80 साल का बुजुर्ग हैं जो किसी भी वारदात से पहले बैंक,एटीएम जैसे संस्थानों के आसपास रैकी कर लोगों को टारगेट करने का काम करता है. पुलिस जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए तीनों अभियुक्तों का लंबा-चौड़ा अपराधिक इतिहास हैं। साइकिल से टक्कर मारकर घटनाओं को अंजाम देने वाले यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश का गिरोह लूट,टप्पेबाजी,चोरी गिरोहबंध जैसे अधिनियम में कई बार जेल जा चुके हैं।


Body:80 साल का बुजुर्ग करता है रैकी, दूसरा साथी चिन्हित व्यक्ति को टक्कर मारकर टप्पेबाजी की घटना को देता है अंजाम

वही पुलिस की गिरफ्त में आए गिरोह से पूछताछ में जानकारी सामने आयी कि, यह लोग अपने साथ 80 साल के बुजुर्ग व्यक्ति हारून पुत्र फ़ारुख को साथ में रखते हैं, ताकि किसी को संदेह देना हो। बुजुर्ग हारून द्वारा ही एटीएम बैंक व भीड़भाड़ जैसे अन्य स्थानों के आसपास घूम कर ऐसे लोगों की पहचान की जाती है जिनके पास अधिक मात्रा में नकदी व जेवरात हो। बुजुर्ग व्यक्ति हारून रैकी करने के बाद मोहम्मद गनी नाम के अपने साथी को इशारा करता है, उसके बाद मोहम्मद गनी साइकिल या खुद से टक्कर मारकर चिन्हित किए हुए व्यक्ति को गिरा देते हैं, ऐसे में भ्रम की स्थिति पैदा होने के बाद सहायता करने के नाम पर गिरोह के लोग मौके फ़ायदा उठाकर रुपए और कीमती सामान लेकर घटनास्थल से फरार हो जाते हैं।

गिरोह बाकायदा अपने साथ वारदात को अंजाम देने के लिए साइकिल रखता

पुलिस खुलासे में गिरफ्तार हुए गिरोह से यह भी जानकारी सामने आयी कि, गिरोह के लोग जिस भी शहर में टप्पेबाजी व लूट जैसी की घटना को अंजाम देने जाता है, वह अपने साथ बकायदा एक साइकिल को लेकर जाते हैं। ताकि छोटी सी छोटी भीड़भाड़ वाली जगह में भी आसानी से वारदात को अंजाम दिया जा सके।

बाईट- अरुण मोहन जोशी, एसएसपी देहरादून



Conclusion:बता दें कि देहरादून के आढ़त के बाजार में नौकरी करने वाले बुजुर्ग जगदीश प्रसाद 21 अक्टूबर 2019 की दोपहर एक लाख रुपये लेकर एचडीएफसी बैंक में जमा कराने जा रहे थे इसी दौरान सामने से एक व्यक्ति ने साइकिल से टक्कर मारकर उनसे रुपये लूट कर मौके से फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे के आधार पर कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की साथ वारदात को अंजाम देने वाले व्यक्ति की शिनाख्त की। इसी आधार पर पुलिस ने गिरोह के तीनों लोगों को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया।
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