देहरादून: क्लेमेंट टाउन थाना क्षेत्र के सुभाष नगर में दिवंगत नेवी ऑफिसर के बंगले को बंदूक की नोक पर ढहाने और प्रॉपर्टी कब्जाने के मामले में लंबे समय से मुख्य आरोपी फरार चल रहे थे. मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 मुख्य आरोपियों के खिलाफ इनाम घोषित किया है.
मामले में देहरादून पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ 30-30 हजार का इनाम घोषित किया है. ताकि जल्द से जल्द बलपूर्वक आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सके. मामले में 17 जनवरी 2022 में मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही पुलिस तीनों मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही थी, लेकिन लंबे समय से आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने के चलते डीआईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने 30-30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है.
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फरार मुख्य आरोपियों के खिलाफ इनाम घोषित: मामले में पुलिस ने अमित यादव पुत्र बलराम यादव, निवासी मोहल्ला घोसियान, गढ़मुक्तेश्वर, जनपद हापुड़, उत्तर प्रदेश, सौरव कपूर पुत्र नरेश चंद्र कपूर, निवासी 62A न्यू रो, डालनवाला, देहरादून और मोना रंधावा पुत्री स्वर्गीय सतपाल रंधावा, वर्तमान निवासी मैत्री कुंज, सुभाष नगर, देहरादून के खिलाफ 30-30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है. बता दें कि फरार अभियुक्तों के खिलाफ संगठित अपराध धारा 34 IPC के अतिरिक्त इस केस में डकैती, बलपूर्वक प्रॉपर्टी कब्जाने जैसे संगीन अपराधों में 395, 397, 448 ,447, 452, 427, 323, 506 और 412 धाराओं में थाना क्लेमेंट टाउन में मुकदमा दर्ज है.
![Reward declared on main three accused](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/uk-deh-03-reward-declared-on-absconding-criminals-vis-7200628_16042022201830_1604f_1650120510_609.jpg)
क्या है मामला: देहरादून के सुभाष नगर में करोड़ों की जमीन और वहां बने हैरिटेज बंगले को आरोपियों ने बंदूक की नोक पर कब्जा करते हुए ढाह दिया. मामले कुछ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, लेकिन मुख्य आरोपी अमित यादव, सौरव कपूर और मोना रंधावा की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है.
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बता दें कि इससे पहले देहरादून पुलिस और बाद में इस मामले पर पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर डीआईजी गढ़वाल सहित 3 आईपीएस अधिकारियों के नेतृत्व में गठित की गई एसआईटी द्वारा गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश देकर प्रयास किए गए थे, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगने के चलते तीनों फरार आरोपियों के खिलाफ कुर्की के आदेश चस्पा भी किए गए थे.
ऐसे में अब तीनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी शिकंजे और अधिक कसते हुए इनाम घोषित किया गया है. इतना ही नहीं फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के दौरान किसी तरह का विरोध होने की दशा में अरेस्टिंग में जुटी पुलिस टीम को आवश्यक बल प्रयोग करने के लिए भी अनुमति मिली है.