देहरादून: महाकुंभ में उमड़ रही भारी भीड़ और साधुओं के साथ सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों के लगातार कोरोना संक्रमित होने से कयास लगाए जा रहे थे कि महाकुंभ की अवधि घटाई जा सकती है. लेकिन ऐसा नहीं होगा. खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट करके इसके संकेत दिए हैं.
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भारत सरकार द्वारा निर्धारित की गई कोरोना की गाइड लाइन का अनुपालन करते हुए राज्य सरकार ने तीनों शाही स्नान सफलतापूर्वक संपन्न करवाए हैं। मुझे विश्वास है कि अंतिम शाही स्नान भी सफलतापूर्वक संपन्न होगा।
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मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट किया है कि- 'भारत सरकार द्वारा निर्धारित की गई कोरोना की गाइड लाइन का अनुपालन करते हुए राज्य सरकार ने तीनों शाही स्नान सफलतापूर्वक संपन्न करवाए हैं. मुझे विश्वास है कि अंतिम शाही स्नान भी सफलतापूर्वक संपन्न होगा. श्रद्धालुओं और संतों को कुंभ के दौरान कोई असुविधा न हो, इसके मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं'.
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दरअसल पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव के प्रचार में उमड़ रही भारी भीड़ और महाकुंभ में साधु-संतों के सैलाब ने देश में कोरोना की विकटतम स्थिति आने का डर पैदा कर दिया है. ऐसे में अनुमान था कि महाकुंभ के तीन शाही स्नान के बाद इसे चौथे शाही स्नान जो कि 27 अप्रैल को है से पहले ही संपन्न कर दिया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं होने जा रहा है.
हरिद्वार महाकुंभ में पहले शाही स्नान 11 मार्च को 32 लाख से ज्यादा लोगों ने स्नान किया था. 12 अप्रैल को दूसरे शाही स्नान पर 35 लाख से ज्यादा लोगों ने डुबकी लगाई थी. तीसरे शाही स्नान पर 14 अप्रैल को चौदह लाख के करीब श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पहले ही कह चुके हैं कि कोरोना खुले में नहीं फैलता है. साथ ही कहा कि कोरोना गंगा में बह जाएगा. अब उन्होंने अंतिम शाही स्नान भी सफलतापूर्वक संपन्न कराने की बात कहकर कयासों को विराम लगा दिया है.
वहीं, उत्तराखंड में बुधवार को कोरोना के 1953 नए केस सामने आए हैं. वहीं कोरोना संक्रमित 13 मरीजों की मौत हुई हैं. प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 10,770 तक पहुंच गई है. प्रदेश में कोरोना का कुल आंकड़ा 1,14,024 है. वहीं कोरोना के प्रदेश में अभीतक 1,793 लोगों की मौत हो चुकी है.