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मुजफ्फरनगर कांड: शहीदों की याद में निकाली साइकिल रैली, रामपुर तिराहा पहुंचकर दी श्रद्धांजलि - Nainital Gandhi Park

रेड राइडर्स साइकिल क्लब ऋषिकेश ने त्रिवेणी घाट स्थित गांधी स्तम्भ से मुजफ्फनगर के रामपुर तिराहे तक साइकिल यात्रा निकाली. रेड क्लब के साइकिल राइडर्स ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने आज का दिन काला दिवस के रूप में मनाया.

Rampur Tiraha firing case
Rampur Tiraha firing case
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Published : Oct 2, 2021, 3:47 PM IST

Updated : Oct 2, 2021, 4:28 PM IST

अल्मोड़ा/नैनीताल/ऋषिकेश: मुजफ्फरनगर गोलीकांड की 27वीं बरसी पर रेड राइडर्स साइकिल क्लब ने सुबह साढ़े चार बजे त्रिवेणी घाट स्थित गांधी स्तम्भ से मुजफ्फनगर के रामपुर तिराहे के लिए साइकिल यात्रा निकाली. यह यात्रा हरिद्वार, रुड़की, नारसन होते हुए रामपुर तिराहे पर पहुंची. वहां पहुंचकर शहीदों को पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. इसके बाद क्लब के सदस्यों ने पंडित महावीर प्रसाद शर्मा को शॉल व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया.

रेड राइडर्स साइकिल क्लब के संरक्षक जयेन्द्र रमोला व क्लब के प्रथम अध्यक्ष नीरज शर्मा ने बताया कि शहीदों का कर्ज हम कभी नहीं चुका सकते. हम सभी उनको याद करते हुए उनके परिवारों को भी प्रणाम करते हैं. समय-समय पर हमें ऐसे आयोजनों के माध्यम से शहीदों को याद करते रहना चाहिए, जिनके बलिदान से उत्तराखण्ड राज्य की नींव रखी गई.

शहीदों की याद में निकाली साइकिल रैली.

मुजफ्फरनगर कांड की 27वीं बरसी के अवसर पर प्रदेशभर में शहीदों को नमन करते हुए उनके बलिदान को याद किया गया. अल्मोड़ा में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चौघानपाटा गांधी पार्क में धरना देते हुए उनके दोषियों को फांसी देने की मांग की. साथ ही उपपा ने आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया.

इस मौके पर उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि 27 साल पहले आज ही के दिन उत्तराखंड के इतिहास में काला अध्याय जुड़ा था. मुजफ्फरनगर कांड में कई महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया. निहत्थे आंदोनकारियों पर गोलियां चलाई गईं. उन्होंने कहा कि राज्य बनने के 21 साल बाद भी आज तक शहीदों को न्याय नहीं मिला है. आरोपी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं. दोषियों को सजा नहीं मिलना शहीदों का अपमान है.

पढ़ें- 1994 का मुजफ्फनगर कांड: दोषियों को 27 साल बाद भी नहीं मिल पाई सजा, जानिए पूरा घटनाक्रम

नैनीताल में राज्य आंदोलनकारियों ने गांधी पार्क में एकत्र होकर शहीदों को याद किया और उनको श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी विनोद जोशी ने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड को भले की 27 साल हो गए हों, लेकिन उनके सपनों का उत्तराखंड आज तक नहीं बन पाया.

अल्मोड़ा/नैनीताल/ऋषिकेश: मुजफ्फरनगर गोलीकांड की 27वीं बरसी पर रेड राइडर्स साइकिल क्लब ने सुबह साढ़े चार बजे त्रिवेणी घाट स्थित गांधी स्तम्भ से मुजफ्फनगर के रामपुर तिराहे के लिए साइकिल यात्रा निकाली. यह यात्रा हरिद्वार, रुड़की, नारसन होते हुए रामपुर तिराहे पर पहुंची. वहां पहुंचकर शहीदों को पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. इसके बाद क्लब के सदस्यों ने पंडित महावीर प्रसाद शर्मा को शॉल व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया.

रेड राइडर्स साइकिल क्लब के संरक्षक जयेन्द्र रमोला व क्लब के प्रथम अध्यक्ष नीरज शर्मा ने बताया कि शहीदों का कर्ज हम कभी नहीं चुका सकते. हम सभी उनको याद करते हुए उनके परिवारों को भी प्रणाम करते हैं. समय-समय पर हमें ऐसे आयोजनों के माध्यम से शहीदों को याद करते रहना चाहिए, जिनके बलिदान से उत्तराखण्ड राज्य की नींव रखी गई.

शहीदों की याद में निकाली साइकिल रैली.

मुजफ्फरनगर कांड की 27वीं बरसी के अवसर पर प्रदेशभर में शहीदों को नमन करते हुए उनके बलिदान को याद किया गया. अल्मोड़ा में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चौघानपाटा गांधी पार्क में धरना देते हुए उनके दोषियों को फांसी देने की मांग की. साथ ही उपपा ने आज के दिन को काला दिवस के रूप में मनाया.

इस मौके पर उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि 27 साल पहले आज ही के दिन उत्तराखंड के इतिहास में काला अध्याय जुड़ा था. मुजफ्फरनगर कांड में कई महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया. निहत्थे आंदोनकारियों पर गोलियां चलाई गईं. उन्होंने कहा कि राज्य बनने के 21 साल बाद भी आज तक शहीदों को न्याय नहीं मिला है. आरोपी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं. दोषियों को सजा नहीं मिलना शहीदों का अपमान है.

पढ़ें- 1994 का मुजफ्फनगर कांड: दोषियों को 27 साल बाद भी नहीं मिल पाई सजा, जानिए पूरा घटनाक्रम

नैनीताल में राज्य आंदोलनकारियों ने गांधी पार्क में एकत्र होकर शहीदों को याद किया और उनको श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी विनोद जोशी ने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड को भले की 27 साल हो गए हों, लेकिन उनके सपनों का उत्तराखंड आज तक नहीं बन पाया.

Last Updated : Oct 2, 2021, 4:28 PM IST
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