देहरादून: सोशल मीडिया पर अपनी एक धाकड़ अधिकारी के रूप से पहचान रखने वाले आईएएस दीपक रावत ने वृद्ध महिला संतोषी देवी शर्मा को पेशन देने के मामले में अपनी बात रखी है. आईएएस दीपक रावत ने बुजुर्ग महिला को पेंशन नहीं दिला पाने के मामले में कहा है कि इस पूरे मामले में पेच फंस गया था.
दीपक रावत ने बताया कि एक बार नहीं बल्कि दो बार संतोषी देवी से मिलने गए थे. इतना ही नहीं समाज कल्याण के अधिकारी और दूसरे अधिकारियों को भी उन्होंने तत्काल वृद्ध महिला की सहायता के लिए और पेंशन के लिए भेजा था. लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि महिला उत्तराखंड की मूल निवासी नहीं है.
दीपक रावत ने कहा कि संतोषी देवी शर्मा मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद के आसपास की रहने वाली है. ऐसे में नियम कहते हैं कि वृद्धा पेंशन उन्हीं को मिलती है, जो राज्य का निवासी हो. दीपक रावत ने कहा कि उन्हें भी इस बात का दुःख है कि वह उस वृद्ध महिला की पेंशन नहीं दिलवा पाए. दीपक रावत का कहना है कि उनके कार्यकाल के दौरान बहुत से लोगों के वृद्धा पेंशन तेजी से मिले थे. ऐसे में दीपक रावत वादा करके भूल गए वाली बात नहीं थी.
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बता दें, 19 अगस्त, 2021 को ईटीवी भारत ने खबर चलाई थी कि आईएएस दीपक रावत ने संतोषी देवी शर्मा से वृद्धा पेंशन दिलाने का वादा किया था. एक साल से अधिक समय हो गया, लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ. संतोषी देवी यहां गंगा घाट पर बने रैन बसेरे में रह रही हैं. वो थैले बेच कर अपना गुजारा कर रही हैं.