देहरादूनः चिपको आंदोलन के प्रणेता रहे मशहूर पर्यावरणविद स्व. सुंदर लाल बहुगुणा का 15 जुलाई 2021 को दिल्ली विधानसभा में शिलापट्ट लगाया गया. उनके बेटे राजीव नयन बहुगुणा ने पिता को मिले सम्मान के लिए दिल्ली सरकार का धन्यवाद भी किया. इस दौरान उन्होंने कहा था कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार राजनेताओं की नहीं, लोक नेताओं की सरकार है.
सकारात्मक प्रयासः वहीं, अब दिल्ली सीएम केजरीवाल के उत्तराखंड को हिंदुओं के लिए आध्यात्मिक राजधानी बनाने की बात पर राजीव नयन बहुगुणा ने समर्थन किया है. राजीव नयन बहुगुणा ने कहा कि 'उत्तराखंड आध्यात्मिक राजधानी पहले से ही है, क्योंकि जब आदि गुरु शंकराचार्य ने उत्तराखंड में बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के मंदिरों का जीर्णोद्धार किया था. साथ ही विश्व भर को यहां से जोड़ा था, तो तभी से ही उत्तराखंड राज्य आध्यात्मिक राजधानी है. लेकिन अगर सरकारी स्तर पर आध्यात्मिक राजधानी को लेकर प्रयास किए जाते हैं तो यह एक सकारात्मक रूप होगा. हालांकि बहुगुणा ने ये भी कहा कि आध्यात्मिक राजधानी बनाना या न बनाना सरकार का विषय नहीं होता है. बल्कि, ये सांस्कृतिक परंपराओं पर निर्भर होता है.
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आप ढूंढ रही है BJP की काट: राजीव नयन बहुगुणा ने कहा कि चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल तमाम तरह के कार्ड खेलते हैं, ताकि जनता को लुभाया जा सके. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी भाजपा की राह पर नहीं, बल्कि भाजपा की काट ढूंढ रही है. क्योंकि, चुनाव में राजनीतिक दल एक दूसरे की काट होते हैं. ऐसा ही राजनीतिक दलों के नेताओं को अमूमन देखा जाता रहा है.
केजरीवाल ने कहा थाः मंगलवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ी घोषणा की. अरविंद केजरीवाल ने भाजपा की तर्ज पर ही हिंदुओं को वोट बैंक के रूप में देखते हुए हिंदुत्व कार्ड खेला. अरविंद केजरीवाल ने बड़ी घोषणा करते हुए देवभूमि उत्तराखंड को हिंदुओं के लिए आध्यात्मिक राजधानी बनाने की बड़ी घोषणा की है. हालांकि, इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश की प्रशासनिक राजधानी तो उत्तराखंड हिंदुओं के लिए आध्यात्मिक राजधानी बनाई जाएगी.