देहरादून: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के भाषण का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो पर प्रदेश की सियासत पर गर्मा गई है. एक तरफ जहां इस वायरल बयान को लेकर जहां बीजेपी कांग्रेस को घेर रही है, वहीं, कांग्रेस में भी इस वायरल बयान को लेकर खींचतान मची हुई है. कांग्रेस नेता राजेंद्र शाह ने इस मामले में अपने ही प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
कांग्रेस की अनुशासन समिति ने इस मामले की गंभीरता से लेते हुए अपने ही नेता राजेंद्र शाह को नोटिस भेजा है. इधर राजेंद्र शाह ने करन माहरा के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने अपनी सफाई में कहा उन्होंने यह वीडियो वायरल नहीं किया. सच्चाई यह है कि करन माहरा ने अपने भाषण का वीडियो खुद वायरल किया है. उन्होंने कहा माहरा कभी अपनी ही पार्टी के नेताओं पर तो कभी भाजपा पर वीडियो वायरल किए जाने के आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा वीडियो एडिट नहीं किया गया है. वो भाषण देते समय जिन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं है ,उसके लिए माहरा को गढ़वाल की जनता से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा माहरा के साथ लोग नहीं जुड़ रहे हैं. जिसके कारण पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडियो वायरल करने के अनर्गल आरोप उन पर लगा रहे हैं.
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करन माहरा ने राजेंद्र शाह के बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा यह मामला अनुशासन समिति के पास पहुंच गया है. इसका निर्णय अनुशासन समिति के अध्यक्ष और सदस्य करेंगे. राजेंद्र शाह इतने ही साफ-सुथरे हैं तो कोटद्वार में दिए गए उनके 20 से 22 मिनट के भाषण के वीडियो को एडिट करके केवल 5 सेकंड का क्यों दिखाया गया? उन्होंने कहा वो उस टीम का हिस्सा है, जिस टीम के एक सदस्य ने चुनाव से पहले कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के ऊपर आरोप लगाने का काम किया.
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दरअसल, आज राजेंद्र शाह ने अपने ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर वीडियो वायरल किए जाने को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा यदि गढ़वाल लोकसभा में चलाई गई स्वाभिमान न्याय यात्रा में भीड़ नहीं जुटी तो माहरा को अपने भाषण में गढ़वाल क्षेत्र के लोगों के लिए इस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था. इसके लिए उन्हें माफी मांगने चाहिए. इधर अनुशासन समिति ने इस मामले को लेकर शाह को नोटिस भेजा है. 2 अगस्त को शाह समिति के सम्मुख अपना पक्ष रखने जा रहे हैं.