देहरादून: एक ओर जहां कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, आरोग्य सेतु एप को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. सवाल उठना लाजमी भी है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर तमाम बीजेपी शासित राज्यों के मंत्री व मुख्यमंत्री आरोग्य सेतु एप का महिमामंडन कर रहे थे. तो क्या आरोग्य सेतु एप उत्तराखंड की सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों ने डाउनलोड नहीं किया था? अगर डाउनलोड किया था तो फिर कैसे इतनी बड़ी चूक पूरे मंत्रिमंडल से हो गई ? जिसके कारण कैबिनेट मंत्री कोरोना पॉजिटिव पाये गए.
उत्तराखंड में जानलेवा कोरोना वायरस से बचाव को लेकर आरोग्य सेतु एप की क्या हकीकत है और कितने लोग इस पर विश्वास कर रहे हैं. इसका आंकड़ा ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के साइबर एक्सपर्ट और डाटा रिसर्चर के माध्यम से जुटाया. ईटीवी को मिली जानकारी के मुताबिक शुरुआती समय में लोगों ने इस एप को लाखों की संख्या में डाउनलोड किया, लेकिन धीरे-धीरे इस एप में कोरोना संक्रमण के मामले अपडेट समय पर न होने और अन्य तरह की खामियां होने के कारण डाउनलोड का आंकड़ा बहुत ज्यादा नहीं बढ़ पाया.
उत्तराखंड साइबर एक्सपर्ट व डाटा रिसर्चर अंकुर चंद्रकांत ने 1 जून 2020 शाम 5:35 तक आरोग्य सेतु का डाटा एनालिसिस तैयार किया जो इस प्रकार है.
प्रदेशभर में डाउनलोड | 17,92,362 |
पुरुष | 64.66% |
महिलाएं | 35 .12% |
देहरादून में एप डाउनडोल | 9,09,491 |
पुरुष | 70.6% |
महिलाएं | 29.4% |
मंत्री व अधिकारी ही आरोग्य सेतु एप का नहीं कर रहे इस्तेमाल: साइबर एक्सपर्ट
साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत का मानना है कि आरोग्य सेतु एप में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर वर्तमान समय में काफी उपयोगी है, लेकिन इस एप में संक्रमण फैलने व अपडेट वाली जानकारियों में अभी कई तरह की खामियां हैं. साथ ही कोरोना बचाव को लेकर जब इस एप का उपयोग उत्तराखंड सरकार में मंत्री और अधिकारी कर्मचारी ही सही रूप में नहीं कर रहे हैं तो बाकी लोगों का विश्वास इस एप के प्रति कैसे बनेगा ?