देहरादूनः उत्तराखंड भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पुनर्गठन के बाद से गरमाई सियासत को हरक सिंह रावत ने और गरमा दिया है. अध्यक्ष पद से उन्हें बाहर करने के बाद हरक सिंह रावत ने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. जिसके बाद प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है. मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने हरक सिंह रावत का बचाव करते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पर जमकर हमला बोला है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि हरक सिंह रावत के बयान को देखा जाए तो उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जाहिर की है. वे चुनाव लड़ना चाहते हैं या फिर नहीं लड़ना चाहते हैं, ये उनका अपना फैसला है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा है कि जो दिशा-निर्देश मिलेंगे, वो उसका पालन करेंगे. साथ ही राजनीति से सन्यास भी नहीं लेंगे.
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प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार में जिस तरह से आंतरिक द्वंद चल रहा है, यह उसी का नतीजा है कि हरक सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मंत्री रेखा आर्य भी अपने दर्द बयां कर चुकी है, लेकिन आज तक उनके विभाग में न ही कोई डायरेक्टर है और न ही सचिव है. इन सब बातों से सीएम को कोई मतलब नहीं है.
वहीं, प्रीतम सिंह ने कहा कि जिस तरीके से हरक सिंह रावत को भवन एवं कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाया गया है, वो मुख्यमंत्री का उचित कदम नहीं है. इससे पहले मुख्यमंत्री को हरक सिंह रावत के साथ वार्ता करके विश्वास में लेना चाहिए था.
वन मंत्री हरक सिंह रावत के 2022 का चुनाव नहीं लड़ने के फैसले पर प्रीतम सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री दरअसल, मंत्रियों का अनादर करने में लगे हुए हैं. जिससे हरक सिंह रावत भी आहत हैं. ऐसे में ये स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.
बीजेपी के पास उपलब्धि नहीं हैं तो विधायक और मंत्री चुनाव नहीं लड़ना चाहतेः कांग्रेस
वहीं, कांग्रेस पार्टी ने निशाना साधते हुए कहा कि हरक सिंह रावत की तरह अन्य विधायक और मंत्री भी बीजेपी के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, क्योंकि, बीजेपी सरकार के पास उपलब्धि के नाम पर कुछ भी नहीं है.