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शराब कांड: मृतकों के परिजनों से मिले प्रीतम सिंह, हर परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजे की मांग - शराब से मौत उत्तराखंड

देहरादून में हुए शराब कांड के बाद कांग्रेस मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का इस्तीफा मांगने पर अड़ी हुई है. कांग्रेस का कहना है कि डेंगू और जहरीली शराब रोकने में सरकार पूरी तरह से नाकाम सिद्ध हुई है. जबकि दोनों महकमे खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं. ऐसे में सीएम को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा देना चाहिए.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह.
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Published : Sep 22, 2019, 7:47 PM IST

Updated : Sep 22, 2019, 8:31 PM IST

देहरादून: जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा छह पहुंच गया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने देहरादून के पथरिया पीर पहुंच मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. प्रीतम सिंह ने मृतकों के परिजनों को कांग्रेस पार्टी की तरफ से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया. इस दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को मौतों का जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफे की मांग की है.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजधानी के अंदर सरकार की नाक के नीचे जहरीली शराब के कारण 6 लोगों की मौत हो गई है. जहरीली और अवैध शराब का कारोबार बगैर पुलिस के संरक्षण के नहीं चल सकता. उन्होंने कहा कि पुलिस संरक्षण में राजधानी के भीतर अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है.

प्रितम सिंह ने कहा कि पुलिसकर्मियों को निलंबित करने से बात नहीं बनने वाली. सरकार को इस मामले में कड़ा एक्शन लेना चाहिए. उन्होंने रुड़की में हुए शराब कांड का जिक्र करते हुए कहा कि यदि रुड़की की घटना से सरकार ने सबक लिया होता तो यह नौबत दोबारा नहीं आती. रुड़की के हुए जहरीली शराब कांड में सरकार ने जांच कमेटी बनाई थी. जिसकी रिपोर्ट पर आजतक कार्रवाई नहीं हुई.

पढे़ं- शराब कांड के बाद पुलिस मुख्यालय सख्त, कहा- जल्द होगा मामले का पर्दाफाश

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री खुद आबकारी महकमा संभाल रहे हैं. सीएम अपने विभागों को संभालने में अक्षम साबित हुए हैं, उनके पास स्वास्थ्य और आबकारी मंत्रालय दोनों हैं. ऐसे में मौतों की जिम्मेदारी लेते हैं, उन्हें तुरंत त्यागपत्र देना चाहिए. प्रीतम सिंह ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को सरकार दस लाख रुपये के मुआवजे का एलान करे.

देहरादून: जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा छह पहुंच गया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने देहरादून के पथरिया पीर पहुंच मृतकों के परिजनों से मुलाकात की. प्रीतम सिंह ने मृतकों के परिजनों को कांग्रेस पार्टी की तरफ से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया. इस दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को मौतों का जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफे की मांग की है.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजधानी के अंदर सरकार की नाक के नीचे जहरीली शराब के कारण 6 लोगों की मौत हो गई है. जहरीली और अवैध शराब का कारोबार बगैर पुलिस के संरक्षण के नहीं चल सकता. उन्होंने कहा कि पुलिस संरक्षण में राजधानी के भीतर अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है.

प्रितम सिंह ने कहा कि पुलिसकर्मियों को निलंबित करने से बात नहीं बनने वाली. सरकार को इस मामले में कड़ा एक्शन लेना चाहिए. उन्होंने रुड़की में हुए शराब कांड का जिक्र करते हुए कहा कि यदि रुड़की की घटना से सरकार ने सबक लिया होता तो यह नौबत दोबारा नहीं आती. रुड़की के हुए जहरीली शराब कांड में सरकार ने जांच कमेटी बनाई थी. जिसकी रिपोर्ट पर आजतक कार्रवाई नहीं हुई.

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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री खुद आबकारी महकमा संभाल रहे हैं. सीएम अपने विभागों को संभालने में अक्षम साबित हुए हैं, उनके पास स्वास्थ्य और आबकारी मंत्रालय दोनों हैं. ऐसे में मौतों की जिम्मेदारी लेते हैं, उन्हें तुरंत त्यागपत्र देना चाहिए. प्रीतम सिंह ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को सरकार दस लाख रुपये के मुआवजे का एलान करे.

Intro: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आज देहरादून के पथरिया पीर में जहरीली शराब कांड हादसे में मृतकों के परिजनों से मुलाकात की और अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कांग्रेस पार्टी की तरफ से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश प्रीतम सिंह ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत स्वास्थ्य और आबकारी मंत्रालय संभालने में पूरी तरह से विफल साबित हुए हैं ऐसे में विफलताओं की जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें तुरंत त्यागपत्र दे देना चाहिए।


Body:कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि राजधानी के अंदर सरकार की नाक के नीचे जहरीली शराब से 7 लोगों की अकाल मौत हो गई। इससे पता चलता है कि जहरीली और अवैध शराब का कारोबार बगैर पुलिस के संरक्षण में नहीं चल सकता है पुलिस के निचले स्तर के अधिकारियों के संरक्षण में राजधानी के भीतर अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों को निलंबित करने से बात बनने वाली नहीं है बल्कि सरकार को इस मामले मे कड़ा एक्शन लेना चाहिए था। उन्होंने रुड़की में हुए शराब कांड का जिक्र करते हुए कहा कि यदि रुड़की की घटना से सरकार ने सबक लिया होता तो यह नौबत दोबारा नहीं आती, रुड़की के जहरीली शराब कांड में सरकार ने जांच कमेटी बना दी जांच भी हुई और रिपोर्ट सौंपने के बाद कोई कार्यवाही नहीं की गई। प्रीतम सिंह ने कहा कि जब तक सरकार कड़े कदम नहीं उठाएगी तब तक ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रहेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को निशाने में लेते हुए कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री खुद आबकारी महकमा संभाल रहे हैं, लेकिन उनके चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिखाई दे रही है। जिस तरह से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने डेंगू के परिपेक्ष में जो बयान कांग्रेस के लिए दिया था वह बयान सीएम की गरिमा को कम करता है। जब मुख्यमंत्री डेंगू पर ऐसा बयान दे सकते हैं तो जहरीली शराब पर उनकी गंभीरता का पता वैसे भी चल जाता है। सीएम दरअसल अपने विभागों को संभालने में अक्षम साबित हुए हैं उनके पास स्वास्थ्य और आपकारी मंत्रालय है ऐसे में सफलताओं की जिम्मेदारी लेते हैं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को तुरंत त्यागपत्र दे देना चाहिए।

बाईट- प्रीतम सिंह ,कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष


Conclusion: वही प्रीतम सिंह ने मांग करी है कि जिन लोगों की जहरीली शराब पीने से मृत्यु हो गई है उनके परिजनों को फिर से पैरों पर खड़ा करने के लिए सरकार प्रत्येक परिवार को दस दस लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान करें। दरअसल जहरीली शराब कांड के बाद कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का इस्तीफा मांगने पर पड़ी हुई है कांग्रेस पार्टी का कहना है कि डेंगू और जहरीली शराब रोकने में सरकार पूरी तरह से नाकाम सिद्ध हुई है जबकि दोनों महकमे खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं, ऐसे में सीएम को नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए।
Last Updated : Sep 22, 2019, 8:31 PM IST
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