देहरादून: उत्तराखंड में चुनावी परिणाम आने के बाद कांग्रेस के अंदर घमासान मचा है. कांग्रेस नेता एक-दूसरे को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. साथ ही बयानबाजी का दौर जारी है, जिससे कांग्रेस कार्यकर्ता अपने आप को असहज महसूस कर रहे हैं. इस पर चकराता विधानसभा से जीते प्रीतम सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सलाह दी है. उन्होंने कहा कि यह सही बात है कि जब हम कोई बयान देते हैं तो इससे हमारा साथी हताश हो जाता है. ऐसे में हम सबको अनर्गल बयानबाजी से बचना चाहिए.
उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता ऐसी बयानबाजी न करें, जिससे हमारा साथी हताश और निराश हो. उन्होंने आगे कहा कि 21 मार्च को देहरादून में हार की समीक्षा करने को लेकर एक बैठक का आयोजन किया जाएगा. जिसमें पार्टी के प्रभारी देवेंद्र यादव और पार्टी नेता अविनाश पांडे राज्य की स्थिति का आकलन करने के लिए नियुक्त पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. वहां सभी कांग्रेस नेता अपनी बात रखें और अनर्गल बयानबाजी से बचें.
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प्रीतम सिंह ने साफ किया है कि जब दो विधायकों से बीजेपी आज इस मुकाम तक पहुंच सकती है, तो हम भी इस बार 19 हैं. हार जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं, ऐसे में जब हम चुनावी मैदान में जाते हैं तो जनता जनादेश देती है. जनता ने कांग्रेस को विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है तो ऐसे में कांग्रेस विपक्ष की भूमिका अदा करेगी और जनता से जुड़े मुद्दे सदन में उठाएगी.
उत्तराखंड में कांग्रेस की करारी हार: बता दें कि उत्तराखंड में विधानसभा की 70 सीटों में से कांग्रेस को सिर्फ 19 सीट ही मिल पाईं तो वहीं बीजेपी ने 47 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत की सरकार का मार्ग प्रशस्त किया है.