देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 10 अगस्त को उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद भी किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देहरादून के मोहबेवाला निवासी बूंदी देवी से भी बात की.
पीएम मोदी ने बूंदी देवी से उज्ज्वला योजना के फायदों की जानकारी ली. पीएम मोदी ने बूंदी देवी से पूछा कि जब घर में गैस नहीं थी तो कैसा था और अब उज्ज्वला योजना के बाद जीवन कैसा है? बूंदी देवी ने बताया कि उन्हें साल 2018 से उज्ज्वला योजना का लाभ मिल रहा है.
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बूंदी देवी ने पीएम मोदी का बताया कि जब उनके घर में गैस नहीं थी तो खाना बनाने के लिए जंगल से लकड़ी लानी पड़ती थी. इसके बाद ही वो चूल्हे की मदद से खाना बनाती थी. चूल्हे में फूंक मारते हुए आंखों में आंसू आ जाते थे. ऐसे में खाना भी समय पर नहीं बना पाता था.
बूंदी देवी ने कहा कि 'जब से आपने हमे गैस दिया है, उनके समय की भी बचत हो गई. समय की बचत के चलते एक गाय भी पाल रही हूं, इसी का दूध बेचकर वे सिलेंडर की रिफिलिंग करवाती हूं. समय निकालकर वो अपने पिता को भी देख लेती है'. बूंदी देवी ने पीएम मोदी का तहे दिल से धन्यवाद किया है.
बूंदी देवी ने साल 2018 से लेकर अभीतक कुल 22 रिफिलिंग करवाई है. यानी 22 बार गैस सिलेंडर भरवाया है. इसके लिए पीएम ने कहा कि बूंदी देवी उज्ज्वला योजना का पूरा लाभ ले रही हैं. बूंदी देवी ने पीएम मोदी को बताया कि उन्होंने उज्ज्वला योजना के बारे में अपनी बहनों और गांवों की महिलाओं को बताया है. उन सभी ने उज्ज्वला योजना का लाभ लिया है. उन्हें गैस लेने में कोई दिक्कत नहीं हुई है. बड़ी आसानी से उन्हें गैस मिल गई.
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बता दें कि बूंदी देवी अपने 80 साल के पिता की सेवा भी करती है. बूंदी देवी ने पीएम मोदी को बताया कि उनके पिता चल नहीं सकते हैं और बीमार भी रहते है. इस पर पीएम मोदी ने बूंदी देवी तारीफ में कहा कि 'आपने समाज के लिए मिसाल पेश की है, लोग बुढ़ापे का सहारा बेटों को मानते हैं, लेकिन आपने इस मान्यता को गलत कर समाज को आइना दिखाया है. मैं आपको इस काम के लिए प्रणाम करता हूं'.
क्या है उज्ज्वला योजना: गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों की महिलाओं को 50 मिलियन एलपीजी कनेक्शन वितरित करने के लिए 1 मई 2016 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' शुरू की गई थी. योजना के लिए ₹80 बिलियन का बजटीय आवंटन किया गया.
कैसे ले सकते हैं इसका लाभ: उज्ज्वला योजना का लाभ बीपीएल परिवारों को ही मिलता है. जो परिवार गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करतें हैं, उनमें से महिला सदस्यों को इस योजना के तहत आवेदन करने का अधिकार है. इस योजना में महिला आवेदक ही आवेदन कर सकती हैं. देश की महिलाओं को योजना के अनुसार नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन दिए जाते हैं.
लाभ लेने वाली महिला की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए. 2011 की जनगणना में जिनका नाम हो, एससी-एसटी, पीएम आवास योजना की लाभार्थी हो. उक्त वर्ग के दस्तावेज भी होने जरूरी हैं. अगर इनमें से किसी भी कैटिगिरी में महिलाएं शामिल नहीं है उन्हें 14 बिंदुओं का एक फार्म भरना होगा. बता दें कि इस स्कीम के तहत लाभार्थियों को न केवल मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन मिलेगा, बल्कि साथ में पहला रिफिल और हॉटप्लेट भी मुफ्त मिलेगा.