देहरादून: बीजेपी विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के बीच विवाद फिर सुलग गया है. इस बारे में चैंपियन ने ईटीवी भारत से खुलकर बात की. बातचीत के दौरान चैंपियन ने सरकार में कोई पद न मिलने का दर्द भी साझा किया.
झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के खिलाफ सख्त कदम उठाने की रणनीति पर बात करते-करते चैंपियन अपनी राजनीतिक रसूख पर भी बात करने लगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि वे चार बार से खानपुर के विधायक हैं. उनकी पत्नी भी तीन बार विजयी रही हैं.
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चैंपियन ने कहा कि उन्होंने सात चुनाव एक ही विधानसभा से जीते हैं और ऐसी विधानसभा से जहां 50 फीसदी वोट उनके खिलाफ रहता है. वो निर्दलीय भी जीते, कांग्रेस में रहते हुये भी और भाजपा में भी. हालांकि, उन्हें दुख है कि प्रदेश में उनके वजूद का संज्ञान नहीं लिया गया. चैंपियन ने कहा कि वे प्रदेश के सिपाही हैं जो मोर्चे पर डटे हैं. उन्होंने हारना, डरना, झुकना नहीं सीखा है. सच्चे हैं, क्षत्रिय हैं.
गौर हो कि कर्णवाल के हाई कोर्ट पहुंचते ही चैंपियन ने भी अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए थे. चैंपियन ने झबरेड़ा विधायक कर्णवाल और उनकी पत्नि वैंजयति माला को गुड़ा एक्ट में जेल भिजवाने की बात कही हैं.