देहरादून: कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत का पार्थिक शरीर शनिवार को उत्तराखंड पहुंच रहा है. अमेरिका से पार्थिव शरीर लेकर उत्तराखंड आ रहे उनके छोटे भाई भूपेश पंत ने ईटीवी से खास बातचीत की. जिसमें वे कहते हैं कि उन्हें भरोसा नहीं हो रहा कि उनका भाई अब उनके बीच नहीं रहे. साथ ही उन्होंने बताया कि प्रकाश पंत आखिरी दम तक उत्तराखंड की ही बात करते रहे और कहा मैं ठीक तो हो जाऊंगा ना.
भूपेश कहते हैं कि उन्हें उनके भाई प्रकाश पंत आखिरी तक बार-बार यही कहते रहे कि अब वह बड़े अस्पताल में जा रहे हैं और जल्दी ही ठीक होकर अपने काम में जुट जाएंगे. भूपेश ने बताया कि दिल्ली तक उनकी जुबान पर उत्तराखंड के लिए काम करना और जल्दी ठीक होने की चमक दिखाई दे रही थी. लेकिन जैसे ही उन्होंने दिल्ली से अमेरिका के लिए उड़ान भरी वैसे ही उनकी तबीयत खराब होती चली गई.
हालांकि, वे बताते हैं कि अमेरिका में इलाज के दौरान कुछ दिन उनकी हालत में सुधार आया था. लेकिन फिर उसके बाद अचानक उनकी तबीयत खराब होती चली गई, जिस वजह से उनका खाना-पीना और बोलना सब बंद हो गया था. प्रकाश पंत के भाई भूपेश पंत का कहना है कि भाई के चले जाने के बाद पूरा परिवार और वह खुद अपने आपको बिखरा हुआ महसूस कर रहे हैं.
बता दें कि भूपेश प्रकाश पंत के छोटे भाई हैं और वे अंत समय तक उनके साथ ही रहे. कल सुबह देहरादून की जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर विशेष विमान से उनका पार्थिव शरीर लाया जा रहा है. भूपेश ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का भी आभार व्यक्त किया है और कहा है कि हर घंटे हर पल खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और वित्तीय सचिव अमित नेगी उनके संपर्क में रहे.