देहरादून: कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के विवादित बयान पर अब सूबे में भी सियासत तेज हो गई है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कांग्रेस को सैम पित्रोदा के बयान के लिए पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए. वहीं, कांग्रेस ने पित्रोदा के इस बयान से किनारा करती नजर आ रही है.
ओवरसीज कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा के 84 के दंगों पर दिए बयान के बाद एक बाद फिर कांग्रेस घिरती नजर आ रही है. उत्तराखंड बीजेपी ने पित्रोदा के इस बयान की कड़ी आलोचना की है. उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला का कहना है कि राहुल गांधी के राजनीतिक गुरु सेन पित्रोदा के इस बयान से कांग्रेस की मानसिकता का पता चलता है. इससे साफ हो जाता है कि 1984 के सिख दंगों को कांग्रेस ने सुनियोजित तरीके से करवाया था.
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वहीं, बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन ने कहा कि 1984 के दंगों में हुआ इतना बड़ा नरसंहार कांग्रेस के लिए कोई मायने नहीं रखता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस पूरे मामले में देश से माफी मांगनी चाहिए.
इस पूरे मामले कांग्रेस बचाव की मुद्रा में नजर आ रही है. उत्तराखंड कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि 1984 में हुए सिख दंगों को लेकर कांग्रेस की भावनाएं पूरी तरह से सिख समुदाय के साथ है. जिसको लेकर राजीव गांधी, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह सहित सभी नेताओं ने समय-समय पर संवेदनाएं व्यक्त की है. दसौनी का कहना है कि सैम पित्रोदा के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. जिसका बीजेपी लगातार राजनीतिक फायदा उठा रहा रही है और लोगों को बरगलाने का काम कर रही है.