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बीजेपी के दो नवनिर्वाचित सांसद पहली बार पहुंचे संसद, कुछ ऐसा रहा सफरनामा

प्रदेश के पांचों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने दोबारा इतिहास दोहराया है. टिहरी लोकसभा सीट से माला राज्य लक्ष्मी शाह, हरिद्वार लोकसभा सीट से रमेश पोखरियाल 'निशंक', अल्मोड़ा लोकसभा सीट से अजय टम्टा, गढ़वाल लोकसभा सीट से तीरथ सिंह रावत और नैनीताल-उधमसिंह नगर से अजय भट्ट जीतकर संसद पहुंचे है. इन पांचों नवनिर्वाचित सांसदों में से तीरथ सिंह रावत और अजय भट्ट पहली बार सांसद चुने गए हैं.

बीजेपी के दो नवनिर्वाचित सांसद पहली बार पहुंचे संसद.
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Published : May 28, 2019, 5:43 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के पांचों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है. साल 2014 में बीजेपी ने प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. इसी तरह लोकसभा चुनाव 2019 में भी बीजेपी ने पांचों सीटों पर दोबारा से फतह हासिल की है. हालांकि, उत्तराखंड के पांच सीटों पर बीजेपी कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं जो कई बार सांसद बन चुके हैं, जबकि कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं जो पहली बार सांसद चुने गए हैं. ऐसे ही दोनों नए सासंदों के बारे में ईटीवी भारत आपको बताने जा रहा है. देखिए खास रिपोर्ट...

बीजेपी के दो नवनिर्वाचित सांसद पहली बार पहुंचे संसद.
प्रदेश के पांचों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने दोबारा इतिहास दोहराया है. टिहरी लोकसभा सीट से माला राज्य लक्ष्मी शाह, हरिद्वार लोकसभा सीट से रमेश पोखरियाल 'निशंक', अल्मोड़ा लोकसभा सीट से अजय टम्टा, गढ़वाल लोकसभा सीट से तीरथ सिंह रावत और नैनीताल-उधमसिंह नगर से अजय भट्ट जीतकर संसद पहुंचे है. इन पांचों नवनिर्वाचित सांसदों में से तीरथ सिंह रावत और अजय भट्ट पहली बार सांसद चुने गए हैं.

पढ़ें- एक जून से शुरू होगी हेमकुंड साहिब की यात्रा, श्रद्धालु यहां से करवा सकेंगे रजिस्ट्रेशन



कौन है अजय भट्ट?
लोकसभा चुनाव 2019 में अजय भट्ट ने नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत को 3,39,096 वोटों से करारी शिकस्त दी है और पहली बार अजय भट्ट संसद पहुंचे हैं. मौजूद समय मे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नवनिर्वाचित सांसद अजय भट्ट 1996 से 2000 तक रानीखेत से विधायक रहे. इसके बाद फिर साल 2002 में विधानसभा चुनाव के दौरान दोबारा अजय भट्ट विधायक चुने गए. जिसके बाद साल 2007 में विधानसभा चुनाव के दौरान रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से ही कांग्रेस प्रत्याशी करण माहरा ने अजय भट्ट को करारी शिकस्त दी और साल 2009 से 2011 तक अजय भट्ट उत्तराखंड सरकार में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य सलाहकार एवं अनुश्रवण परिषद के अध्यक्ष पद पर नामित किये गए थे. इसके साथ ही वह उत्तराखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री भी रह चुके है. चौथी बार अजय भट्ट ने साल 2012 के विधानसभा चुनाव में रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से अजय भट्ट ने कांग्रेस के करण माहरा को हराया था. इसके बाद अजय भट्ट ने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई. फिर 2017 के विधानसभा चुनाव में एक बार कांग्रेस प्रत्याशी करण मेहरा ने अजय भट्ट को करारी शिकस्त दी थी. लोकसभा चुनाव में अजय भट्ट को कुल 7,72,195 मत प्राप्त हुए जबकि, हरीश रावत को कुल 4,33,099 वोट ही मिले.

कौन है तीरथ सिंह रावत?
लोकसभा चुनाव 2019 में तीरथ सिंह रावत ने गढ़वाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी को 30,2,669 के भारी वोटों से हराकर पहली बाद संसद पहुंचे हैं. साल 2000 में उत्तराखंड बनने के बाद तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड राज्य के पहले शिक्षा मंत्री चुने गए और फिर साल 2007 में भाजपा प्रदेश के महामंत्री चुने गए. वहीं, साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वह चौबट्टाखाल से विधायक चुने गएय जबकि, साल 2013 में केदारनाथ में आई दैवीय आपदा के बाद उन्होंने आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति का अध्यक्ष बनाया गया. साथ ही साल 2013-2015 तक तीरथ सिंह रावत ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली. इसके बाद साल 2017 में भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व ने भाजपा राष्ट्रीय सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी थी. लोकसभा चुनाव में तीरथ सिंह रावत को कुल 5,06,980 मत प्राप्त हुए जबकि, कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी को कुल 2,04,311 वोट मिले.

देहरादून: उत्तराखंड के पांचों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है. साल 2014 में बीजेपी ने प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी. इसी तरह लोकसभा चुनाव 2019 में भी बीजेपी ने पांचों सीटों पर दोबारा से फतह हासिल की है. हालांकि, उत्तराखंड के पांच सीटों पर बीजेपी कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं जो कई बार सांसद बन चुके हैं, जबकि कुछ प्रत्याशी ऐसे हैं जो पहली बार सांसद चुने गए हैं. ऐसे ही दोनों नए सासंदों के बारे में ईटीवी भारत आपको बताने जा रहा है. देखिए खास रिपोर्ट...

बीजेपी के दो नवनिर्वाचित सांसद पहली बार पहुंचे संसद.
प्रदेश के पांचों लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने दोबारा इतिहास दोहराया है. टिहरी लोकसभा सीट से माला राज्य लक्ष्मी शाह, हरिद्वार लोकसभा सीट से रमेश पोखरियाल 'निशंक', अल्मोड़ा लोकसभा सीट से अजय टम्टा, गढ़वाल लोकसभा सीट से तीरथ सिंह रावत और नैनीताल-उधमसिंह नगर से अजय भट्ट जीतकर संसद पहुंचे है. इन पांचों नवनिर्वाचित सांसदों में से तीरथ सिंह रावत और अजय भट्ट पहली बार सांसद चुने गए हैं.

पढ़ें- एक जून से शुरू होगी हेमकुंड साहिब की यात्रा, श्रद्धालु यहां से करवा सकेंगे रजिस्ट्रेशन



कौन है अजय भट्ट?
लोकसभा चुनाव 2019 में अजय भट्ट ने नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत को 3,39,096 वोटों से करारी शिकस्त दी है और पहली बार अजय भट्ट संसद पहुंचे हैं. मौजूद समय मे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नवनिर्वाचित सांसद अजय भट्ट 1996 से 2000 तक रानीखेत से विधायक रहे. इसके बाद फिर साल 2002 में विधानसभा चुनाव के दौरान दोबारा अजय भट्ट विधायक चुने गए. जिसके बाद साल 2007 में विधानसभा चुनाव के दौरान रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से ही कांग्रेस प्रत्याशी करण माहरा ने अजय भट्ट को करारी शिकस्त दी और साल 2009 से 2011 तक अजय भट्ट उत्तराखंड सरकार में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य सलाहकार एवं अनुश्रवण परिषद के अध्यक्ष पद पर नामित किये गए थे. इसके साथ ही वह उत्तराखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री भी रह चुके है. चौथी बार अजय भट्ट ने साल 2012 के विधानसभा चुनाव में रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से अजय भट्ट ने कांग्रेस के करण माहरा को हराया था. इसके बाद अजय भट्ट ने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई. फिर 2017 के विधानसभा चुनाव में एक बार कांग्रेस प्रत्याशी करण मेहरा ने अजय भट्ट को करारी शिकस्त दी थी. लोकसभा चुनाव में अजय भट्ट को कुल 7,72,195 मत प्राप्त हुए जबकि, हरीश रावत को कुल 4,33,099 वोट ही मिले.

कौन है तीरथ सिंह रावत?
लोकसभा चुनाव 2019 में तीरथ सिंह रावत ने गढ़वाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी को 30,2,669 के भारी वोटों से हराकर पहली बाद संसद पहुंचे हैं. साल 2000 में उत्तराखंड बनने के बाद तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड राज्य के पहले शिक्षा मंत्री चुने गए और फिर साल 2007 में भाजपा प्रदेश के महामंत्री चुने गए. वहीं, साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वह चौबट्टाखाल से विधायक चुने गएय जबकि, साल 2013 में केदारनाथ में आई दैवीय आपदा के बाद उन्होंने आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति का अध्यक्ष बनाया गया. साथ ही साल 2013-2015 तक तीरथ सिंह रावत ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली. इसके बाद साल 2017 में भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व ने भाजपा राष्ट्रीय सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी थी. लोकसभा चुनाव में तीरथ सिंह रावत को कुल 5,06,980 मत प्राप्त हुए जबकि, कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूड़ी को कुल 2,04,311 वोट मिले.

Intro:ड्राई स्टोरी है.....

उत्तराखंड के पांचो लोकसभा सीटों पर भाजपा ने एक बार फिर अपना परचम लहराया है। साल 2014 में भाजपा ने प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर कब्जा कर लिया था। इसी तरह लोकसभा चुनाव 2019 में भी भाजपा ने पांचों सीटों को दोबारा से कब्जा कर लिया है। हालांकि उत्तराखंड के पांच सीटों पर भाजपा के कई प्रत्याशी ऐसे है जो कई बार सांसद बन चुके हैं, तो कुछ प्रत्याशी ऐसे भी हैं जो पहली बार सांसद चुने गए हैं। जी हां आपको बताते हैं उत्तराखंड के दो नए सांसद के बारे में जो पहली बार सांसद चुने गए हैं।


Body:प्रदेश के पांचो लोकसभा सीटो पर भाजपा ने साल 2014 की तरह ही लोकसभा चुनाव 2019 में दोबारा परचर्म लहराया है। टिहरी लोकसभा सीट से माला राज्य लक्ष्मी शाह, हरिद्वार लोकसभा सीट से रमेश पोखरियाल "निशंक", अल्मोड़ा लोकसभा सीट से अजय टम्टा, गढ़वाल लोकसभा सीट से तीरथ सिंह रावत और नैनीताल-उधमसिंह नगर से अजय भट्ट जीतकर संसद गए है। और पांचों नवनिर्वाचित सांसदों में से तीरथ सिंह रावत और अजय भट्ट पहली बार सांसद चुने गए है। 


................कौन है अजय भट्ट..............

लोकसभा चुनाव 2019 में अजय भट्ट ने नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत को 339096 वोटों से करारी शिकस्त दी है। और पहली बार अजय भट्ट संसद तक पहुचे है। मौजूद समय मे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नवनिर्वाचित सांसद अजय भट्ट 1996 से 2000 तक रानीखेत से विधायक रहे है। इसके बाद फिर साल 2002 में विधानसभा चुनाव के दौरान दोबारा अजय भट्ट विधायक चुने गए। और फिर साल 2007 में विधानसभा चुनाव के दौरान रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से ही कांग्रेस प्रत्याशी करण मेहरा ने अजय भट्ट को करारी शिकस्त दी थी। और साल 2009 से 2011 तक अजय भट्ट उत्तराखण्ड सरकार में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य सलाहकार एवं अनुश्रवण परिषद् के अध्यक्ष पद पर नामित किये गए थे इसके साथ ही वह उत्तराखंड के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री भी रह चुके है। चौथी बार अजय भट्ट ने साल 2012 के विधानसभा चुनाव में रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से अजय भट्ट ने कांग्रेस के करण माहरा को हराया था। इसके बाद अजय भट्ट ने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाई। और फिर विधानसभा चुनाव 2017 में एक बार कांग्रेस प्रत्याशी ने करण मेहरा ने अजय भट्ट को करारी शिकस्त दी थी।

- अजय भट्ट ने उत्तराखंड के पूर्व सीएम एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत को 339096 मतों से मात दी। 

- अजय भट्ट को कुल 772195 मत प्राप्त हुए जबकि हरीश रावत को कुल 433099 वोट ही मिले।


..............कौन है तीरथ सिंह रावत ..........

लोकसभा चुनाव 2019 में तीरथ सिंह रावत ने गढ़वाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूरी को 302669 के भारी वोटो से हराकर पहली बाद संसद पहुचे है। साल 2000 में उत्तराखंड बनने के बाद तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड राज्य के पहले शिक्षा मंत्री चुने गए थे, और फिर साल 2007 में भाजपा प्रदेश के महामंत्री चुने गए। और साल 2012 में विधानसभा चुनाव में चौबट्टाखाल से विधायक चुने गए थे। और साल 2013 में केदार में आयी आपदा के बाद आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष बने थे। साथ ही साल 2013-2015 तक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद साल 2017 में भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व ने भाजपा राष्ट्रीय सचिव पद की जिम्मेदारी सौपी थी। 

- तीरथ सिंह रावत ने पूर्व सीएम भुवन चंद्र खंडूरी के बेटे मनीष खंडूरी को 302669 वोटों से करारी शिकस्त दी।

- तीरथ सिंह रावत को कुल 506980 मत प्राप्त हुए जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मनीष खंडूरी को कुल 204311 वोट मिले।


Conclusion:
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