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उत्तराखंड में Delivery Boy पर पुलिस की नजर, चौकी में लगानी पड़ रही हाजिरी, जानिए क्यों लिया फैसला

देहरादून में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिसने पुलिस की नाक में दम कर दिया है. लिहाजा, अब पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी है. दरअसल, कई लोग ऑनलाइन फूड डिलीवरी, लोन रिकवरी और कैश कलेक्शन एजेंट्स की आड़ में नशा तस्करी के काम को अंजाम दे रहे हैं. इसके अलावा रेकी कर चोरी डकैती भी कर रहे हैं. जिस पर लगाम लगाम लगाने के लिए पुलिस सभी डिलीवरी ब्वॉय का सत्यापन करवा रही है. जानिए पुलिस किस तरह कर रही है वेरिफिकेशन? आपको भी ध्यान रखनी होगी कई बातें...

delivery boy in Uttarakhand
उत्तराखंड में डिलीवरी ब्वॉय
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Published : Jul 28, 2023, 7:50 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में डिलीवरी ब्वॉय की कुंडली अब पुलिस के पास रहेगी. बकायदा उन्हें हफ्ते में दो दिन थाने या चौकी में हाजिरी भी लगानी पड़ेगी. पुलिस ने यह कदम लोन एजेंट से लेकर फूड डिलीवरी ब्वॉय के अपराध में शामिल होने की वजह से उठाया है. कई लोग डिलीवरी ब्वॉय की आड़ में नशा तस्करी से लेकर अपराध की घटना को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है.

डिलीवरी की आड़ में नशा तस्करी और अपराधः देहरादून में अपराध और नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. तमाम केसों को सॉल्व करने के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि कॉलेज, हॉस्टल और पीजी समेत अन्य जगहों पर कुछ डिलीवरी ब्वॉय नशे की खेप पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं. बीते दिनों देहरादून से कुछ ऐसे ही मामले सामने आए थे.

delivery boy in Uttarakhand
डिलीवरी ब्वॉय के साथ पुलिस की बैठक

जिसके बाद पुलिस ने डिलीवरी ब्वॉय, लोन एजेंट समेत उन लोगों का बड़े पैमाने पर सत्यापन शुरू कर दिया है, जो हर गली-मोहल्ले, मकान से लेकर स्टूडेंट के ठिकानों पर बार-बार जाकर कुछ न कुछ डिलीवर करते हैं. पुलिस का मानना है कि डिलीवरी ब्वॉय अपने बैग में खाने के सामान के साथ नशे की खेप सप्लाई करते हैं. जिससे नशे का कारोबार फल फूल रहा है.
ये भी पढ़ेंः डिलीवरी बॉयज, लोन रिकवरी, कैश कलेक्शन एजेंट्स का होगा सत्यापन, पुलिस चलाएगी अभियान

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी? देहरादून शहर के अलावा विकासनगर, मसूरी, डोईवाला जैसे इलाकों में पुलिस अब ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार कर रही है, जो रिकवरी या डिलीवरी का काम करते हैं. बकायदा देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सभी थाना व चौकी प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में एक गोष्ठी का आयोजन करेंगे. जिसमें तमाम डिलीवरी ब्वॉय और एजेंट को बुलाया जाएगा.

delivery boy in Uttarakhand
देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर

वहीं, इस आदेश के बाद देहरादून के तमाम पुलिस थानों में लाल नारंगी कपड़े पहने डिलीवरी ब्वॉय हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं. जिनका बड़े पैमाने पर सत्यापन किया जा रहा है. एसएसपी दलीप कुंवर का कहना है कि पुलिस का मकसद किसी को परेशान करना नहीं है, लेकिन जिस तरह बातें सामने आ रही है, उसे देखते हुए इन लोगों का सत्यापन किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि जो लोग एक हफ्ते के भीतर अपना सत्यापन नहीं करवाएंगे, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. उनका कहना है कि कई लोग डिलीवरी के बहाने क्षेत्र की रेकी करते हैं और यह जानना चाहते हैं कि किस घर में कितने सदस्य हैं. किस कॉलोनी में किस तरह से वारदात को अंजाम दिया जा सकता है. बीते दिनों डिलीवरी के बहाने पहले रेकी फिर लूटपाट, डकैती, चोरी की घटनाएं सामने आई थी. लिहाजा, इस पर लगाम लगाने का प्रयास किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः ऑनलाइन फूड डिलीवरी के नाम पर ड्रग्स सप्लाई, स्मैक बेचकर खरीदा 25 लाख फ्लैट, तीन गिरफ्तार

क्या जानकारी ले रही पुलिस? एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि सत्यापन के दौरान डिलीवरी ब्वॉय का पूरा नाम, उसकी एक फोटो, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, गाड़ी नंबर, वो कहां का निवासी है और कहां से आया है? परिवार के सदस्यों का नंबर और कौन सा क्षेत्र है, जिसमें वो काम करते हैं. इसकी पूरी जानकारी ली जा रही है.

पुलिस न केवल यह सत्यापन डिलीवरी ब्वॉय का कर रहे हैं. बल्कि, उनके टीम लीडर का भी सत्यापन किया जा रहा है. ऐसी तमाम कंपनियों को हिदायत दी है कि अगर कोई भी व्यक्ति बिना सत्यापन के काम करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कंपनियों को ये भी सुनिश्चित करना होगा कि उसका वर्कर किसी अपराध में शामिल न पाया जाए.

इसके साथ ही पुलिस इन लोगों को बैठाकर वो सभी पहलू समझा रही है, जिससे ये अपराध के मामले में पुलिस की सहायता भी कर सकतें है. दरअसल, इन लोगों का अक्सर फील्ड में घूमना रहता है. ऐसे में अगर कोई संदिग्ध दिखे या कुछ अजीब लगे तो पुलिस को सूचित करना होगा. कोई नशा या अन्य सामग्री डिलीवरी करता हो तो उसे पुलिस को बताना होगा.

क्या कहते हैं कंपनी से जुड़े लोग? एक डिलीवरी ब्वॉय कंपनी के टीम लीडर अवधेश चौधरी और रूजित तोमर देहरादून में अलग-अलग जगहों पर अपनी टीम पर निगरानी रखते हैं. उनका कहना है कि इसमें किसी को किसी तरह की आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर सत्यापन का काम पुलिस कर रही है तो हम उनका साथ दे रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः नींबू मिर्च बेचने और शनि दान मांगने वालों से सावधान! देहरादून में चिमटी गैंग के 3 सदस्य गिरफ्तार

एक टीम लीडर के नीचे 40 डिलीवरी ब्वॉय काम करते हैं. ऐसे में वो पुलिस के साथ अपनी टीम पर लगातार मीटिंग करते हैं. अगर पुलिस को इस तरह की कोई जानकारी मिल रही है तो उन्हें सचेत होकर काम करना होगा. उनका कहना है कि उनकी कंपनी की अच्छी पहचान है. ऐसे में वो बिल्कुल ये नहीं चाहेंगे कि किसी तरह से भी उनकी और कंपनी की पहचान खराब हो.

ये सावधानी बरतें लोगः अगर आप कुछ खाने पीने का सामान मंगाते हैं तो कई बातों का ध्यान रखें. जैसे सामान लाने वाले को घर से कुछ दूरी पर ही सामान देकर वापस जाने को कहें. डिलीवरी ब्वॉय की गतिविधि पर नजर रखें. एक ही व्यक्ति का बार-बार या कुछ समय बाद आना किसी रेकी का हिस्सा हो सकता है. घर में बच्चे अकेले हैं तो बेहद सावधानी बरतें.

ओटीपी या अन्य डिटेल देने में भी इस बात का ख्याल रखें कि कहीं आपकी जानकारी, आपको परेशानी में तो नहीं डाल रही है. कुछ संदिग्ध लगने पर पुलिस को सूचना दें. बता दें कि डिलीवरी ब्वॉय के अलावा फेरी वाले, शनि दान मांगने और नींबू मिर्च बेचने वाले भी अपराधी हो सकते हैं. ऐसा ही केस कुछ दिनों पहले देहरादून में सामने आया था. जिसमें तीन लोग गिरफ्तार हुए थे.

देहरादूनः उत्तराखंड में डिलीवरी ब्वॉय की कुंडली अब पुलिस के पास रहेगी. बकायदा उन्हें हफ्ते में दो दिन थाने या चौकी में हाजिरी भी लगानी पड़ेगी. पुलिस ने यह कदम लोन एजेंट से लेकर फूड डिलीवरी ब्वॉय के अपराध में शामिल होने की वजह से उठाया है. कई लोग डिलीवरी ब्वॉय की आड़ में नशा तस्करी से लेकर अपराध की घटना को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है.

डिलीवरी की आड़ में नशा तस्करी और अपराधः देहरादून में अपराध और नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. तमाम केसों को सॉल्व करने के बाद पुलिस इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि कॉलेज, हॉस्टल और पीजी समेत अन्य जगहों पर कुछ डिलीवरी ब्वॉय नशे की खेप पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं. बीते दिनों देहरादून से कुछ ऐसे ही मामले सामने आए थे.

delivery boy in Uttarakhand
डिलीवरी ब्वॉय के साथ पुलिस की बैठक

जिसके बाद पुलिस ने डिलीवरी ब्वॉय, लोन एजेंट समेत उन लोगों का बड़े पैमाने पर सत्यापन शुरू कर दिया है, जो हर गली-मोहल्ले, मकान से लेकर स्टूडेंट के ठिकानों पर बार-बार जाकर कुछ न कुछ डिलीवर करते हैं. पुलिस का मानना है कि डिलीवरी ब्वॉय अपने बैग में खाने के सामान के साथ नशे की खेप सप्लाई करते हैं. जिससे नशे का कारोबार फल फूल रहा है.
ये भी पढ़ेंः डिलीवरी बॉयज, लोन रिकवरी, कैश कलेक्शन एजेंट्स का होगा सत्यापन, पुलिस चलाएगी अभियान

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी? देहरादून शहर के अलावा विकासनगर, मसूरी, डोईवाला जैसे इलाकों में पुलिस अब ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार कर रही है, जो रिकवरी या डिलीवरी का काम करते हैं. बकायदा देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि सभी थाना व चौकी प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में एक गोष्ठी का आयोजन करेंगे. जिसमें तमाम डिलीवरी ब्वॉय और एजेंट को बुलाया जाएगा.

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देहरादून एसएसपी दलीप सिंह कुंवर

वहीं, इस आदेश के बाद देहरादून के तमाम पुलिस थानों में लाल नारंगी कपड़े पहने डिलीवरी ब्वॉय हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं. जिनका बड़े पैमाने पर सत्यापन किया जा रहा है. एसएसपी दलीप कुंवर का कहना है कि पुलिस का मकसद किसी को परेशान करना नहीं है, लेकिन जिस तरह बातें सामने आ रही है, उसे देखते हुए इन लोगों का सत्यापन किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि जो लोग एक हफ्ते के भीतर अपना सत्यापन नहीं करवाएंगे, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. उनका कहना है कि कई लोग डिलीवरी के बहाने क्षेत्र की रेकी करते हैं और यह जानना चाहते हैं कि किस घर में कितने सदस्य हैं. किस कॉलोनी में किस तरह से वारदात को अंजाम दिया जा सकता है. बीते दिनों डिलीवरी के बहाने पहले रेकी फिर लूटपाट, डकैती, चोरी की घटनाएं सामने आई थी. लिहाजा, इस पर लगाम लगाने का प्रयास किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः ऑनलाइन फूड डिलीवरी के नाम पर ड्रग्स सप्लाई, स्मैक बेचकर खरीदा 25 लाख फ्लैट, तीन गिरफ्तार

क्या जानकारी ले रही पुलिस? एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि सत्यापन के दौरान डिलीवरी ब्वॉय का पूरा नाम, उसकी एक फोटो, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, गाड़ी नंबर, वो कहां का निवासी है और कहां से आया है? परिवार के सदस्यों का नंबर और कौन सा क्षेत्र है, जिसमें वो काम करते हैं. इसकी पूरी जानकारी ली जा रही है.

पुलिस न केवल यह सत्यापन डिलीवरी ब्वॉय का कर रहे हैं. बल्कि, उनके टीम लीडर का भी सत्यापन किया जा रहा है. ऐसी तमाम कंपनियों को हिदायत दी है कि अगर कोई भी व्यक्ति बिना सत्यापन के काम करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कंपनियों को ये भी सुनिश्चित करना होगा कि उसका वर्कर किसी अपराध में शामिल न पाया जाए.

इसके साथ ही पुलिस इन लोगों को बैठाकर वो सभी पहलू समझा रही है, जिससे ये अपराध के मामले में पुलिस की सहायता भी कर सकतें है. दरअसल, इन लोगों का अक्सर फील्ड में घूमना रहता है. ऐसे में अगर कोई संदिग्ध दिखे या कुछ अजीब लगे तो पुलिस को सूचित करना होगा. कोई नशा या अन्य सामग्री डिलीवरी करता हो तो उसे पुलिस को बताना होगा.

क्या कहते हैं कंपनी से जुड़े लोग? एक डिलीवरी ब्वॉय कंपनी के टीम लीडर अवधेश चौधरी और रूजित तोमर देहरादून में अलग-अलग जगहों पर अपनी टीम पर निगरानी रखते हैं. उनका कहना है कि इसमें किसी को किसी तरह की आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर सत्यापन का काम पुलिस कर रही है तो हम उनका साथ दे रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः नींबू मिर्च बेचने और शनि दान मांगने वालों से सावधान! देहरादून में चिमटी गैंग के 3 सदस्य गिरफ्तार

एक टीम लीडर के नीचे 40 डिलीवरी ब्वॉय काम करते हैं. ऐसे में वो पुलिस के साथ अपनी टीम पर लगातार मीटिंग करते हैं. अगर पुलिस को इस तरह की कोई जानकारी मिल रही है तो उन्हें सचेत होकर काम करना होगा. उनका कहना है कि उनकी कंपनी की अच्छी पहचान है. ऐसे में वो बिल्कुल ये नहीं चाहेंगे कि किसी तरह से भी उनकी और कंपनी की पहचान खराब हो.

ये सावधानी बरतें लोगः अगर आप कुछ खाने पीने का सामान मंगाते हैं तो कई बातों का ध्यान रखें. जैसे सामान लाने वाले को घर से कुछ दूरी पर ही सामान देकर वापस जाने को कहें. डिलीवरी ब्वॉय की गतिविधि पर नजर रखें. एक ही व्यक्ति का बार-बार या कुछ समय बाद आना किसी रेकी का हिस्सा हो सकता है. घर में बच्चे अकेले हैं तो बेहद सावधानी बरतें.

ओटीपी या अन्य डिटेल देने में भी इस बात का ख्याल रखें कि कहीं आपकी जानकारी, आपको परेशानी में तो नहीं डाल रही है. कुछ संदिग्ध लगने पर पुलिस को सूचना दें. बता दें कि डिलीवरी ब्वॉय के अलावा फेरी वाले, शनि दान मांगने और नींबू मिर्च बेचने वाले भी अपराधी हो सकते हैं. ऐसा ही केस कुछ दिनों पहले देहरादून में सामने आया था. जिसमें तीन लोग गिरफ्तार हुए थे.

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