देहरादूनः उत्तरकाशी के पुरोला में भले ही प्रशासन के दबाव में आकर हिंदू संगठनों ने महापंचायत को स्थगित कर दी हो, लेकिन अभी भी कुछ हिंदू संगठन पुरोला जाने के लिए आमदा हैं. हालांकि, पुरोला में धारा 144 लगाई गई है. उत्तरकाशी जिले के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. पुलिस पुरोला कुच करने वाले हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों, व्यापारियों और महापंचायत को समर्थन देने वाले सभी प्रतिनिधियों को वापस भेज रही है. इसके बावजूद भी कुछ संगठन पुरोला जाने के लिए घरों से निकल रहे हैं. पुलिस ने ऐसे 50 से 60 लोगों को बाढ़वाला से हिरासत में लिया है. पुलिस ने महासू रुद्र सेना संगठन के संरक्षक राकेश उत्तराखंडी समेत 50-60 साथियों को हिरासत में लिया है. पुलिस सभी को पुलिस चौकी डाकपत्थर ले गई है.
देहरादून के विकासनगर में महापंचायत के लिए हिंदू संगठन के लोगों ने पुरोला के लिए कूच करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने संगठन के लोगों को नजरबंद कर विकासनगर में ही रोक लिया. गौरतलब है कि विकासनगर से पुरोला जाना बेहद आसान है. हालांकि, प्रशासन को 14 जून की सुबह ही भनक लग गई थी कि कुछ हिंदू संगठन रात में ही उत्तरकाशी निकलने की फिराक में हैं. इसलिए प्रशासन ने सुबह से विकासनगर में पुरोला जाने वाले मार्ग पर कड़ा पहरा लगा दिया था. विकासनगर से महासू रुद्र सेना संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुरोला कूच करने की तैयारी की थी. लेकिन प्रशासन ने उन्हें विकासनगर से बाहर जाने ही नहीं दिया.
जानकारी ये भी है कि पुरोला महापंचायत को स्थगित करने का फैसला कुछ ही हिंदूवादी संगठनों ने लिया. जबकि बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों ने अभी भी महापंचायत स्थगित को लेकर हामी नहीं भरी थी. जानकारी के मुताबिक, पुरोला महापंचायत में ना पहुंच पाने की स्थिति में यमुना पुल बाढ़ वाला में बवाल की स्थिति बन सकती थी. लेकिन पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए रूद्र सेना के संस्थापक व संगठन के लोगों को विकासनगर में चेकिंग अभियान और कड़ा पहरा लगाकर रोक लिया.
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