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देहरादून: कुख्यात अपराधियों पर कसेगा शिकंजा, पुलिस खंगाल रही रिकॉर्ड

देहरादून में पुलिस द्वारा अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए विशेष अभियान के तहत कुख्यात अपराधियों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है, जिससे अपराध और अपराधियों पर नकेल कसी जा सके.

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Published : Dec 19, 2019, 12:19 PM IST

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पुलिस महकमा सतर्क

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस ने राज्य में सक्रिय कुख्यात गैंगों और अपराधियों का ब्योरा निकाला है, जिसके तहत इन गैंगों और अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी है. वहीं, इस अभियान के तहत वांटेड इनामी अपराधियों की धरपकड़ भी जारी है. इसी कड़ी में प्रदेश के हर थाने में निगरानी के लिए 1,207 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.

पुलिस महकमा सतर्क
उत्तराखंड पुलिस दिए गए आदेशों के अनुसार एक नवंबर 2019 से प्रदेश भर में सक्रिय अपराधियों के सत्यापन मामले में विशेष अभियान चला रही है. पुलिस के मुताबिक, अब तक प्रदेश भर में लगभग 42 रजिस्टर्ड कुख्यात गैंग अपराधिक घटनाओं के लिए सक्रिय हैं. इस अभियान के तहत एक जानकारी ये भी सामने आई है कि इन गैंगों में कुल 330 सदस्य हैं, जिनमें से अब तक 56 अपराधी ऐसे हैं जिनकी की मौत हो चुकी है, जबकि 130 अपराधी अभी भी सक्रिय है. पुलिस ने बताया कि 144 अपराधी वर्तमान समय में गैंग को छोड़ चुके हैं. इतना ही नहीं 75 अपराधी ऐसे हैं जो संगीन अपराध के इल्जाम में अलग-अलग जेलों में बंद हैं.

ये भी पढ़ें: लक्सर में युवती ने युवक पर लगाया दुष्कर्म का आरोप, जांच में जुटी पुलिस

वहीं, मामले में राज्य के अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभाल रहे अशोक कुमार ने बताया कि इस विशेष अभियान को और अधिक सफल बनाने के लिए पुलिस महकमें को 31 जनवरी 2020 तक इस अभियान को जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे राज्य में अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके.

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस ने राज्य में सक्रिय कुख्यात गैंगों और अपराधियों का ब्योरा निकाला है, जिसके तहत इन गैंगों और अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी है. वहीं, इस अभियान के तहत वांटेड इनामी अपराधियों की धरपकड़ भी जारी है. इसी कड़ी में प्रदेश के हर थाने में निगरानी के लिए 1,207 अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.

पुलिस महकमा सतर्क
उत्तराखंड पुलिस दिए गए आदेशों के अनुसार एक नवंबर 2019 से प्रदेश भर में सक्रिय अपराधियों के सत्यापन मामले में विशेष अभियान चला रही है. पुलिस के मुताबिक, अब तक प्रदेश भर में लगभग 42 रजिस्टर्ड कुख्यात गैंग अपराधिक घटनाओं के लिए सक्रिय हैं. इस अभियान के तहत एक जानकारी ये भी सामने आई है कि इन गैंगों में कुल 330 सदस्य हैं, जिनमें से अब तक 56 अपराधी ऐसे हैं जिनकी की मौत हो चुकी है, जबकि 130 अपराधी अभी भी सक्रिय है. पुलिस ने बताया कि 144 अपराधी वर्तमान समय में गैंग को छोड़ चुके हैं. इतना ही नहीं 75 अपराधी ऐसे हैं जो संगीन अपराध के इल्जाम में अलग-अलग जेलों में बंद हैं.

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वहीं, मामले में राज्य के अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभाल रहे अशोक कुमार ने बताया कि इस विशेष अभियान को और अधिक सफल बनाने के लिए पुलिस महकमें को 31 जनवरी 2020 तक इस अभियान को जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे राज्य में अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके.

Intro:summary-उत्तराखंड में सक्रीय कुख्यात रजिस्टर्ड गैंग अपराधियों का निकल आया ब्यौरा,अभियान के तहत गैंगों पर नकेल कसने की तैयारी,वांटेड ईनामी अपराधियों की धरपकड़ भी जारी,प्रदेश के हर थाना क्षेत्र में निगरानी रखने के लिए 1207 अतिरिक्त सीसीटीवी भी लगाए गए।

उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा दिए गए आदेशों के मुताबिक 1 नवंबर 2019 से प्रदेश भर में सक्रिय अपराधियों की सत्यापन मामले में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत 15 दिसंबर 2019 तक पता चला है कि, वर्तमान समय में प्रदेश भर में 42 रजिस्टर्ड कुख्यात गैंग अपराधिक घटनाओं के लिए सक्रिय हैं। इस अभियान की समीक्षा के दौरान जानकारी सामने आई कि सक्रिय गैंगो में कुल 330 सदस्य है जिनमें से 56 अपराधियों की मौत हो चुकी है, जबकि 130 क्रिमिनल सक्रिय है और 144 अपराधी वर्तमान समय में पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक शांत हैं। इतना ही नहीं 75 संगीन क़िस्म के अपराधी वर्तमान समय में उत्तराखंड के अलग-अलग जेलों में बंद है। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे इस विशेष अभियान के दौरान कुल 7 गैंगो को ही D-list में रखा गया है, और इनके कुल 42 क्रिमिनल की निगरानी बंद की गई है...इसके अलावा उत्तराखंड में तेजी से पनप रहे नए अपराधिक गैंगो को भी पुलिस रिकॉर्ड में रजिस्टर्ड करने की कार्रवाई की जा रही है, ताकि इन पर निगरानी रख शिकंजा कसा जा सके।


Body:भारी संख्या में सक्रिय अपराधियों को जेल भेजने के साथ अन्य सख्त कानूनी कार्रवाई भी तेज

प्रदेशभर में गंभीर किस्म और अन्य अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे सत्यापन अभियान के दौरान जानकारी सामने आई है कि, अलग अलग मुकदमों में वांटेड 8390 अपराधियों की धरपकड़ कर उन्हें जेल भेजा जा चुका है। जबकि 38 क्रिमिनल के विरुद्ध कुर्ती की कार्रवाई की जा चुकी है। इतना ही नहीं लंबे समय से फरार चल रहे 51 वांटेड अपराधियों पर इनाम घोषित कर दिया गया है। हालांकि पुलिस मुख्यालय के मुताबिक अभी और फरार चल रहे अपराधियों के धरपकड़ के लिए भी इनाम घोषित किए जा रहे हैं।
अभियान के अंतर्गत पिछले डेढ़ माह की अवधि में राज्य भर से कुल 34 इनामी अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, इनमें से 28 पर 2500 का इनाम,3 पर 5000 का इनाम और 3 फरार अपराधियों पर 10 हजार का इनाम घोषित था।

अपराधियों पर नकेल कसने के लिए गैंगस्टर की कार्रवाई तेजी से जारी

वर्ष 2015 से अभी तक संगठित अपराध करने के साथ सक्रिय भू माफिया, भारी मात्रा में शराब की तस्करी करने वाले,मादक पदार्थों की तस्करी करने में शामिल जैसे अपराधियों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई लगातार प्रदेशभर के अलग-अलग जिलों में जारी हैं, अभियान के दौरान 32 गैंगस्टर के खिलाफ कार्रवाई प्रचलित हैं, जबकि 99 क्रिमिनल के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जा चुकी है।




Conclusion: प्रदेशभर के थाना क्षेत्रों को सीसीटीवी से लैस करने की कवायद

राज्य में लगातार बढ़ रहे अपराधिक घटनाओं को रोकने की दिशा में पुलिस मुख्यालय द्वारा दिए गए सख्त निर्देश के मुताबिक सभी 13 जिलों के थाना क्षेत्र को शत-प्रतिशत सीसीटीवी कैमरा से करने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि अपराधिक घटनाओं और अपराधियों पर निगरानी रख कानूनी शिकंजा कसा जा सके। किसी भी घटना में सीसीटीवी महत्वपूर्ण किस वर्कआउट की भूमिका में आता है। ऐसे में पिछले डेढ़ माह से गतिमान इस अभियान के तहत प्रदेशभर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 1207 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं, इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण स्थानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाने की कवायद अभियान के तहत प्रचलित है।

1 नवंबर 2019 से चलने वाला अभियान 31 जनवरी 2020 तक चलेगा

उधर इस मामले में राज्य में अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभाल रहे अशोक कुमार के मुताबिक अभी इस विशेष अभियान को और अधिक सफल बनाने के लिए 31 जनवरी 2020 तक इसे जारी रखने के लिए प्रदेशभर की पुलिस को निर्देशित किया गया है। ताकि राज्य में सक्रिय चल रहे अपराधी गैंग और बदमाशों पर शिकंजा कसा जा सके।
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