देहरादूनः उत्तराखंड में सत्यापन अभियान जारी है. सत्यापन अभियान से पुलिस को अपराधियों को पकड़ने में काफी मदद मिल रही है. ताजा मामला देहरादून से सामने आया है. जहां थाना बसंत विहार पुलिस ने सत्यापन अभियान के दौरान 3 संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा. जब उनसे सख्ताई से पूछताछ की तो पता चला की तीनों फर्जी कर्मचारी बनकर घूम रहे थे. आरोपियों ने कई लोगों से गैस पाइप लाइन मीटर कलेक्शन के नाम पर धोखाधड़ी की थी.
दरअसल, पुलिस ने दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ फायर इंजीनियरिंग राजनगर कंपनी के फर्जी कर्मचारी बनकर गैस पाइप लाइन मीटर कलेक्शन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपियों को इंदिरा नगर से गिरफ्तार किया है. आरोपियों का नाम जानी कुमार उर्फ सिक्का, मोहन सिंह और गुरनाम है. जिनके पास से फेक रसीद बुक और फर्जी कंपनी की आईडी कार्ड बरामद हुआ है. फिलहाल, पुलिस आरोपियों के आपराधिक इतिहास खंगालने में जुट गई है.
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बता दें कि 18 मई को मोहित अरोड़ा ने थाना बसंत विहार में एक शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया कि तीन अज्ञात व्यक्तियों ने एक कंपनी का फर्जी कर्मचारी बनकर अपने पड़ोसी साधना और कल्पना पुंडीर समेत अन्य लोगों से गैस पाइप लाइन के मीटर कलेक्शन के नाम पर 475-475 रुपए की फर्जी रसीद काट कर धोखाधड़ी कर डाली.
पीड़ित की तहरीर के आधार पर पुलिस ने तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया. थाना बसंत विहार प्रभारी नरेश राठौड़ ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया था. इसी कड़ी में आज सुबह जब पुलिस सत्यापन और संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था. तभी तीनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए.