देहरादूनः पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीन सेना के बीच हुए हिंसक झड़प में 20 जवान शहीद होने के बाद देशभर में चीन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी है. उत्तराखंड के चीन से सटे क्षेत्र में भी मामले को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश देखने को मिल रहा है. जहां चमोली के ग्वालदम क्षेत्र में तो लोगों ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की शव यात्रा निकालकर अपने गुस्से का इजहार किया.
गौर हो कि बीते सोमवार को पूर्वी लद्दाख के LAC पर गलवान घाटी में भारत-चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं. उधर, चीन के भी उसी अनुपात में सैनिकों के हताहत होने की सूचना है. इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल है. जबकि, शहीदों की शहादत पर पूरा देश गमगीन है. साथ ही चीन के खिलाफ भारी आक्रोश भी देखने को मिल रहा है.
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चमोली जिले के सीमावर्ती क्षेत्र ग्वालदम भी चीन के खिलाफ लोगों में काफी रोष है. यहां के लोग चीन के सैनिकों की हरकत से इस कदर नाराज है कि अब उन्होंने न केवल चीनी सामान का बहिष्कार करने की सोची है. बल्कि, चीन के राष्ट्रपति की शव यात्रा तक निकाली. सीमावर्ती क्षेत्र का ये छोटा सा बाजार चीन के खिलाफ नारों से गूंजता रहा.
इस दौरान लोगों ने चीन के सामान का बहिष्कार करने की अपील की. जिससे चीन को सबक सिखाया जा सके.वहीं, विरोध के दौरान लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी और शहादत को याद करते हुए चीन के कायराना रवैए पर नाराजगी जाहिर की. जबकि, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला दहन किया.