देहरादून: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान होते ही बीजेपी और कांग्रेस ने वोटर्स को रिझाने के लिए दांव-पेंच का खेल शुरू कर दिया है. भले ही सूबे की पांच सीटों के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने अपने प्रत्याशी घोषित ना किये हो, लेकिन अंदरखाने जोड़-तोड़ की राजनीति का दौर शुरू हो गया है.
बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस भले ही सूबे में अपना खाता तक नहीं खोल पाई. लेकिन, 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी कमर कस ली है. वहीं, 16 मार्च को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी लोकसभा चुनाव का शंखनाद करेंगे. जबकि, ये चुनाव कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के लिए अग्नि परीक्षा से कम नहीं है.
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि राहुल गांधी की जनसभा को सफल बनाने के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. वहीं, जब इंदिरा हृदयेश के बयान को लेकर उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस के द्वार सभी के लिए खुले हैं. लेकिन ऐसी जानकारी उनके पास नहीं है. साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के द्वारा कोई भी ऐसे निर्देश नहीं दिए गए हैं कि पार्टी से नाराज और अन्य किसी बड़े चेहरों को पार्टी में शामिल किया जाए.
बहरहाल, बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आई थी. जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा. जबकि, मौजूदा समय में जहां एक तरफ हरीश रावत और प्रीतम सिंह से भी अलग-थलग नजर आते हैं. वहीं, दूसरी तरफ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी पार्टी के पोस्टर बैनर में कम ही नजर आ रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी की जनसभा में लगने वाले बैनर से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की फोटो गायब है, जिससे उनके समर्थक खासे नाराज हैं. हालांकि प्रदेश कांग्रेस भवन में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष के कक्ष में किशोर उपाध्याय की फोटो जरूर लगी हुई है.उधर, इस सवाल के जवाब में प्रीतम सिंह ने कहा कि पार्टी की तरफ से सब एक हैं. अगर कोई व्यक्तिगत तौर पर प्रचार-प्रसार, पोस्टर और बैनर में उनका चेहरा नहीं लगाता तो उसमें पार्टी क्या कर सकती है. उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट चुके हैं.