देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में एक रेडियोलॉजिस्ट डॉ अवंतिका रमोला के मेटरनिटी लीव पर जाने से अल्ट्रासाउंड की व्यवस्थाएं चरमराने लगी हैं. डॉ अवंतिका रमोला भर्ती मरीजों का अल्ट्रासाउंड कर रही थी, उनके मातृत्व अवकाश पर जाने से मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को ओपीडी बी ब्लॉक बिल्डिंग में एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट डॉ एसपी कुड़ियाल के पास अल्ट्रासाउंड कराने के लिए भेजा जा रहा है.
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के मेडिकल सुपरीटेंडेंट डॉ यूसुफ रिजवी के मुताबिक आमतौर पर छुट्टी लेने का अधिकार सबका बनता है. उन्होंने कहा अस्पताल का यह प्रयास रहता है कि क्रिटिकल एरिया का स्टाफ हमेशा उपलब्ध रहे, इसके लिये समय-समय पर विज्ञप्ति जारी करके पद भी सृजित किए जाते हैं. उन्होंने कहा अस्पताल का संचालन टीमवर्क के साथ किया जाता है. ऐसे में अस्पताल मरीजों की देखरेख करने में पूरी तरह से सक्षम है.
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डॉक्टर रिजवी ने बताया सीटी स्कैन एमआरआई की रिपोर्टिंग के लिये आउटसोर्सिंग एजेंसी का भी सहयोग लिया जाता है. उन्होंने कहा रेडियो इमेजिंग को लेकर मरीजों को कोई भी परेशानी नहीं हो रही है, लेकिन कभी-कभी मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. अधिकतर मरीजों की रेडियोग्राफ या रेडियो इमेजिंग की जांच होने के कारण मरीजों की संख्या भी बढ़ जाती है. जिससे रेडियोलॉजी विभाग में रोगियों का अतिरिक्त दबाव आ जाता है. उसके बावजूद अल्ट्रासाउंड कराने आ रहे मरीजों का 48 घंटे के भीतर अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है.