देहरादून: कोरोना महामारी के चलते दून अस्पताल को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में परिवर्तित कर दिया गया था, जिसके बाद कोरोना के सक्रिय मामलों में कमी आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने सामान्य मरीजों के लिए सभी सेवाएं फिर बहाल कर दीं. जिसके बाद इसी क्रम में 1 फरवरी से अस्पताल प्रबंधन ने नॉन सर्जिकल आईपीडी शुरू कर दी. जिनमें मेडिसिन, स्किन बाल रोग, मनोरोग आदि शामिल हैं.
वहीं, कोरोना काल में अस्पताल प्रबंधन के लिए मरीजों के लिए ऑपरेशन थिएटर खोलना एक चुनौती था. अब दून अस्पताल में सोमवार से 11 महीने बाद ऑपरेशन शुरू होने जा रहे हैं. कोरोना का प्रसार कम होने के बाद दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना और अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एनएस खत्री काफी दिनों से सामान्य मरीजों को भर्ती कर उपचार दिलाने एवं ऑपरेशन की व्यवस्थाओं में जुटे हुए थे.
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इसी कड़ी में शनिवार को हुई एक बैठक में सोमवार से ऑपरेशन शुरू करने का निर्णय लिया गया है. इसमें सर्जरी, नाक, कान, गला, ऑर्थो, नेत्र, गायनी के ऑपरेशन शुरू होने से मरीजों को राहत मिलेगी. वहीं ओटी शुरू किए जाने को लेकर प्रत्येक विभाग के डॉक्टर्स और स्टाफ ने सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं. दून अस्पताल में सोमवार से ऑपरेशन शुरू होने से विशेषकर पर्वतीय जिलों से आए मरीजों को बेहतर लाभ मिलेगा.
बता दें कि मार्च में कोरोना वायरस के बाद दून मेडिकल कॉलेज को कोविड अस्पताल में परिवर्तित कर दिया गया था. इसके बाद से दून अस्पताल को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया गया था. लेकिन अब कोरोना के मामलों में कमी आने के बाद अस्पताल फिर से अपने पुराने स्वरूप में लौट रहा है.