देहरादून/हल्द्वानीः देशभर में सब्जियों के साथ-साथ ही प्याज की कीमतें भी आसमान छू रही है, जिसका असर उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में भी देखने को मिल रहा है. देहरादून और हल्द्वानी में इन दिनों प्याज 80 से 90 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. प्याज के बढ़े दामों से न सिर्फ आम आदमी का स्वाद बिगाड़ दिया है, बल्कि उनकी जेब पर भी भारी पड़ रहा है.
जहां एक ओर सभी सब्जियों के दामों में बढ़ोत्तरी हो रही है, वहीं, प्याज सभी सब्जियों से आगे निकल गई है. प्याज के दामों में बढ़ोत्तरी होने के बाद आम जनता को फिर से अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है. जबकि, रसोई से प्याज गायब होने लगी है. हालांकि, वर्तमान में नवरात्र के व्रत चल रहे हैं तो महिलाओं की रसोई में कम ही प्याज का प्रयोग हो रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में यानी नवरात्र के बाद प्याज के दामों में और ज्यादा उछाल हो सकता है.
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देहरादून में प्याज मंडी में 60 रुपये किलो बिक रही तो वहीं, फुटकर सब्जी विक्रेता 80 रुपये प्रति किलो बेच रहे हैं. मंडी सचिव की मानें तो 15 नवंबर के बाद ही प्याज के दाम नियंत्रित हो पाएंगे. वर्तमान में प्याज की खपत बहुत ही कम है, क्योंकि एक ओर नवरात्र तो दूसरी ओर होटल, रेस्तरां और शादी-विवाह जैसे आयोजन भी बेहद कम है. इसलिए प्याज की खपत काफी कम है, इसके बावजूद प्याज के दाम लगातार उछल रहे हैं.
जायका बढ़ाएंगे विदेशी प्याज
निरंजनपुर मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया हर साल दक्षिण भारत के राज्यों से प्याज की सप्लाई होती है. नासिक, बैंगलुरु और तमिलनाडु में ज्यादा बारिश होने के कारण फसल काफी बर्बाद हो गई है. जिस कारण प्याज के दामों में बढ़ोत्तरी हो रही है. फिलहाल, अलवर, मध्यप्रदेश और राजस्थान से प्याज की आपूति होगी. साथ ही कहा कि भारत सरकार के दिशानुसार ईरान से भी 2500 मीट्रिक टन प्याज का आयात शुरू हो चुका है.
हल्द्वानी में आलू 60 और प्याज 90 रुपये पार
मंडियों में आवक कमजोर होने के कारण रोजाना प्याज के दाम में इजाफा हो रहा है. बीते हफ्तों में प्याज के भाव में 40-50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. कुमाऊं की सबसे बड़ी मंडी में प्याज का थोक भाव 70-75 रुपये प्रति किलो है जबकि, खुदरा बाजार में ₹85 से लेकर ₹90 किलो बिक रहा है. जहां जनता एक ओर महंगाई की मार झेल रही है तो अब प्याज ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है. इस साल दो बार प्याज के दामों में वृद्धि हुई है.
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वहीं, कारोबारियों का कहना है कि देश में प्याज का स्टॉक काफी कम है. नए प्याज को आने में अभी समय लगेगा. नासिक और इंदौर की मंडियों में प्याज की आवक नहीं हो पा रही है. जिसके चलते प्याज के दामों में इजाफा हो रहा है. थोक व्यापारियों की मानें तो आने वाले दिनों में प्याज के दामों में और उछाल आएगा.
हल्द्वानी मंडी के सब्जी फल एसोसिएशन के अध्यक्ष जीवन सिंह कार्की ने बताया कि सब्जियों ने लोगों का बजट बिगाड़ दिया है. सब्जियों के दाम में इतनी महंगाई कभी भी नहीं हुई है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि आलू और प्याज के दामों पर लगाम लगाया जाए, जिससे कालाबाजारी रुक सके. वहीं, हल्द्वानी मंडी में आलू के कीमत में भी लगातार इजाफा हो रहा है. वर्तमान में आलू ₹60 किलो से ऊपर की कीमत पर बिक रहा है.