ऋषिकेशः उत्तराखंड में छात्रसंघ चुनाव संपन्न हो चुके हैं. इस चुनाव में विभिन्न पार्टियों के अधिकृत प्रत्याशियों के प्रदर्शन को लेकर अब शीर्ष संगठन मंथन कर रहा है. ऋषिकेश पीजी कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में भी एनएसयूआई के अधिकृत प्रत्याशी रोहित नेगी को हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में कांग्रेस प्रदेश सचिव विवेक तिवारी और प्रत्याशी रहे रोहित नेगी ने हार का ठीक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर फोड़ा है. वहीं, कांग्रेस प्रदेश सचिव विवेक तिवारी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के सचिव विवेक तिवारी ने कहा कि चुनाव से पहले करन माहरा ऋषिकेश आए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि माहरा ने एक बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एनएसयूआई के अधिकृत प्रत्याशी रोहित नेगी को हराने की बात कही. उन्होंने कहा कि टिकट एक अलग चीज है और हारना व जिताना हमारे हाथ में है. उनकी ओर से कार्यकर्ताओं को गलत दिशा निर्देश दिया गया, जो कि निंदनीय है. जबकि, वो कांग्रेस पार्टी के शीर्ष पद पर आसीन हैं.
वहीं, छात्रसंघ अध्यक्ष के प्रत्याशी रहे रोहित नेगी ने आरोप लगाया कि ज्यादातर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों और जिलाध्यक्ष ने उनके खिलाफ काम किया. जिससे उन्हें काफी दुख हुआ. वो बीते चार सालों से एनएसयूआई कार्यकर्ता के रूप में कॉलेज में कार्य कर रहे हैं और वो इससे पहले महानगर एनएसयूआई के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. गौर हो कि एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने बाहरी को टिकट देने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में धरना भी दिया था.
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यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अभिनव सिंह मलिक ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पदाधिकारियों ने छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई के अधिकृत प्रत्याशी रोहित नेगी के खिलाफ कार्य किया गया. अब वो इस मुद्दे को राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने रखेंगे और उन पदाधिकारियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि सूबे के सबसे बड़े कॉलेज डीएवी कॉलेज देहरादून में भी एनएसयूआई की हार हुई. जिसके जिम्मेदार भी प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी हैं.
वहीं, अभिनव सिंह मलिक ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पदाधिकारियों ने खुल कर निर्दलीय प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने का काम किया. इस मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष साक्षी तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड में एनएसयूआई की हार का कारण कांग्रेस प्रदेश के मुखिया करन माहरा हैं. जब मुखिया ही संगठन को हराने की बात करेगा तो संगठन को मजबूती कहां से मिलेगी?