ऋषिकेश: हरिद्वार महाकुंभ 2021 के आयोजन में ज्यादा वक्त नहीं बचा है. बावजूद इसके कुंभ क्षेत्र अंतर्गत ऋषिकेश, स्वर्गाश्रम, मुनिकीरेती और नीलकंठ में अभी तक जमीन पर एक-दो विकास कार्यों के अलावा कुछ भी होता नहीं दिख रहा है. हालांकि महाकुंभ के मद्देनजर प्रशासन से लेकर शासन स्तर तक तैयारियां जोर-शोर पर जारी हैं.
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यहीं कारण है कि कुंभ क्षेत्र में विकास कार्यों की स्थिति जानने के लिए कभी-कभी माननीयों की बैठक हो रही है तो कभी आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर रहे हैं. लेकिन यह सब तैयारियां और विकास कार्यों का तामझाम सिर्फ हरिद्वार तक ही सीमित नजर आ रहा है. जबकि, कुंभ क्षेत्र में पड़ने वाले ऋषिकेश और आसपास के इलाकों में अभी तक विकास कार्य को लेकर कुछ भी होता नहीं दिख रहा. हैरानी की बात यह है कि तीनों ही क्षेत्र में सत्तारूढ़ दल के न सिर्फ विधायक है, बल्कि मंत्री से लेकर विधानसभा अध्यक्ष भी हैं. बावजूद तीर्थक्षेत्र में कुंभ निधि से विकास कार्यों का जमीन न दिखना लोगों के गले नहीं उतर रहा है.
बताया यह भी जा रहा है कि क्षेत्र की नगर निकायों तक को कुंभ निधि से एक फूटी कौड़ी तक नहीं मिल पाई है. लिहाजा, विकास कार्य नहीं होने से न सिर्फ स्थानीय, बल्कि देश दुनिया से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं तक को कुंभ मेले में अव्यवस्थाओं से दो-चार होना पड़ सकता है.