ऋषिकेश: टिहरी जिले के हिंडोलाखाल में सड़क का कार्य कर रहे कश्मीर के नौ श्रमिक लॉकडाउन के बाद से फंसे हुए हैं. श्रमिकों ने कश्मीर प्रशासन से वापस आने की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया. इसी दौरान एक श्रमिक के बेटे की मौत हो चुकी है, लेकिन लॉकडाउन में फंसने के कारण वह अपने बेटे को देख भी नहीं पाया. न ही अपने बेटे के जनाजे को कंधा दे पाया. श्रमिकों ने अब उत्तराखंड सरकार से उन्हें घर तक पहुंचाने की गुजारिश की है.
कश्मीर के 9 श्रमिक ऋषिकेश में फंसे हुए हैं. प्रशासन की ओर से दिए जाने वाले दो टाइम के भोजन पर ही यह श्रमिक अपना गुजारा कर रहे हैं. श्रमिकों ने कश्मीर में कांग्रेस विधायक मुमताज खान और डीसी से उन्हें वापस बुलाने की गुहार लगाई है. बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस लॉकडाउन के दौरान एक श्रमिक अब्दुल रहमान के चार साल के बेटे की मौत हो चुकी है. लेकिन लॉकडाउन के कारण वह अपने बेटे को देख भी नहीं पाया और न ही अपने बेटे के जनाजे को कंधा दे पाया.
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यह सभी श्रमिक टिहरी जनपद के हिंडोलाखाल में सड़क निर्माण कार्य में जुटे थे. लॉकडाउन में काम बंद होने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस दौरान तहसीलदार ने उन्हें वाहन का बंदोबस्त कर ऋषिकेश भेजा. अब यह सभी श्रमिक कई दिनों से ऋषिकेश में ही बस अड्डे पर रुके हैं.