देहरादून: रेलवे की जमीन पर मौजूद हिल डिपो को लेकर चल रही तनातनी के चलते यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल रेलवे और राज्य के परिवहन विभाग में आपसी तालमेल की कमी के चलते मसूरी सहित अन्य पहाड़ी रूटों पर चलने वाली बसें अब ISBT से चलेंगी.
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने बताया कि रेलवे से काफी अनुरोध करने के बाद भी रेलवे विभाग नहीं माना. जिसके बाद अब राज्य सरकार के पास ISBT के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है. मसूरी सहित तमाम पहाड़ी गंतव्य पर जाने वाले यात्रियों को निश्चित तौर से हिल डिपो के आईएसबीटी शिफ्ट हो जाने से कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
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वहीं, यात्रियों को होने वाली दिक्कतों को लेकर परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने बताया कि वो कोशिश करेंगे कि रेलवे से अनुरोध करके एक या दो बसों को चलने की अनुमति ले लें, लेकिन इसके अलावा परिवहन विभाग के पास शहर में अन्य कोई स्थान उपलब्ध नहीं है.
रेलवे द्वारा राज्य के परिवहन विभाग के अनुरोध को ठुकराने से राजनीतिक इच्छाशक्ति के ऊपर भी तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. लोगों का आरोप है कि राज्य में भाजपा सरकार आने से पहले केंद्र और राज्य के साथ मिलकर डबल इंजन की बात कही जाती थी, लेकिन अब यही डबल इंजन एक-दूसरे को विपरीत दिशा में दौड़ने लगे हैं.