देहरादून: सिंगली गांव में गुलदार का निवाला बने मासूम अयांश के शव की हालत देखकर हर किसी का कलेजा कांप उठा. शव की हालत ऐसी थी कि कोरोनेशन अस्पताल में पोस्टमार्टम करने आई ट्रेनी डॉक्टर भी घबरा गई. ऐसे में मुख्य डॉक्टर को बुलाया गया और पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी हुई. भले ही वन महकमे ने मुआवजे के तौर परिजनों को एक लाख रुपए का चेक दे दिया गया हो, लेकिन अयांश की भरपाई नहीं हो सकती है.
मां के आंखों के सामने से अयांश को उठा ले गया था गुलदार: गौर हो कि बीती 26 दिसंबर की रात को राजपुर थाना क्षेत्र के अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी से थोड़ी दूर पर स्थित सिंगली गांव में गुलदार ने मासूम अयांश को निवाला बनाया था. घटनाक्रम के मुताबिक, सिंगली गांव के अरुण सिंह के घर पर सभी लोगों ने करीब 10:30 बजे खाना खाया. इसके बाद सभी कमरे में सोने चले गए. इसी बीच 3 वर्षीय अयांश भी अपनी मां के साथ सोने के लिए दूसरे कमरे में जाने लगा. जैसे ही दोनों खुले बरामदे में पहुंचे तो अयांश बाहर की ओर देखने लगा. वैसी ही गुलदार ने अयांश पर झपट्टा मार कर दबोच लिया.
अयांश को बचाने के लिए मां ने किया गुलदार का पीछा: अयांश को जबड़े में दबोच कर सामने वाले पुश्ते से कूद कर खाई में झाड़ियों के बीच चला गया. जिसे देख अयांश की मां के होश फाख्ता हो गए. घबराई अयांश की मां ने चिल्लाते हुए 6 फीट के पुश्ते से कूद कर गुलदार के पीछे भागी, लेकिन अंधेरा होने के कारण से गुलदार पलक झपकते ही आंखों से ओझल हो गया. इसके बाद परिजनों ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया. साथ ही मामले की सूचना पुलिस को दी.
रातभर पुलिस और वन विभाग के कर्मियों ने की कॉम्बिंग: उधर, घटना की सूचना मिले ही देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने तत्काल सभी अधिकारियों और थाना प्रभारियों को लगातार कॉम्बिंग कर बच्चे की तलाश करने को कहा. ऐसे में वन विभाग और पुलिस की टीम रात भर बच्चे की तलाश में कॉम्बिंग करती रही, लेकिन अयांश का पता नहीं चला. अयांश के दादा मदन सिंह भी रातभर अपने मासूम पोते को खोजते रहे.
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घर से 100 मीटर की दूरी पर मिला शव, अयांश के दादा की टूटी उम्मीद: उन्हें उम्मीद थी कि गुलदार उनके मासूम पोते को छोड़कर भाग जाएगा और पोता जिंदा मिल जाएगा, लेकिन सुबह उसका शव घर के करीब 100 मीटर की दूरी पर झाड़ियों से बरामद हुआ तो सारी उम्मीद टूट गई. उनका इकलौता पोता अयांश भी छीन गया. गुलदार ने मासूम को नोंचकर बुरी तरह क्षत विक्षत कर दिया था.
अयांश की हालत देख ट्रेनी डॉक्टर बाहर भागी: अयांश का पूरा चेहरा, दोनों पैर और एक हाथ बुरी तरह से नोचा हुआ था. अयांश की हालत देखकर हर किसी का कलेजा कांप उठा था. कोरोनेशन अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में एक ट्रेनी डॉक्टर भी शव की हालत देखकर सहम गई थी और बाहर की तरफ दौड़ पड़ी. काफी देर तक वो घबराई दिखी. उसके बाद अस्पताल के डॉक्टर प्रताप ने शव का पोस्टमार्टम किया.
वन विभाग ने परिजनों को सौंपा एक लाख रुपए का चेक: उधर, गुलदार के हमले में बच्चे की मौत होने के बाद ग्रामीण दहशत में है. हालांकि, सिंगली गांव में वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है और पिंजरे लगाकर गुलदार को पकड़ने की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा वन विभाग ने आनन-फानन में मृतक के परिजनों के लिए बतौर मुआवजे के तौर पर एक लाख रुपए का चेक सौंप दिया है.
कुत्ते की गंध ने गुलदार को किया आकर्षित: स्थानीय लोगों और वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो अरुण सिंह के घर और आसपास कई कुत्ते हैं, जिनकी गंध से गुलदार वहां पहुंचा होगा. घर के चारों ओर जंगल होने के कारण भी गुलदार आसानी से वहां पहुंच गया होगा. गुलदार घर के पिछले हिस्से से लगती गली से होकर बरामदे तक पहुंचा और बच्चे को उठा ले गया. जबकि, कुछ ही दूरी पर कुत्ते भी बैठे हुए थे, लेकिन गुलदार बच्चे को ही ले गया.