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उत्तराखंड के युवाओं को ये हुआ क्या, क्यों नस-नस में घुलता जा रहा 'जहर'? पढ़ें खास खबर

सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि 2017 से लेकर 2019 के बीच कई महिलाएं और युवतियां भी नशे की आदी हो चुकी हैं.

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Published : May 15, 2019, 8:52 PM IST

Updated : May 15, 2019, 11:51 PM IST

देहरादून: एजुकेशन हब के तौर पर पहचान रखने वाला उत्तराखंड 'उड़ता पंजाब' बनता जा रहा है. पिछले एक दशक के दौरान युवा पीढ़ी जिस तेजी से नशे की गिरफ्त में फंस रही है, वह बेहद परेशान करने वाला है. इस बात का खुलासा IAPC नाम की एक अंतरराष्ट्रीय संस्था के सर्वे में हुआ है. संस्था की रिपोर्ट पर गौर से करें तो प्रदेश में 18 से 24 साल के युवा सबसे अधिक नशे की गिरफ्त में हैं.

पढ़ें- ...तो प्रायश्चित करने केदारधाम आ रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी !

इस रिपोर्ट पर ज्यादा जानकारी देते हुए देहरादून के जाने-माने साइकोलॉजिस्ट डॉ. मुकुल शर्मा ने बताया कि ये सर्वे उत्तराखंड के करीब 2200 युवाओं पर किया गया था. जिसमें से सर्वे के दौरान कई युवा नशे में धुत पाए गए तो वहीं कई युवा ऐसे भी निकले जो हाल ही में नशा मुक्ति केंद्रों की मदद से नशे की गिरफ्त से बाहर आए हैं.

नशे की गिरफ्त में उत्तराखंड का युवा

रिपोर्ट के मुताबिक देहरादून के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले युवा सबसे ज्यादा नशे का शिकार हो रहे हैं. इसमें शराब, सिगरेट, सुल्फा और गांजा जैसे कई नशे शामिल हैं.

पढ़ें- NH-74 पर आया हाथी तो रुक गए वाहनों के पहिए, अटकी रही यात्रियों की सांस

सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि 2017 से लेकर 2019 के बीच कई महिलाएं और युवतियां भी नशे की आदी हो चुकी हैं. इसमें 5 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल रही है.
युवाओं में नशे के प्रति बढ़ते लगाव के कई कारण सामने आए हैं. जानकारों को मानें तो अकेलापन और बिजी लाइफ स्टाइल की वजह से युवा नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं. ऐसे में माता-पिता के लिए जरूरी है कि वो अपने बच्चों पर ध्यान रखें. इसके उनके व्यवहार पर नजर बनाए रखे. अपने बच्चों के दोस्त बनने की कोशिश करें.

नशे से मनुष्य के शरीर पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव

  • नशा चाहे कोई भी हो ये आपके शरीर को धीरे-धीरे अंदर से खोखला करता चला जाता है.
  • नशे के चलते आपकी सोचने और समझने की शक्ति कम हो जाती है. ऐसे में आप कोई बड़ा निर्णय नहीं ले पाते है. इस दौरान आपको परेशानी की सामना करना पड़ता है.
  • यदि आप रोज शराब का सेवन करते हैं तो इसका सीधा असर आपके लीवर पर पड़ता है.
  • सिगरेट के इस्तेमाल से कैंसर हो सकता है. साथ ही आप के फेफड़े भी खराब हो सकते हैं.

बहरहाल, चाहे आज आपकी परेशानी कितनी भी बड़ी क्यों न हो, लेकिन इस परेशानी से निकलने के लिए आप किसी नशे का सहारा न लें. क्योंकि ये नशा कुछ देर के लिए तो आपकी परेशानी दूर कर सकता है, पर आने वाले दिनों में ये आपके लिए बड़ी समस्या भी बन सकता है. आपकी परेशानी का हल आपको खुद निकालना होगा. नशा सिर्फ आपके शरीर को अंदर से खोखला कर सकता है.

देहरादून: एजुकेशन हब के तौर पर पहचान रखने वाला उत्तराखंड 'उड़ता पंजाब' बनता जा रहा है. पिछले एक दशक के दौरान युवा पीढ़ी जिस तेजी से नशे की गिरफ्त में फंस रही है, वह बेहद परेशान करने वाला है. इस बात का खुलासा IAPC नाम की एक अंतरराष्ट्रीय संस्था के सर्वे में हुआ है. संस्था की रिपोर्ट पर गौर से करें तो प्रदेश में 18 से 24 साल के युवा सबसे अधिक नशे की गिरफ्त में हैं.

पढ़ें- ...तो प्रायश्चित करने केदारधाम आ रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी !

इस रिपोर्ट पर ज्यादा जानकारी देते हुए देहरादून के जाने-माने साइकोलॉजिस्ट डॉ. मुकुल शर्मा ने बताया कि ये सर्वे उत्तराखंड के करीब 2200 युवाओं पर किया गया था. जिसमें से सर्वे के दौरान कई युवा नशे में धुत पाए गए तो वहीं कई युवा ऐसे भी निकले जो हाल ही में नशा मुक्ति केंद्रों की मदद से नशे की गिरफ्त से बाहर आए हैं.

नशे की गिरफ्त में उत्तराखंड का युवा

रिपोर्ट के मुताबिक देहरादून के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले युवा सबसे ज्यादा नशे का शिकार हो रहे हैं. इसमें शराब, सिगरेट, सुल्फा और गांजा जैसे कई नशे शामिल हैं.

पढ़ें- NH-74 पर आया हाथी तो रुक गए वाहनों के पहिए, अटकी रही यात्रियों की सांस

सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि 2017 से लेकर 2019 के बीच कई महिलाएं और युवतियां भी नशे की आदी हो चुकी हैं. इसमें 5 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल रही है.
युवाओं में नशे के प्रति बढ़ते लगाव के कई कारण सामने आए हैं. जानकारों को मानें तो अकेलापन और बिजी लाइफ स्टाइल की वजह से युवा नशे की गिरफ्त में जा रहे हैं. ऐसे में माता-पिता के लिए जरूरी है कि वो अपने बच्चों पर ध्यान रखें. इसके उनके व्यवहार पर नजर बनाए रखे. अपने बच्चों के दोस्त बनने की कोशिश करें.

नशे से मनुष्य के शरीर पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव

  • नशा चाहे कोई भी हो ये आपके शरीर को धीरे-धीरे अंदर से खोखला करता चला जाता है.
  • नशे के चलते आपकी सोचने और समझने की शक्ति कम हो जाती है. ऐसे में आप कोई बड़ा निर्णय नहीं ले पाते है. इस दौरान आपको परेशानी की सामना करना पड़ता है.
  • यदि आप रोज शराब का सेवन करते हैं तो इसका सीधा असर आपके लीवर पर पड़ता है.
  • सिगरेट के इस्तेमाल से कैंसर हो सकता है. साथ ही आप के फेफड़े भी खराब हो सकते हैं.

बहरहाल, चाहे आज आपकी परेशानी कितनी भी बड़ी क्यों न हो, लेकिन इस परेशानी से निकलने के लिए आप किसी नशे का सहारा न लें. क्योंकि ये नशा कुछ देर के लिए तो आपकी परेशानी दूर कर सकता है, पर आने वाले दिनों में ये आपके लिए बड़ी समस्या भी बन सकता है. आपकी परेशानी का हल आपको खुद निकालना होगा. नशा सिर्फ आपके शरीर को अंदर से खोखला कर सकता है.

Intro:Desk please check the visuals send from FTP with the Folder Name- Nashe ki Giraft me Yuva... I am attaching the byte and PTC here

देहरादून- अपनी स्वच्छ और शांत आबोहवा के लिए जाने जाने वाले राज्य उत्तराखंड का युवा भी अब दिन पर दिन नशे का आदि होता जा रहा है । इस बात का खुलासा एक अंतरराष्ट्रीय निजी संस्था की ओर से कराए गए सर्वे में हुआ है। इस रिपोर्ट पर गौर करें तो प्रदेश में जिस उम्र के युवा सबसे अधिक नशे में लिप्त पाए गए हैं। उसमें 18 से 24 वर्ष के युवा शामिल है ।




Body:इस पूरी सर्वे रिपोर्ट के संबंध में जानकारी देते हुए देहरादून के जाने-माने क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ.मुकुल शर्मा ने बताया कि पूरा सर्वे प्रदेश के 2200 युवाओं पर किया गया है। जिसमें से सर्वे के दौरान कई युवा नशे में धुत पाए गए । तो वहीं कई युवा ऐसे भी निकले जो हालहि में नशा मुक्ति केंद्रों की मदद से नशे की दुनिया से बाहर आ आए हैं।

इस सर्वे रिपोर्ट में सामने आए चौंकाने वाले तथ्यों पर बात करते हुए क्लिनिकल साइकोलॉजी डॉक्टर मुकुल शर्मा ने बताया कि सुबह की राजधानी देहरादून के इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले युवा ही सबसे ज्यादा नशे का शिकार हो रहे हैं । इसमें शराब सिगरेट सुल्फा गांजा जैसे कई नशे शामिल हैं ।
वहीं सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह भी है कि 2017 से लेकर 2019 के बीच कई महिलाएं और युवतियां भी नशे की आदी हो चुकी हैं । साल दर साल नशे में लिप्त महिलाओं और युवतियों के आंकड़ों में 5% की वृद्धि देखने को मिल रही है।


Conclusion:गौरतलब है कि जिस तरह से युवा आज दिन पर दिन नशे की गिरफ्त में आता जा रहा है उसके कई कारण है। जानकारों के मुताबिक अकेलापन और व्यस्थ लाइफ स्टाइल भी युवाओं में नशे की लथ का एक बहुत बड़ा कारण है। ऐसे में जो मां बापू के लिए जरूरी हो जाता है कि वह अपने बच्चों पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दें बच्चों के व्यवहार पर नजर रखें और जहां तक हो सके अपने बच्चों का दोस्त बनने की कोशिश करें ।

नशे से मनुष्य के शरीर पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव ( सावधान) -

- नशा चाहे कोई भी हो ये आपके शरीर को धीरे धीरे अंदर से खोखला करता चला जाता है।

- नशे के चलते हैं आपकी सोचने और समझने की शक्ति कम होती है। आपको कोई भी बड़ा निर्णय लेने में दिक्कतें पेश आने लगती है।

- नशे के रूप में यदि आप हर दिन शराब का सेवन करते हैं तो इससे आपका लीवर भी खराब हो सकता है।

- सिगरेट जो कि एक प्रकार का नशा है । इसके इस्तेमाल से आपको केंसर हो सकता है। साथ ही आप के फेफड़े भी खराब हो सकते हैं।

बहरहाल चाहे आज आपकी परेशानी कितनी भी बड़ी क्यों न हो लेकिन इस परेशानी से निकलने के लिए आप किसी नशे का सहारा न लें । क्योंकि यह नशा आपको कुछ देर के लिए तो आपकी परेशानी भुला देने में मदद जरूर करेगा । लेकिन ये आपकी परेशानी को पूरी तरह खत्म नही करने वाला । आपकी परेशानी का हल आपको खुद निकालना होगा । नशा सिर्फ आपके शरीर को अंदर से खोखला कर सकती है।
Last Updated : May 15, 2019, 11:51 PM IST
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