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Chardham Yatra: श्रद्धालुओं की संख्या 23 लाख के पार, अब तक 191 यात्रियों की मौत

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Published : Jun 22, 2022, 8:45 PM IST

Updated : Jun 22, 2022, 10:49 PM IST

उत्तराखंड चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या 23 लाख के पार पहुंच गई है. बुधवार शाम 4 बजे तक 23 लाख 10 हजार 849 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. 2019 की तुलना में इस बार मात्र डेढ़ महीने में ही दो तिहाई तीर्थयात्री चारधामों में पहुंच चुके हैं. अबतक हेमकुंड साहिब को मिलाकर कुल 24 लाख 12 हजार 083 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि 32 लाख से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है. वहीं. चारधामों में अब तक 191 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

Chardham Yatra
आस्था का सैलाब

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 23 लाख के पार पहुंच गई है. बुधवार शाम 4 बजे तक 23 लाख 10 हजार 503 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. जबकि आज 25 हजार 849 तीर्थ यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए. वहीं, अब तक चारों धामों में 191 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्या: केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 7 लाख 75 हजार 528 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. बुधवार 22 मई को 9,023 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए. बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 8 लाख 9 हजार 658 तीर्थ यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. बुधवार को शाम 4 बजे तक 9,562 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 15,85,186 पहुंच गई है.

Chardham Yatra
चारधाम श्रद्धालुओं की संख्या

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्या: गंगोत्री धाम में 3 मई यात्रा शुरू होने से अभी तक 4,08,367 और यमुनोत्री धाम में 3,16,950 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बुधवार शाम 4 बजे तक गंगोत्री में 3,760 और यमुनोत्री में 3,504 तीर्थयात्रियों ने आशीर्वाद लिया. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7,25,317 हो गई है. वहीं, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में अभी तक 1,01,580 तीर्थयात्री मत्था टेक चुके हैं.

चारधाम यात्रियों की मौत का आंकड़ा: 3 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अबतक 191 यात्रियों की मौत हो गई है. केदारनाथ धाम में 88 यात्रियों की मौत, बदरीनाथ धाम में 48 यात्रियों की मौत, गंगोत्री धाम में 13 यात्रियों की मौत और यमुनोत्री धाम में अबतक 42 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

पढ़ें- उत्तराखंड में गर्माया माहौल, गोपेश्वर में लगे 'CM गो बैक' के नारे, दिल्ली रूट पर फंसीं कई बसें

हर दिन टूट रहे रिकॉर्ड: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अब हर दिन नया रिकॉर्ड बनाने की तरफ आगे बढ़ रही है. 2019 की तुलना में इस बार मात्र डेढ़ महीने में ही दो तिहाई तीर्थयात्री चारधामों में पहुंच चुके हैं. अबतक हेमकुंड साहिब को मिलाकर कुल 24 लाख 12 हजार 083 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि 32 लाख से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है. अब यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या भी सामान्य होने लगी है. पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में सर्वाधिक 34.84 लाख यात्री चारधाम यात्रा पर आए थे, जो इससे पहले की यात्राओं की तुलना में रिकॉर्ड था. हालांकि, कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में चारधाम यात्रा प्रभावित रही.

पहली बार शुरू हुई नई व्यवस्था: चारधामों में तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पहली बार स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों पर 9 स्थानों पर हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू की है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड और ऑक्सीजन की कमी से स्वास्थ्य पर पड़ने पर विपरीत प्रभाव के लिए 30 डॉक्टरों को उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया गया. इसके अलावा हृदय रोगियों के लिए 12 डाक्टरों को कॉर्डियोलॉजी ट्रेनिंग देकर तैनात किया गया है. 2019 की तुलना में 107 मेडिकल अफसर के मुकाबले इस बार 178 डॉक्टर यात्रा ड्यूटी में तैनात किए गए हैं.
ये भी पढ़ें- केदारनाथ में घोड़ों की मौत: सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ HC, विस्तृत शपथ पत्र मांगा

आंकड़ों पर गौर करें तो चारधाम यात्रा के पहले सप्ताह में जहां 1,80,080 यात्री धामों में पहुंचे थे. दूसरे सप्ताह में यह संख्या दोगुनी यानी 3 लाख 60 हजार के पार पहुंच गई. तीसरे सप्ताह में 3 लाख 54 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने चार धामों में दर्शन किए. 22 मई को श्रीहेमकुंड साहिब धाम के कपाट खुलने के बाद यात्रियों की संख्या में और भी वृद्धि हुई, जिससे चौथे व पांचवें सप्ताह में 3 लाख 84 हजार से अधिक और छठे सप्ताह में 3 लाख 74 हजार से अधिक यात्रियों ने धामों में दर्शन किए.

15 जून के बाद चारधाम एवं हेमकुंड साहिब की यात्रा में तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने लगी. जिसका असर यह रहा कि चारधाम यात्रा के सातवें सप्ताह यानी बीते सप्ताह में पांचों धामों में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या घटकर महज 2 लाख 92 हजार 397 रह गई. हालांकि, अब तक चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के अलावा श्री हेमकुंड साहिब में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 24 लाख 12 हजार 083 पहुंच चुकी है.

अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने कहा चारधाम यात्रा में हमेशा ही 15 मई के बाद यात्रियों की संख्या में कमी होने लगती है. इस बार भी पिछले एक सप्ताह में धामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या घटी है. फिलहाल चारों धामों में यात्रा निर्बाध जारी है. सभी यात्रा व्यवस्था चाक-चौबंद हैं. इसलिए इस समय तीर्थयात्री बिना किसी परेशानी और अव्यवस्था के यात्रा और धामों में दर्शन कर सकते हैं.

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानी: केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी: चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 23 लाख के पार पहुंच गई है. बुधवार शाम 4 बजे तक 23 लाख 10 हजार 503 श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं. जबकि आज 25 हजार 849 तीर्थ यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए. वहीं, अब तक चारों धामों में 191 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्या: केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 7 लाख 75 हजार 528 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. बुधवार 22 मई को 9,023 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए. बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 8 लाख 9 हजार 658 तीर्थ यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. बुधवार को शाम 4 बजे तक 9,562 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 15,85,186 पहुंच गई है.

Chardham Yatra
चारधाम श्रद्धालुओं की संख्या

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्या: गंगोत्री धाम में 3 मई यात्रा शुरू होने से अभी तक 4,08,367 और यमुनोत्री धाम में 3,16,950 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बुधवार शाम 4 बजे तक गंगोत्री में 3,760 और यमुनोत्री में 3,504 तीर्थयात्रियों ने आशीर्वाद लिया. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7,25,317 हो गई है. वहीं, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में अभी तक 1,01,580 तीर्थयात्री मत्था टेक चुके हैं.

चारधाम यात्रियों की मौत का आंकड़ा: 3 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा में अबतक 191 यात्रियों की मौत हो गई है. केदारनाथ धाम में 88 यात्रियों की मौत, बदरीनाथ धाम में 48 यात्रियों की मौत, गंगोत्री धाम में 13 यात्रियों की मौत और यमुनोत्री धाम में अबतक 42 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

पढ़ें- उत्तराखंड में गर्माया माहौल, गोपेश्वर में लगे 'CM गो बैक' के नारे, दिल्ली रूट पर फंसीं कई बसें

हर दिन टूट रहे रिकॉर्ड: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अब हर दिन नया रिकॉर्ड बनाने की तरफ आगे बढ़ रही है. 2019 की तुलना में इस बार मात्र डेढ़ महीने में ही दो तिहाई तीर्थयात्री चारधामों में पहुंच चुके हैं. अबतक हेमकुंड साहिब को मिलाकर कुल 24 लाख 12 हजार 083 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि 32 लाख से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है. अब यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या भी सामान्य होने लगी है. पर्यटन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में सर्वाधिक 34.84 लाख यात्री चारधाम यात्रा पर आए थे, जो इससे पहले की यात्राओं की तुलना में रिकॉर्ड था. हालांकि, कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 में चारधाम यात्रा प्रभावित रही.

पहली बार शुरू हुई नई व्यवस्था: चारधामों में तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पहली बार स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्गों पर 9 स्थानों पर हेल्थ स्क्रीनिंग शुरू की है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंड और ऑक्सीजन की कमी से स्वास्थ्य पर पड़ने पर विपरीत प्रभाव के लिए 30 डॉक्टरों को उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया गया. इसके अलावा हृदय रोगियों के लिए 12 डाक्टरों को कॉर्डियोलॉजी ट्रेनिंग देकर तैनात किया गया है. 2019 की तुलना में 107 मेडिकल अफसर के मुकाबले इस बार 178 डॉक्टर यात्रा ड्यूटी में तैनात किए गए हैं.
ये भी पढ़ें- केदारनाथ में घोड़ों की मौत: सरकार के जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ HC, विस्तृत शपथ पत्र मांगा

आंकड़ों पर गौर करें तो चारधाम यात्रा के पहले सप्ताह में जहां 1,80,080 यात्री धामों में पहुंचे थे. दूसरे सप्ताह में यह संख्या दोगुनी यानी 3 लाख 60 हजार के पार पहुंच गई. तीसरे सप्ताह में 3 लाख 54 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने चार धामों में दर्शन किए. 22 मई को श्रीहेमकुंड साहिब धाम के कपाट खुलने के बाद यात्रियों की संख्या में और भी वृद्धि हुई, जिससे चौथे व पांचवें सप्ताह में 3 लाख 84 हजार से अधिक और छठे सप्ताह में 3 लाख 74 हजार से अधिक यात्रियों ने धामों में दर्शन किए.

15 जून के बाद चारधाम एवं हेमकुंड साहिब की यात्रा में तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने लगी. जिसका असर यह रहा कि चारधाम यात्रा के सातवें सप्ताह यानी बीते सप्ताह में पांचों धामों में दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या घटकर महज 2 लाख 92 हजार 397 रह गई. हालांकि, अब तक चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के अलावा श्री हेमकुंड साहिब में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 24 लाख 12 हजार 083 पहुंच चुकी है.

अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने कहा चारधाम यात्रा में हमेशा ही 15 मई के बाद यात्रियों की संख्या में कमी होने लगती है. इस बार भी पिछले एक सप्ताह में धामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या घटी है. फिलहाल चारों धामों में यात्रा निर्बाध जारी है. सभी यात्रा व्यवस्था चाक-चौबंद हैं. इसलिए इस समय तीर्थयात्री बिना किसी परेशानी और अव्यवस्था के यात्रा और धामों में दर्शन कर सकते हैं.

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानी: केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी: चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

Last Updated : Jun 22, 2022, 10:49 PM IST
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