देहरादूनः ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब मोबाइल के जरिये टेस्ट देना होगा. इसके लिए मारुति और माइक्रोसॉफ्ट मिलकर एक साफ्टवेयर तैयार कर रहे हैं. जिसकी शुरुआत आरटीओ कार्यालय अगले महीने से झाझरा स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च (आईडीटीआर) से करने जा रहा है. इस ट्रायल के सफल होने के बाद लाइसेंस बनना शुरू होगा. वहीं, इस तरह का ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वाला उत्तराखंड पहला राज्य होगा.
आरटीओ दिनेश पठोई ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक महज कॉमर्शियल वाहनों के चालकों का ही लाइव इन टाइम्स झाझरा स्थित आईडीटीआर में लिया जाता था, लेकिन अब जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले निजी वाहन चालकों का ड्राइविंग टेस्ट भी यहीं पर होगा. उन्होंने कहा कि हाईटेक मोबाइल फोन के जरिए ड्राइविंग टेस्ट की प्रक्रिया की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः एग्जिट पोल पर प्रीतम सिंह को नहीं भरोसा, बोले- 23 मई को होगा दूध का दूध और पानी का पानी
उन्होंने बताया कि इसके तहत ड्राइविंग टेस्ट देने वाले व्यक्ति के वाहन में हाईटेक मोबाइल फोन फिट किया जाएगा. जिसके बाद इस मोबाइल फोन से ड्राइविंग सीट पर बैठे व्यक्ति की पूरी ड्राइविंग रिकॉर्ड की जाएगी. मोबाइल में फीड किए गए साफ्टवेयर से आवेदक के वाहन चलाने के तरीके को देखा जाएगा. टेस्ट होने के बाद पूरी रिकॉर्डिंग को विभागीय अधिकारी आंकलन करेंगे. जिसके बाद व्यक्ति को ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा.