देहरादून: उत्तराखंड में भाजपा भले ही एकता दिखाने की कितनी कोशिश करे लेकिन पार्टी में नाराजगी गाहे-बगाहे सामने आ ही जाती है. ऐसा ही कुछ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम में भी देखने को मिला. गृहमंत्री मुख्यमंत्री घस्यारी योजना का शुभारंभ करने देहरादून पहुंचे हैं. कार्यक्रम में बीजेपी के सभी मंत्री-विधायक मौजूद हैं, लेकिन खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की राजशाही उस समय धरी की धरी रह गई जब बड़े अरमानों से वो मंच पर तो पहुंचे लेकिन वहां से उन्हें हटा दिया गया.
मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना के शुभारंभ के मौके पर भाजपा ने यूं तो पार्टी के तमाम नेताओं को एकजुट कर लिया लेकिन कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की नाराजगी भी इस कार्यक्रम में दिखाई दी. दरअसल, कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अमित शाह के कार्यक्रम के मंच पर चढ़ गए, जहां से उन्हें नीचे उतरने के लिए कह दिया गया.
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लाख कोशिश के बाद भी नहीं मिली जगह: ईटीवी भारत के कैमरे में कैद हुआ ये घटना बताती है कि जैसे ही कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन मंच पर आते हैं और वो कुर्सियों पर लगी नेम प्लेट को पढ़ते हैं तो उन्हें उनका नाम कहीं दिखाई नहीं देता. फिर भी वो पीछे जाकर एक कुर्सी पर बैठ जाते हैं. एक के बाद एक नेताओं का मंच पर आना लगा रहता है तभी अचानक एक सुरक्षाकर्मी उनके पास आता है जो उनसे नीचे जाने या किसी व्यक्ति विशेष से बात करने के लिए कहता है.
धन सिंह की पैरवी भी नहीं आई काम: इसके बाद कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपनी कुर्सी से उठते हैं और दूसरी ओर जाते हैं. इस बार वो मंच पर जगह बनाने के लिए सहकारी बैंक के अध्यक्ष से बात करते हुए दिखाई देते हैं. वहां से भी उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिलता. अब वो मंत्री धन सिंह रावत के पास जाते हैं और उनसे यही बात कहते हैं. लेकिन कुर्सियां किन लोगों के लिए लगेंगी ये पहले से ही प्रोटोकॉल के तहत तय होता है, लिहाजा उन्हें मायूस होकर मंच से नीचे उतरना पड़ता है.
गुस्से में कार्यक्रम छोड़ चले गए चैंपियन: कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन गुस्से में मंच से नीचे उतरते हैं और कार्यक्रम स्थल छोड़कर सीधे अपने घर की ओर निकल जाते हैं. हालांकि, ये पहली बार नहीं है जब चैंपियन ने पार्टी पर अपना गुस्सा उतारा हो. इससे एक दिन पहले ही चैंपियन गुर्जर महासभा के जरिए खुद के लिए मंत्री पद की मांग कर चुके हैं. गुर्जर महासभा ने तो सीधे तौर पर बीजेपी को चेतावनी दी है कि अगर चैंपियन को मंत्री नहीं बनाया गया तो 2022 चुनाव में उनको बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है.
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गौर हो कि जहां एक और खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को कार्यक्रम के मंच से उतार दिया गया, वहीं कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य का नाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के स्वागत कार्यक्रम की सूची में न होने से वो नाराज हो गईं, और जीटीसी हेलीपैड से नाराज होकर वापस देहरादून आ गई. हालांकि, वो कार्यक्रम में मौजूद रहीं.