देहरादून: मंत्री रेखा आर्य और अधिकारी के बीच चल रहे विवाद में अब भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत भी कूद पड़े हैं. भगत ने अधिकारियों की सीआर (कंडक्ट रिपोर्ट) मामले पर मंत्री का समर्थन कर इस मामले को और तूल दे दिया है. वहीं, अब मंत्री रेखा आर्य ने मुख्य सचिव से अधिकारियों की सीआर फाइलों की डिटेल मांगी है.
महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने मुख्य सचिव ने अधिकारियों से साल 2017 से अब तक की सीआर (कंडक्ट रिपोर्ट) की फाइलों की डिटेल मांगी है. दरअसल, सतपाल महाराज ने अधिकारियों की सीआर मंत्रियों द्वारा लिखे जाने की बात कही थी, जिसके इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई. कहा जा रहा है कि ये अधिकार मंत्रियों को होता है, लेकिन शासन से इसकी फाइलें मंत्रियों को भेजी ही नहीं जाती. इसी बात को लेकर मंत्री रेखा आर्य ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर उनको भेजी गई सीआर की डिटेल मांगी है.
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वहीं, महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि साल 2017 से अब तक उनके विभाग में रहे किसी भी अधिकारी की सीआर की कॉपी उन्हें नहीं भेजी गई है. ताज्जुब की बात तो ये है कि इसके बावजूद बिना सीआर लिखे कैसे अधिकारियों के प्रमोशन किए जा रहे हैं. अधिकारीयों और मंत्रियों के बीच शुरू हुए इस विवाद पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत भी कूद पड़े हैं. उनका कहना है कि अधिकारी वैसे तो उनकी बात मानते हैं, लेकिन सीआर का अधिकार मंत्री को दिया जाएगा, तो इससे बेलगाम अफसरशाही पर रोक लगेगी.