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विधायकों के सवालों का ऐसे हरक सिंह रावत ने दिया जवाब, पर नहीं हो सका कोई संतुष्ट

विधानसभा सत्र में प्रश्नकाल के दौरान वन विभाग और श्रम विभाग से जुड़े तमाम सवालों पर मंत्री हरक सिंह रावत घिरते नजर आए. वहीं, सत्ता और विपक्ष के विधायकों ने मंत्री से कई सवाल पूछे.

minister harak singh, मंत्री हरक सिंह
विधायकों के सवालों पर घिरते नजर आए मंत्री हरक सिंह रावत.
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Published : Dec 4, 2019, 9:56 PM IST

Updated : Dec 4, 2019, 10:44 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन के भीतर महंगाई के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. विपक्ष को समझाने के बाद प्रश्नकाल का दौर शुरू हुआ. प्रश्नकाल के दौरान वन विभाग और श्रम विभाग से जुड़े तमाम सवाल, सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों द्वारा पूछे गए. वहीं, वन मंत्री हरक सिंह रावत अपने ही विधायकों के सवालों पर घिरते नजर आए.

ईएसआई के सवाल पर घिरे श्रम मंत्री
विपक्षी विधायक ममता राकेश ने सदन के भीतर सवाल उठाया कि राज्य कर्मचारी बीमा योजना के अंतर्गत कितने लोगों को बीमांकित किया गया. इसके जवाब में श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि साल 2017-18 में 4279 लाभार्थियों को लाभ मिला, जिसमें 6.36 करोड़ रुपये वितरित किए गए. इसके साथ ही साल 2018-19 में 5410 लाभार्थियों को लाभ मिला, जिसमें 10 करोड़ 72 लाख 45 हजार 420 रुपये वितरित किए गए.

विधायकों के सवालों पर घिरते नजर आए मंत्री हरक सिंह रावत.

जबकि, राज्य सरकार द्वारा विभाग को 2017-18 में 77 करोड़ 86 लाख रुपये और साल 2018-19 में 86 करोड़ 10 लाख रुपये की धनराशि आवंटित की गई. इसके साथ ही ममता राकेश ने सदन में प्रश्न किया कि राज्य कर्मचारी बीमा योजना में कार्यरत डॉक्टर मिलीभगत कर निजी अस्पतालों को फायदा पहुंचा रहे हैं.

श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि कोई मामला नहीं है, क्योंकि भारत सरकार का जो ईएसआई कॉर्पोरेशन है उसके तहत काम होता है. लेकिन ऐसा कोई मामला संज्ञान में आएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: जो काम सरकार 6 साल में नहीं कर पाई, गुलदार ने 6 महीने में कर दिखाया

कांग्रेस ने लालढांग-चिलरखाल मार्ग पर उठाया सवाल
कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने सदन में लालढांग-चिलरखाल मार्ग के निर्माण कार्य पर सवाल उठाया. इसके जवाब में वन मंत्री ने बताया कि 70 प्रतिशत का कार्य पूरा हो चुका है. बाकी का कार्य NGT के कारण अटका हुआ है. लेकिन, आगामी 17 दिसंबर को नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक होनी है. इसमें सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए क्लीन चिट मिलने की उम्मीद है. लालढांग-चिलरखाल मार्ग का निर्माण कार्य पर मंजूरी मिलते ही तीव्र गति से बचे 30 प्रतिशत काम भी पूरे कर लिए जाएंगे.

जीव जंतु की विलुप्ति का उठा सवाल
निर्दलीय प्रीतम सिंह पंवार ने सदन के भीतर प्रदेश में जीव-जंतुओं की कुल प्रजातियों के उपलब्ध पर सवाल खड़े किए. इसके जवाब में वन मंत्री हरक सिंह रावत ने सदन में जवाब दिया कि जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित स्टेट फोना सीरीज 18 फोना ऑफ उत्तराखंड में प्रदेश में कुल 3748 जीव-जन्तु हैं. इन जीव-जंतुओं में से कोई भी जीव-जंतु विलुप्त के कगार पर नहीं है. इसके साथ ही जीव जन्तुओं के संकट के सवाल पर वन मंत्री ने सदन में जवाब दिया कि संकटग्रस्त जीव जंतुओं के स्थलों के विकास तथा संरक्षण के लिए प्रदेश में प्रोजेक्ट टाइगर, प्रोजेक्ट एलीफेंट, प्रोजेक्ट स्नो लेपर्ड, वन्यजीव वास स्थलों का समेकित विकास तथा सिक्योर हिमालय आदि परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं.

मजदूरों के न्यूनतम वेतन के सवाल पर घिरे मंत्री
वहीं, सदन के भीतर सत्ता पक्ष विधायक देशराज कर्णवाल ने उत्तराखंड में न्यूनतम मजदूरी अधिनियम में कब-कब संसोधन कर कितनी बार न्यूनतम मजदूरी तय की गई है, इस पर सवाल उठाए. इसके जवाब में उत्तराखंड राज्य में न्यूनतम वेतन का निर्धारण संबंधित सारी जानकारियां विभाग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध हैं. साथ ही बताया कि सभी ट्रेंड के मजदूरों के न्यूनतम वेतन में 22.9 फीसदी वेतन बढ़ाया गया है, लेकिन मंत्री के जवाब से विपक्ष समेत सत्ता पक्ष के ही विधायक संतुष्ट नहीं हो पाए.

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन के भीतर महंगाई के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. विपक्ष को समझाने के बाद प्रश्नकाल का दौर शुरू हुआ. प्रश्नकाल के दौरान वन विभाग और श्रम विभाग से जुड़े तमाम सवाल, सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों द्वारा पूछे गए. वहीं, वन मंत्री हरक सिंह रावत अपने ही विधायकों के सवालों पर घिरते नजर आए.

ईएसआई के सवाल पर घिरे श्रम मंत्री
विपक्षी विधायक ममता राकेश ने सदन के भीतर सवाल उठाया कि राज्य कर्मचारी बीमा योजना के अंतर्गत कितने लोगों को बीमांकित किया गया. इसके जवाब में श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि साल 2017-18 में 4279 लाभार्थियों को लाभ मिला, जिसमें 6.36 करोड़ रुपये वितरित किए गए. इसके साथ ही साल 2018-19 में 5410 लाभार्थियों को लाभ मिला, जिसमें 10 करोड़ 72 लाख 45 हजार 420 रुपये वितरित किए गए.

विधायकों के सवालों पर घिरते नजर आए मंत्री हरक सिंह रावत.

जबकि, राज्य सरकार द्वारा विभाग को 2017-18 में 77 करोड़ 86 लाख रुपये और साल 2018-19 में 86 करोड़ 10 लाख रुपये की धनराशि आवंटित की गई. इसके साथ ही ममता राकेश ने सदन में प्रश्न किया कि राज्य कर्मचारी बीमा योजना में कार्यरत डॉक्टर मिलीभगत कर निजी अस्पतालों को फायदा पहुंचा रहे हैं.

श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि कोई मामला नहीं है, क्योंकि भारत सरकार का जो ईएसआई कॉर्पोरेशन है उसके तहत काम होता है. लेकिन ऐसा कोई मामला संज्ञान में आएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें: जो काम सरकार 6 साल में नहीं कर पाई, गुलदार ने 6 महीने में कर दिखाया

कांग्रेस ने लालढांग-चिलरखाल मार्ग पर उठाया सवाल
कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने सदन में लालढांग-चिलरखाल मार्ग के निर्माण कार्य पर सवाल उठाया. इसके जवाब में वन मंत्री ने बताया कि 70 प्रतिशत का कार्य पूरा हो चुका है. बाकी का कार्य NGT के कारण अटका हुआ है. लेकिन, आगामी 17 दिसंबर को नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक होनी है. इसमें सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए क्लीन चिट मिलने की उम्मीद है. लालढांग-चिलरखाल मार्ग का निर्माण कार्य पर मंजूरी मिलते ही तीव्र गति से बचे 30 प्रतिशत काम भी पूरे कर लिए जाएंगे.

जीव जंतु की विलुप्ति का उठा सवाल
निर्दलीय प्रीतम सिंह पंवार ने सदन के भीतर प्रदेश में जीव-जंतुओं की कुल प्रजातियों के उपलब्ध पर सवाल खड़े किए. इसके जवाब में वन मंत्री हरक सिंह रावत ने सदन में जवाब दिया कि जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित स्टेट फोना सीरीज 18 फोना ऑफ उत्तराखंड में प्रदेश में कुल 3748 जीव-जन्तु हैं. इन जीव-जंतुओं में से कोई भी जीव-जंतु विलुप्त के कगार पर नहीं है. इसके साथ ही जीव जन्तुओं के संकट के सवाल पर वन मंत्री ने सदन में जवाब दिया कि संकटग्रस्त जीव जंतुओं के स्थलों के विकास तथा संरक्षण के लिए प्रदेश में प्रोजेक्ट टाइगर, प्रोजेक्ट एलीफेंट, प्रोजेक्ट स्नो लेपर्ड, वन्यजीव वास स्थलों का समेकित विकास तथा सिक्योर हिमालय आदि परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं.

मजदूरों के न्यूनतम वेतन के सवाल पर घिरे मंत्री
वहीं, सदन के भीतर सत्ता पक्ष विधायक देशराज कर्णवाल ने उत्तराखंड में न्यूनतम मजदूरी अधिनियम में कब-कब संसोधन कर कितनी बार न्यूनतम मजदूरी तय की गई है, इस पर सवाल उठाए. इसके जवाब में उत्तराखंड राज्य में न्यूनतम वेतन का निर्धारण संबंधित सारी जानकारियां विभाग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध हैं. साथ ही बताया कि सभी ट्रेंड के मजदूरों के न्यूनतम वेतन में 22.9 फीसदी वेतन बढ़ाया गया है, लेकिन मंत्री के जवाब से विपक्ष समेत सत्ता पक्ष के ही विधायक संतुष्ट नहीं हो पाए.

Intro:नोट - फीड ftp से भेजी गई है.....
uk_deh_07_minister_surrounded_by_questions_vis_7205803

उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन के भीतर महंगाई मुद्दे को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा काटा। हालांकि पीठ द्वारा विपक्ष को समझाने के बाद प्रश्नकाल का दौर शुरू हुआ। प्रश्नकाल के दौरान वन विभाग और श्रम विभाग से जुड़े तमाम सवाल, सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों द्वारा पूछे गए। यह नहीं तमाम सवाल ऐसे भी रहे, जिस पर वन मंत्री हरक सिंह रावत अपने ही विधायकों के सवालों पर घिरते नज़र आए। 


Body:..........विपक्ष ने राज्य कर्मचारी बीमा योजना पर उठाये सवाल........


विपक्ष विधायक ममता राकेश ने सदन के भीतर राज्य कर्मचारी बीमा योजना के अंतर्गत कितने लोगों को बीमाकित लाभ मिला है इस सम्बंद में सवाल उठाया --जिसके जवाब में श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने जवाब दिया कि साल 2017-18 में 4279 लाभार्थियों को लाभ मिला, जिसमे 6,36,90,008 रुपये वितरित किये गए। इसके साथ ही साल 2018-19 में 5410 लाभार्थियों को लाभ मिल, जिसमे 10,72,45,420 रुपये वितरित किये गए। जबकि साल राज्य सरकार द्वारा विभाग को 2017-18 में 77,86,00,000 रुपये और साल 2018-19 में 86,10,00,000 रुपये धनराशि आवंटित की गई है। इसके साथ ही ममता राकेश ने सदन में प्रश्न किया कि राज्य कर्मचारी बीमा योजना में कार्यरत डॉक्टर मिलीभगत कर निजी अस्पतालों को फायदा पहुँचा रहे हैं। जिसके जवाब में श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि कोई मामला नही है, क्योंकि भारत सरकार का जो ईएसआई कॉर्पोरेशन है उसके तहत काम होता है। लेकिन अगर ऐसा कोई मामला संज्ञान में आएगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


...........17 दिसंबर को नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की होगी बैठक.......


कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने सदन में लालढांग- चिलरखाल मार्ग का निर्माण कार्य पर सवाल उठाया। कि कब तक लालढांग- चिलरखाल मार्ग का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। जिसके जवाब में वन मंत्री ने कहा 70 प्रतिशत का कार्य पूरा हो चुका है। और बाकी का कार्य NGT के कारण अटका हुआ है। लेकिन आगामी 17 दिसंबर को नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की बैठक होनी है। जिसमे सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए क्लीन चिट मिलने की उम्मीद है। और लालढांग- चिलरखाल मार्ग का निर्माण कार्य पर मंजूरी मिलते ही तीव्र गति से बचे 30 प्रतिशत काम भी पूरे कर लिए जाएंगे।


.........प्रदेश में कोई भी जीव-जन्तु नही हुआ है विलुप्ति:- हरक सिंह रावत..........


निर्दलीय प्रीतम सिंह पंवार ने सदन के भीतर प्रदेश में जीव-जंतुओं की कुल प्रजातियों के उपलब्ध पर सवाल खड़े किए, जिसके जवाब में वन मंत्री हरक सिंह रावत ने सदन के भीतर जवाब दिया कि जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित स्टेट फोना सीरीज 18 फोना ऑफ उत्तराखंड में प्रदेश में कुल 3748 जीव-जन्तु है। और इन जीव जंतुओं में से कोई भी जीव-जंतु विलुप्त के कगार पर नहीं है। इसके साथ ही जीव जन्तुओ के संकट के सवाल पर वन मंत्री ने सदन में जवाब दिया कि संकटापन्न जीव जंतुओं के स्थलों के विकास तथा संरक्षण के लिए प्रदेश में प्रोजेक्ट टाइगर, प्रोजेक्ट एलीफेंट, प्रोजेक्ट स्नो लेपर्ड, वन्यजीव वास स्थलों का समेकित विकास तथा सिक्योर हिमालय आदि परियोजनाए संचालित की जा रही है। इसके साथ ही वन मंत्री ने बताया कि वो इस मामले के एक्सपर्ड नहीं है। और वन विभाग के अधिकारियों ने जो जीव जंतुओं की विलुप्ति और गणना के आंकड़े दिए है उन्हें सदन में रखा जा रहा है। 


........मजदूरो के न्यूनतम वेतन के सवाल पर घिरे मंत्री.......


वही सदन के भीतर सत्ता पक्ष विधायक देशराज कर्णवाल ने उत्तराखंड में न्यूनतम मजदूरी अधिनियम में कब-कब संसोधन कर कितनी बार न्यूनतम मजदूरी तय की गई है इस पर सवाल उठाये। जिसके जवाब में उत्तराखंड राज्य में न्यूनतम वेतन का निर्धारण 28 अप्रैल 2005, 10 मई 2005, 18 अक्टूबर 2005, 27 नवंबर 2008, 6 मार्च 2013, 15 जुलाई 2015 एवं 8 मार्च 2019 से नियत की गई है। और ये सारी जानकारियां विभाग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। साथ ही बताया कि सभी ट्रेड के मजदूरों के न्यूनतम वेतन में 22.9 फीसदी वेतन बढ़ाया गया है। लेकिन मंत्री के जवाब से विपक्ष समेत सत्ता पक्ष के ही विधायक संतुष्ट नही हो पाए। और सत्ता पक्ष के विधायकों के सवाल पर ही श्रम मंत्री हरक सिंह रावत घिरते नजर आए। और मंत्री अपने ही विधायको के सवालों के जवाब नही दे पाए।




Conclusion:
Last Updated : Dec 4, 2019, 10:44 PM IST
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